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Tuesday 22 November 2022 04:35:20 PM
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रोज़गार मेले केतहत आज वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए नए भर्ती किएगए लगभग 71,000 उम्मीदवारों को नियुक्तिपत्र प्रदान किए और कहाकि रोज़गार मेले से रोज़गार सृजन को बढ़ाने और युवाओं को उनके सशक्तिकरण केसाथ प्रत्यक्ष रूपसे राष्ट्रीय विकास में भागीदारी करने केलिए सार्थक अवसर प्रदान करने में एक उत्प्रेरक के रूपमें काम करने की उम्मीद है। इससे पहले रोज़गार मेले के तहत अक्टूबर में 75,000 से अधिक नए भर्ती किएगए उम्मीदवारों को नियुक्तिपत्र सौंपे गए थे। प्रधानमंत्री ने कहाकि देश के 45 से अधिक शहरों में 71,000 से अधिक युवाओं को नियुक्तिपत्र दिए जा रहे हैं, जिसके परिणामस्वरूप इतने परिवारों केलिए खुशी का नया युग आएगा। उन्होंने स्मरण करायाकि धनतेरस केदिन केंद्र सरकार ने युवाओं को 75,000 नियुक्तिपत्र सौंपे थे और आज का रोज़गार मेला इस बात का प्रमाण हैकि केंद्र सरकार देशके युवाओं को रोज़गार के अवसर प्रदान करने केलिए एक मिशन मोड में काम कर रही है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि कई केंद्रशासित प्रदेश और राज्य भी समय-समय पर ऐसे रोज़गार मेलों का आयोजन करते रहेंगे। उन्होंने इस बात पर प्रसन्नता जाहिर कीकि हजारों युवाओं को संबंधित सरकारों ने महाराष्ट्र, गुजरात, उत्तर प्रदेश, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, अंडमान और निकोबार, लक्षद्वीप, दमन और दीव, दादरा और नगर हवेली और चंडीगढ़ में नियुक्तिपत्र दिए थे। उन्होंने कहाकि गोवा और त्रिपुरा भी कुछ दिनों में इसी तरह के रोज़गार मेले आयोजित करने जा रहे हैं। प्रधानमंत्री ने इस शानदार उपलब्धि केलिए डबल इंजन की सरकार को श्रेय दिया और यह आश्वासन भी दियाकि भारत के युवाओं को सशक्त बनाने केलिए इस तरह के रोज़गार मेले समय-समय पर आयोजित किए जाते रहेंगे। प्रधानमंत्री ने कहाकि युवा देशकी सबसे बड़ी ताकत हैं, केंद्र सरकार राष्ट्र निर्माण में उनकी प्रतिभा और ऊर्जा का सदुपयोग करने के कार्य को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है। उन्होंने नए लोकसेवकों का स्वागत किया और उन्हें बधाई दी तथा यहभी स्मरण करायाकि वे इस महत्वपूर्ण जिम्मेदारी को एक बहुत ही विशिष्ट समयावधि यानी अमृतकाल में संभाल रहे हैं। उन्होंने अमृतकाल में देशको विकसित राष्ट्र बनाने के संकल्प में उनकी भूमिका केबारे मेभी प्रकाश डाला।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केंद्र सरकार के प्रतिनिधियों के रूपमें लोकसेवकों से कहाकि उन्हें अपनी भूमिका और कर्तव्यों को व्यापक रूपसे समझ लेना चाहिए, अपने कर्तव्यों का पालन करने केलिए क्षमता निर्माण पर भी लगातार ध्यान केंद्रित करना चाहिए। आज शुरू किएगए कर्मयोगी भारत प्रौद्योगिकी मंच का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने सरकारी अधिकारियों केलिए कई ऑनलाइन पाठ्यक्रमों की उपलब्धता कीभी जानकारी दी। उन्होंने सरकारी कर्मचारियों केलिए तैयार एक विशेष पाठ्यक्रम, जिसे कर्मयोगी प्रारंभ कहा जाता है पर जोर दिया और नए भर्ती किएगए उम्मीदवारों से इसका अधिक से अधिक लाभ उठाने का आग्रह किया। प्रधानमंत्री ने कहाकि यह उनके कौशल विकास का एक बड़ा स्रोत सिद्ध होगा और साथही आनेवाले दिनों मेभी उन्हें लाभांवित करेगा। प्रधानमंत्री ने कहाकि महामारी और युद्ध के कठिन समय मेभी दुनियाभर के विशेषज्ञ भारत के विकासपथ के बारेमें आशांवित रहे हैं। उन्होंने कहाकि विशेषज्ञों के अनुसार भारत सेवा क्षेत्रमें एक बड़ी ताकत बन गया है और जल्द ही यह दुनिया का विनिर्माण केंद्र भी बन जाएगा। प्रधानमंत्री ने कहाकि पीएलआई जैसी बड़ी पहल, जहां इसमें बड़ी भूमिका निभाएगी, वहीं इसमें देश के युवाओं का और भी महत्वपूर्ण योगदान रहेगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि पीएलआई योजना से 60 लाख रोज़गार सृजित होने की संभावना है और मेक इन इंडिया, वोकल फॉर लोकल और स्थानीय को वैश्विक स्तर पर ले जाने जैसे अभियान रोज़गार और स्वरोज़गार के नए अवसर पैदा कर रहे हैं, सरकारी और निजी दोनों क्षेत्रों में नई नौकरियों की संभावनाएं लगातार बढ़ रही हैं, इससे भी महत्वपूर्ण बात यह हैकि ये अवसर युवाओं केलिए उनके अपने शहरों और गांवों में ही उभर रहे हैं, इससे युवाओं की पलायन की मजबूरी कम हुई है और वे अपने क्षेत्र के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने में समर्थ हो रहे हैं। प्रधानमंत्री ने स्टार्टअप्स से लेकर स्वरोज़गार और अंतरिक्ष से लेकर ड्रोन तक के क्षेत्रोंमें किएगए उपायों से सृजित नए अवसरों परभी प्रकाश डाला और कहाकि 80,000 स्टार्टअप्स युवाओं को अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर प्रदान कर रहे हैं। उन्होंने कहाकि स्वामित्व योजना और रक्षाक्षेत्र में दवा, कीटनाशक और मैपिंग में ड्रोन का तेजीसे उपयोग किया जा रहा है, इससे युवाओं केलिए नए रोज़गार सृजित हो रहे हैं। कुछ दिनों पहले भारत में निजीक्षेत्र द्वारा भारत के पहले अंतरिक्ष रॉकेट के प्रक्षेपण का स्मरण करते हुए प्रधानमंत्री ने अंतरिक्ष क्षेत्र को खोलने के निर्णय की सराहना की, जिससे भारत के युवाओं केलिए रोज़गार के अवसर पैदा हुए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 35 करोड़ से अधिक मुद्रा ऋणों का उदाहरण भी दिया, जिन्हें स्वीकृत किया गया है। प्रधानमंत्री ने अनुसंधान और नवाचार को आगे बढ़ाने का श्रेय देते हुए कहाकि इसके परिणामस्वरूप देशमें रोज़गार के अवसरों में वृद्धि हुई है। प्रधानमंत्री ने नए भर्ती किएगए उम्मीदवारों से आग्रह कियाकि वे प्रस्तुत किएगए नए अवसरों का अधिक से अधिक लाभ उठाएं। उन्होंने कहाकि ये नियुक्तिपत्र केवल प्रवेश बिंदु हैं, जो उनके लिए विकास की दुनिया को खोलते हैं। प्रधानमंत्री ने उनसे अपने अनुभव और अपने वरिष्ठों से सीखकर एक योग्य उम्मीदवार बनने का आग्रह किया। प्रधानमंत्री ने अपने शिक्षण के अनुभव को साझा करते हुए यह निष्कर्ष निकाला और कहाकि किसी कोभी आत्मा के भीतर के छात्र को नष्ट नहीं होने देना चाहिए। नरेंद्र मोदी ने टिप्पणी कीकि वह कुछ नया सीखने का मौका नहीं छोड़ते हैं। प्रधानमंत्री ने नए भर्ती किए गए उम्मीदवारों से कहाकि वे ऑनलाइन प्रशिक्षण के अपने अनुभव को साझा करें और कर्मयोगी भारत मंच को बेहतर बनाने केलिए रचनात्मक प्रतिक्रिया प्रदान करें। उन्होंने कहाकि हम पहले सेही भारत को एक विकसित देशमें बदलने की राह पर अग्रसर हैं, आइए हम इस दृष्टि केसाथ आगे बढ़ने का संकल्प लें।
रोज़गार मेला रोज़गार सृजन केलिए सर्वोच्च प्राथमिकता देने की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रतिबद्धता को पूरा करने की दिशामें एक कदम है। रोज़गार मेले से आगे रोज़गार का सृजन करने और युवाओं को उनके सशक्तिकरण तथा प्रत्यक्ष रूपसे राष्ट्रीय विकास में भागीदारी करने केलिए सार्थक अवसर उपलब्ध कराने केलिए एक उत्प्रेरक के रूपमें काम करने की उम्मीद है। नए भर्ती उम्मीदवारों को नियुक्तिपत्रों की भौतिक प्रतियां देशके 45 स्थानों पर (गुजरात और हिमाचल प्रदेश को छोड़कर) सौंपी जाएंगी। पहले भर्ती किएगए पदों की श्रेणियों के अलावा शिक्षक, व्याख्याता, नर्स, नर्सिंग ऑफिसर, डॉक्टर, फार्मासिस्ट, रेडियोग्राफर और अन्य तकनीकी तथा पैरामेडिकल पदों पर भी भर्ती की जा रही हैं। गृह मंत्रालय भी विभिन्न केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों में बड़ी संख्या में पदों की भर्ती कर रहा है। कर्मयोगी एक ऑनलाइन उन्मुखीकरण पाठ्यक्रम है, इसमें सरकारी कर्मचारियों केलिए आचार संहिता, कार्यस्थल में नैतिकता और अखंडता, मानव संसाधन नीतियां तथा अन्य लाभ और भत्ते शामिल हैं, जो उन्हें नीतियों के अनुकूल बनने और नई भूमिकाओं में आसानी से बदलाव करने में मदद करेंगे। उन्हें अपने ज्ञान, कौशल और क्षमताओं को बढ़ाने केलिए igotkarmayogi.gov.in प्लेटफॉर्म पर अन्य पाठ्यक्रमों का पता लगाने का भी अवसर प्राप्त होगा।