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Friday 30 December 2022 03:44:03 PM
गांधीनगर/ नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सौ वर्षीय मां हीराबेन का आज निधन हो गया। इसी मंगलवार को सांस लेने में तकलीफ के बाद वे अहमदाबाद के यूएन मेहता अस्पताल में भर्ती कराई गई थीं, जहां उन्होंने शुक्रवार को प्रात: अंतिम सांस ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आज सवेरे जैसे ही मां हीराबा के देहावसान की जानकारी मिली, वे गांधीनगर पहुंच गए। लोग सोच रहे थेकि आज तो उनका पार्थिव शरीर अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा, फिर जैसा अन्य राजनेताओं के परिजन की मृत्यु में देखा जाता है, राजसी तरीके से अंतिम संस्कार होगा, भीड़ जुटाकर अंतिम संस्कार कार्यक्रम में राजनीतिक शक्ति का प्रदर्शन भी दिखेगा, लेकिन यहां ऐसा नहीं हुआ। जबतक टेलीविज़न पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां के निधन का ब्रेकिंग समाचार चलना शुरू होता, तबतक नरेंद्र मोदी अपने भाई पंकज भाई मोदी और परिवार के बाकी सदस्यों एवं निकटवर्तियों के साथ सामान्य परिवार की तरह मां के पार्थिव शरीर को लेकर श्मशान भूमि पहुंच चुके थे और उनका परंपरागत विधिविधान से अंतिम संस्कार किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यूं तो शुरू से ही अपने पारिवारिक जीवन में कोई दिखावा नहीं करते हैं, मगर विश्वास नहीं होताकि विश्व के इतने बड़े नेता अपनी मां को बांस घास की परंपरागत अर्थी को कंधा देते चल रहे हैं, जैसे किसी मोहल्ले कॉलोनी में कोई मृत्यु हुई हो और साथ में शक्तिशाली राजनेताओं का हुजूम भी नहीं है। विश्व के दूसरे राजनेताओं को यह देखकर और जानकर आर्श्चय हुआ होगा एवं निश्चित रूपसे विश्व समुदाय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस दुर्लभ छवि को भी समझेगा। मां को मुखाग्नि देने के बाद प्रधानमंत्री दिल्ली लौट गए और उन कार्यक्रमों को अपना समय दिया, जो पहले से निर्धारित थे। वास्तव में यह सब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इच्छा से ही हुआ होगा। सबसे महत्वपूर्ण बात यह हैकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मां के अंतिम संस्कार में शामिल होने के बाद अपने रूटीन के कार्यक्रमों में लग गए। नरेंद्र मोदी का ऐसा करना देश और समाज को भी प्रेरणा देता है और उनको भी एहसास कराता है, जो ऐसे अवसरों पर समाज में बहुत दिखावा करते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मां की मृत्यु की जानकारी मिलने पर ट्वीट कियाकि उन्होंने मां हीराबा में सदैव उस त्रिमूर्ति की अनुभूति की है, जिसमें एक तपस्वी की यात्रा, निष्काम कर्मयोगी का प्रतीक और मूल्यों से प्रतिबद्ध जीवन समाहित रहा है। उन्होंने मां हीराबा को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा हैकि शानदार शताब्दी का ईश्वर चरणों में विराम! प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने माताजी की जीवनयात्रा को शानदार शताब्दी कहा है, जिस जीवन को ईश्वर के श्रीचरणों में आज शांति मिल गई। प्रधानमंत्री जब अपनी मां से उनके 100वें जन्मदिन पर मिले थे, तो उन्होंने उस समय मां की दी सलाह का स्मरण करते हुए कहाकि मां ने एक बात कही थीकि काम करो बुद्धि से और जीवन जियो शुद्धि से। देश का मीडिया स्तब्ध हुआ हैकि उसको प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां हीराबा का निधन ब्रेकिंग खबर बनाने या उसे लाइव करने का कोई अवसर नहीं मिला। प्रधानमंत्री मां के अंतिम संस्कार में शामिल होने के बाद दिल्ली लौट गए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भावना और समझ के विपरीत मीडिया वाले हीराबेन के निधन को विभिन्न तरीके से बड़ी खबर बनाकर और उसपर राजनेताओं की बाइट लेकर चला रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी मां के निधन का हाईटेक प्रचार नहीं चाहते हैं, वे इसे अपनी पारिवारिक परंपराओं से अलग नहीं ले जाना चाहते हैं, इसे सत्ता या संगठन का कोई रंग नहीं देना चाहते हैं, तथापि कुछ अतिउत्साही मीडिया चैनल इसीपर खबरों का रंग दे रहे हैं। बहरहाल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां के निधन पर शोक संवेदनाएं शुरू हो गई हैं। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां हीराबा का के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा हैकि उनका सौ वर्ष का संघर्षपूर्ण जीवन भारतीय आदर्शों का प्रतीक है, श्री मोदी ने मातृदेवोभव: की भावना और हीराबा के मूल्यों को अपने जीवन में ढाला, मैं पुण्यात्मा की शांति केलिए प्रार्थना करती हूं, परिवार के प्रति मेरी संवेदनाएं!
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां हीरा बा पंचतत्व में विलीन हो चुकी हैं। नरेंद्र मोदी ने मां को मुखाग्नि दी। उनके पार्थिव शरीर को नरेंद्र मोदी के छोटे भाई पंकज मोदी के घर पर लाया गया था, जहां नरेंद्र मोदी ने पहुंचकर उन्हें श्रद्धांजलि दी। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, भाजपा के अध्यक्ष जेपी नड्डा, उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल, केंद्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशवप्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक, असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा, मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आदि ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां हीरा बा के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने सभी सहयोगियों और संगठन के लोगों से भी कहा हैकि उनकी मां के निधन के कारण कोई भी अपने निर्धारित कार्यक्रम रद्द नहीं करेगा। जानकारी मिली हैकि हीराबा के निधन पर वडनगर में रविवार को प्रार्थना सभा आयोजित की जाएगी।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने ट्वीट करके कहा हैकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की माताजी के स्वर्गवास की सूचना अत्यंत दुःखद है, माँ एक व्यक्ति के जीवन की पहली मित्र और गुरु होती है, जिसे खोने का दुःख निःसंदेह संसार का सबसे बड़ा दुःख है। अमित शाह ने कहाकि हीराबा ने जिन संघर्षों का सामना करते हुए परिवार का पालन पोषण किया, वो सभी केलिए आदर्श हैं, परिवार केलिए उनका त्यागपूर्ण तपस्वी जीवन सदा हमारी स्मृति में रहेगा। जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां के निधन पर शोक व्यक्त किया है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा हैकि पीएम नरेंद मोदीजी की माताजी श्रीमती हीराबा के निधन का समाचार अत्यंत दुःखद है, इस मुश्किल समय में मैं उन्हें और उनके परिजनों को अपनी गहरी संवेदनाएं और प्यार व्यक्त करता हूं।