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Tuesday 29 November 2022 05:18:18 PM
नई दिल्ली। केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा हैकि प्रामाणिक जानकारी प्रस्तुत करना मीडिया की सबसे प्रमुख जिम्मेदारी है और उसे तथ्यों को सार्वजनिक क्षेत्र में डालने से पहले ठीक तरह से जांचकर लेनी चाहिए। एशिया-पैसिफिक ब्रॉडकास्टिंग यूनियन जनरल असेंबली-2022 के उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए अनुराग ठाकुर ने कहाकि जिस गति से सूचना को प्रसारित किया जाता है, वह काफी महत्वपूर्ण है, लेकिन सटीकता इससे भी अधिक महत्वपूर्ण है और यह बात संचारकों के मस्तिष्क में मुख्य रूपसे होनी चाहिए। उन्होंने कहाकि सोशल मीडिया के प्रसार केसाथ-साथही फर्जी खबरों काभी प्रसार हुआ है। इसके लिए उन्होंने एशिया-प्रशांत क्षेत्र के प्रसारकों के दर्शकों को बतायाकि गैर सत्यापित दावों से निपटने और जनता के सामने सच्चाई प्रस्तुत करने केलिए भारत सरकार के पत्र सूचना कार्यालय में फेक्ट चैक यूनिट की स्थापना की है।
सूचना और प्रसारण मंत्री ने इस बात पर जोर दियाकि जिम्मेदार मीडिया संगठनों केलिए जनता का विश्वास बनाए रखना भी सर्वोच्च मार्गदर्शक सिद्धांत होना चाहिए। उन्होंने सार्वजनिक प्रसारकों, दूरदर्शन और ऑल इंडिया रेडियो को हमेशा सच्चाई केसाथ खड़े रहने और अपनी सत्य और सटीक रिपोर्टिंग केलिए जनता का विश्वास जीतने केलिए श्रेय दिया। उन्होंने स्पष्ट कियाकि संकट के समय मीडिया की भूमिका महत्वपूर्ण हो जाती है, क्योंकि तब मीडिया की भूमिका सीधे तौरपर लोगों की जान बचाने से संबंधित हो जाती है और मीडिया राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन योजनाओं के मूल में है। अनुराग ठाकुर ने कोविड महामारी के दौरान घरों में फंसे लोगों की मदद करने केलिए आगे आने का श्रेय मीडिया को देते हुए कहाकि यह मीडिया ही था जिसने ऐसे लोगों को बाहरी दुनिया से जोड़े रखा। उन्होंने दूरदर्शन, ऑल इंडिया रेडियो और भारतीय मीडिया के महत्वपूर्ण कार्यों के बारेमें दर्शकों को सूचित करते हुए कहाकि सार्वजनिक सेवा जारी रखते हुए बहुतही संतोषजनक ढंग से कार्य किया और ये महामारी के समय में लोगों केसाथ मजबूती से खड़े रहे हैं।
अनुराग ठाकुर ने कहाकि भारतीय मीडिया ने यह सुनिश्चित कियाकि कोविड जागरुकता संदेश, महत्वपूर्ण सरकारी दिशानिर्देश और डॉक्टरों केसाथ मुफ्त ऑनलाइन परामर्श के बारेमें जानकारी देशके कोने-कोने तक पहुंच सके। उन्होंने कहाकि प्रसार भारती ने सौ से अधिक सदस्य कोविड-19 में खो दिए, लेकिन इसके बावजूदभी इस संगठन अपनी सार्वजनिक सेवा को आगे बढ़ाना जारी रखा। अनुराग ठाकुर ने मीडिया को शासन में भागीदार बनने का निमंत्रण दिया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इन शब्दों को दोहराने केलिए इस मंच का उपयोग कियाकि मीडिया को सरकार और जनता केबीच एक कड़ी के रूपमें कार्य करना चाहिए और उसे राष्ट्रीय एवं क्षेत्रीय दोनों स्तरों पर निरंतर फीडबैक देना चाहिए। उन्होंने आग्रह कियाकि प्रसारण संगठनों के एक संघ के रूपमें एबीयू को संकट के समय में मीडिया की भूमिका के बारेमें सर्वश्रेष्ठ पेशेवर कौशल वाले मीडियाकर्मियों को प्रशिक्षित और समर्थ बनाना जारी रखना चाहिए। उन्होंने यह भी वादा कियाकि भारत ऐसे सभी प्रयासों केलिए तैयार है।
एबीयू सदस्यों केसाथ भारत के सहयोग और भागीदारी के बारेमें चर्चा करते हुए उन्होंने कहाकि प्रसार भारती का शीर्ष प्रशिक्षण संस्थान एनएबीएम प्रसारण उद्योग के विभिन्न पहलुओं को शामिल करते हुए प्रशिक्षण कार्यक्रमों के आयोजन में एबीयू मीडिया अकादमी केसाथ मिलकर काम कर रहे हैं। उन्होंने बतायाकि भारत ने लगभग 40 देशों केसाथ सामग्री आदान-प्रदान, सह-उत्पादन, क्षमता निर्माण आदि के क्षेत्रों में द्विपक्षीय समझौते कर रखे हैं। उन्होंने बतायाकि इन देशों में कई सहयोगी एबीयू देश ऑस्ट्रेलिया, बांग्लादेश, भूटान, फिजी, मालदीव, नेपाल, दक्षिण कोरिया, थाईलैंड और वियतनाम शामिल हैं। अनुराग ठाकुर ने कहाकि हमने कार्यक्रम साझा करने केलिए प्रसारण के क्षेत्रमें ऑस्ट्रेलिया केसाथ मार्च 2022 में भागीदारी की है, दोनों देशों के प्रसारक कई विधाओं में फैले कार्यक्रमों के सहनिर्माण और संयुक्त प्रसारण में मौजूद अवसरों का भी पता लगा रहे हैं।
एबीयू के अध्यक्ष मसागाकी सटोरू ने इस अवसर पर एशिया प्रशांत क्षेत्रमें एबीयू की महत्वपूर्ण भूमिका के बारेमें प्रकाश डालते हुए क्षेत्र के सभी सार्वजनिक सेवा प्रसारकों के आपसमें सार्वजनिक महत्व के समाचारों को साझा करने सहयोग पूर्ण प्रयासों की सराहना की। एबीयू के महासचिव जावद मोट्टाघी ने कहाकि यह क्षेत्र विविधता से भरा है, फिरभी हम सभी सदस्य देश समानता प्राप्त करते हुए इतनी व्यापक विविधता में सच्ची एकजुटता प्रदर्शित करते हैं। प्रसार भारती के सीईओ गौरव द्विवेदी ने स्वागत भाषण में टेलीविजन और रेडियो प्रसारकों के सामूहिक हितों को बढ़ावा देने, एशिया प्रशांत क्षेत्र में प्रसारकों केबीच क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग में एबीयू की भूमिका की सराहना की। उन्होंने कहाकि भारत वर्ष 2022 को विभिन्न क्षेत्रों में आजादी के अमृत महोत्सव पहल के माध्यम से औपनिवेशिक शासन से आजादी की 75वीं वर्षगांठ के रूपमें बड़े गर्व से मना रहा है।
प्रसार भारती के सीईओ गौरव द्विवेदी ने कहाकि यह सम्मेलन मीडिया और संचार के क्षेत्रमें देशकी उपलब्धियों को साझा करने और दुनिया के सामने भारत की समृद्ध विरासत, विशाल विविधता और प्रगतिशील भारत का प्रदर्शन करने काभी एक शानदार अवसर है। गौरतलब हैकि प्रसार भारती, भारत का लोकसेवा प्रसारक है, जो59वीं एबीयू महासभा 2022 की मेजबानी कर रहा है। इस वर्ष की महासभा का विषय-लोगों की सेवा: संकट के समय में मीडिया की भूमिका है। एबीयू यानी एशिया पैसिफिक ब्रॉडकास्टिंग यूनियन एशिया और प्रशांत क्षेत्र के प्रसारण संगठनों का एक गैर-लाभकारी, पेशेवर संघ है। उद्घाटन समारोह में सूचना और प्रसारण राज्यमंत्री डॉ एल मुरुगन, सूचना औार प्रसारण सचिव अपूर्व चंद्रा भी उपस्थित थे। चालीस देशों के 50 संगठनों का प्रतिनिधित्व करनेवाले 300 से अधिक अंतर्राष्ट्रीय प्रतिनिधि इस कार्यक्रम में भाग ले रहे हैं।