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Monday 2 January 2023 01:47:19 PM
नई दिल्ली। रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी के रूपमें अनिल कुमार लाहोटी ने पदभार संभाल लिया है। केंद्रीय मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति ने 1 जनवरी 2023 से अनिल कुमार लाहोटी की अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी रेलवे बोर्ड के पद पर नियुक्ति को मंजूरी दी थी। गौरतलब हैकि उन्होंने 17 दिसंबर 2022 को रेलवे बोर्ड में सदस्य इंफ्रास्ट्रक्चर के रूपमें पदभार संभाला था। वे इंडियन रेलवे सर्विस ऑफ इंजीनियर्स के 1984 बैच के अधिकारी हैं। इन्हें भारत सरकार अनुमोदित इंडियन रेलवे मेनेजमेंट सर्विस की लेवेल-17 की पहली पैनल में शामिल किया गया था। वे माधव इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस ग्वालियर से सिविल इंजीनियरिंग में गोल्ड मेडल केसाथ स्नातक हैं और आईआईटी रुड़की से मास्टर ऑफ इंजीनियरिंग (स्ट्रक्चर्स) किया है।
रेलवे में अपने 36 वर्ष से अधिक के सेवाकाल में उन्होंने मध्य, उत्तर, उत्तर मध्य, पश्चिम और पश्चिम मध्य रेल और रेलवे बोर्ड में विभिन्न पदों पर कार्य किया है। इससे पूर्व वह मध्य रेल के महाप्रबंधक के पद पर कार्यरत थे और कई महीनों तक पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक का अतिरिक्त प्रभार भी संभाल चुके हैं। महाप्रबंधक के रूपमें उनके कार्यकाल में सबसे अधिक संख्या में किसान रेल चलाने और राजस्व के मामले में उन्हें अबतक का सबसे अधिक माल और पार्सल यातायात (टन में) प्राप्त करने का श्रेय प्राप्त है। उन्होंने गैर-किराया, स्क्रैप की बिक्री और व्यापक टिकट जांच अभियान से राजस्व में रिकॉर्ड सुधार का कार्य किया है। उन्होंने मुंबई में वातानुकूलित उपनगरीय सेवाओं के विस्तार के जटिल मुद्दे का सफलतापूर्वक परिचालन और समाधान किया, उनके कार्यकाल में मध्य रेल ने बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के निष्पादन और कमीशनिंग में बड़े स्तरपर सुधार किया तथा मुंबई में दिवा और ठाणे केबीच लंबे समय से प्रतीक्षित 5वीं और 6वीं लाइन की शुरुआत की है।
अनिल कुमार लाहोटी ने मंडल रेल प्रबंधक लखनऊ उत्तर रेलवे केपद पर भी कार्य किया है, जहां उन्होंने भीड़भाड़ वाले गाजियाबाद-प्रयागराज-डीडीयू मार्ग के विकल्प के रूपमें लखनऊ-वाराणसी-डीडीयू मार्ग पर माल ढुलाई में सुधार केलिए कई पहल की हैं। उन्होंने लखनऊ मंडल के स्टेशनों पर यात्री सुविधाओं और स्वच्छता मानकों में सुधार के विशेष कार्य किए। उन्होंने बुनियादी ढांचे के उन्नयन केलिए कई कार्य किए और भविष्य में यातायात में वृद्धि केलिए नेटवर्क क्षमता के विस्तार के महत्वपूर्ण कार्यों की मंजूरी केलिए व्यापक योजनाएं बनाईं। उत्तर रेलवे में मुख्य प्रशासनिक अधिकारी (निर्माण) और मुख्य इंजीनियर (निर्माण) के रूपमें अनिल कुमार लाहोटी ने बुनियादी ढांचे के विकास केलिए नई लाइनों, ट्रैक के दोहरीकरण और मल्टी ट्रैकिंग, यार्ड रीमॉडेलिंग, महत्वपूर्ण पुलों, स्टेशन निर्माण आदि कार्यों का निष्पादन किया। दिल्ली में आनंद विहार टर्मिनल और नई दिल्ली स्टेशन के प्रतिष्ठित अजमेरी गेट साइड स्टेशन भवन की योजना और निर्माण में उल्लेखनीय भूमिका निभाई। वे विश्वस्तर के स्टेशन के रूपमें नई दिल्ली स्टेशन के पुनर्विकास और वाणिज्यिक विकास की योजना से भी जुड़े रहे।
रेलवे बोर्ड में कार्यकारी निदेशक के रूपमें अनिल कुमार लाहोटी ने विशेष रूपसे परिचालन की गति बढ़ाने और उच्च एक्सल लोड की ढुलाई केलिए सुरक्षा, बुनियादी ढांचे के रखरखाव, पुनर्वास और स्थायी मार्ग के उन्नयन पर कई नीतियों और योजनाओं की पहल की। उन्होंने ट्रैक रखरखाव की गुणवत्ता केलिए अत्याधुनिक मशीनों केसाथ ट्रैक रखरखाव के पूर्ण मशीनीकरण का एक व्यापक मास्टरप्लान तैयार करके उसे कार्यांवित किया। उन्होंने उद्देश्य आधारित रखरखाव मानदंड तैयार किया और ट्रैक रखरखाव संगठन केलिए कम लागत रखरखाव मॉडल विकसित करने की पहल की। उन्हें भारतीय रेलवे पर रेल ग्राइंडिंग मेंटेनंस की विस्तृत योजना बनाने और इसके सफल कार्यांवयन का भी श्रेय है। उन्होंने स्ट्रैटेजिक मेनेजमेंट और लीडरशिप प्रोग्राम में कार्नेगी मेलॉन यूनिवर्सिटी पिट्सबर्ग यूएसए, बोकोनी स्कूल ऑफ मैनेजमेंट मिलान इटली और इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस हैदराबाद से प्रशिक्षण लिया है। उन्होंने हांगकांग, जापान, ब्रिटेन, जर्मनी और स्विटजरलैंड में स्टेशनों के विकास एवं रेलवे भूमि पर वाणिज्यिक विकास का अध्ययन किया है। उन्होंने ट्रैक प्रौद्योगिकी और ट्रैक अनुरक्षण मशीनों के विकास के सिलसिले में कई देशों का दौरा भी किया है।