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भारत में 19 से 25 दिसंबर तक सुशासन सप्ताह

मालदीव-बांग्लादेश के लोक सेवकों के लिए संयुक्त क्षमता निर्माण सत्र

साझेदारी और संस्थागत संबंध भारत की 'पड़ोसी पहले' नीति की पहचान

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Saturday 24 December 2022 01:29:25 PM

joint capacity building session for maldivian-bangladesh civil servants

नई दिल्ली। भारतरत्न और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिन के उपलक्ष्य में भारतभर में 19 से 25 दिसंबर तक सुशासन सप्ताह मनाया जा रहा है, जिसका समापन 25 दिसंबर को उनके जन्मदिन पर 'सुशासन दिवस' के रूपमें होगा। इस संदर्भ में और मालदीव और बांग्लादेश के लोकसेवकों केलिए फील्ड प्रशासन में दो सप्ताह के क्षमता निर्माण कार्यक्रम के एकभाग के रूपमें गर्वी गुजरात और नई दिल्ली में एक संयुक्त समापन सत्र आयोजित किया गया, जिसमें मालदीव के 27 लोकसेवकों और बांग्लादेश के 39 लोकसेवकों ने हिस्सा लिया। समापन सत्र में मुख्य अतिथि के रूपमें भारत सरकार के विदेश सचिव विजय मोहन क्वात्रा, राष्ट्रीय सुशासन केंद्र के महानिदेशक भरत लाल, दोनों देशों के संकाय सदस्य, प्रशिक्षण दल और प्रतिनिधि भी शामिल हुए।
विदेश सचिव वीएम क्वात्रा ने जनसामान्य तक निर्बाध रूपसे सार्वजनिक सेवाएं प्रदान करने में लोकसेवकों की भूमिका पर प्रकाश डाला और लोगों की आवश्यकताओं और उनकी आकांक्षाओं को पूरा करने केलिए उदार होने पर बल दिया। उन्होंने लोकसेवकों को जनता की आवश्यकताओं को पूरा करने केलिए एक वैचारिक रूपरेखा तैयार करने केलिए प्रोत्साहित किया। विदेश सचिव ने दोनों देशों के लोकसेवकों से अभिसरण और उद्देश्य की मजबूत भावना को दर्शाने वाले और क्षेत्र के सामूहिक विकास वाले कार्य करने का आग्रह किया। उन्होंने क्षेत्रमें साझेदारी को मजबूत करने केलिए प्रगतिशील निर्णय लेने की आवश्यकता पर भी बल दिया। उन्होंने कहाकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 'नेबरहुड फर्स्ट' नीति के प्रबल समर्थक हैं और विदेश मंत्रालय भारत सरकार केसाथ साझेदारी में राष्ट्रीय सुशासन केंद्र भारत के पड़ोसी देशों के लोक सेवकों को उनके क्षमता निर्माण में सहायता प्रदान करता है।
गौरतलब हैकि राष्ट्रीय सुशासन केंद्र नागरिकों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार लाने हेतु सुनिश्चित सार्वजनिक सेवा वितरण केलिए सुशासन और पारदर्शी प्रशासन को बढ़ावा देने केलिए विभिन्न पहलुओं पर ध्यान देने केसाथ विकासशील देशों की आवश्यकताओं के आधार पर विभिन्न क्षमता निर्माण कार्यक्रमों को डिजाइन और कार्यांवित करता है। कार्यक्रमों में सूचना, जानकारी, नवाचार और सर्वोत्तम प्रथाओं का आदान-प्रदान करना शामिल है, जो नागरिक केंद्रित शासन को बढ़ावा देता है। एनसीजीजी के महानिदेशक भरत लाल ने लोगों के जीवन की गुणवत्ता को बढ़ावा देने केलिए जनकेंद्रित शासन प्रदान करने में लोकसेवकों की भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने लोकसेवकों से आग्रह कियाकि वे समाज को अपनी सेवाएं प्रदान करें और नवीनतम नवाचारों एवं विचारों से सुशासन को और सुदृढ़ करें। सत्र में एनसीजीजी की एसोसिएट प्रोफेसर पूनम सिंह, बांग्लादेश केलिए कोर्स कॉर्डिनेटर डॉ एपी सिंह, मालदीव केलिए कोर्स कोऑर्डिनेटर डॉ संजीव शर्मा और एनसीजीजी टीम के सदस्यों ने हिस्सा लिया।

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