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Wednesday 18 January 2023 05:53:30 PM
बस्ती/ नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज वीडियो कॉंफ्रेंसिंग से सांसद खेल महाकुंभ 2022-23 के दूसरे चरण का उद्घाटन किया है, जिसका आयोजन बस्ती जिले के सांसद हरीश द्विवेदी वर्ष 2021 से कर रहे हैं। खेल महाकुंभ केदौरान कुश्ती, कबड्डी, खो-खो, बास्केटबॉल, फुटबॉल, हॉकी, वॉलीबॉल, हैंडबॉल, शतरंज, कैरम, बैडमिंटन, टेबल टेनिस आदि जैसे इनडोर और आउटडोर दोनों तरह के खेलों में विभिन्न प्रतिस्पर्धाओं का आयोजन किया जाता है, इनके अतिरिक्त निबंध लेखन, पेंटिंग, रंगोली बनाने जैसी प्रतियोगिताएं भी होती हैं। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहाकि बस्ती महर्षि वशिष्ठ की पुण्य भूमि है, जो श्रम और साधना, तप और त्याग से बनी है। ध्यान और तपस्या से परिपूर्ण एक खिलाड़ी के जीवन की उपमा देते हुए प्रधानमंत्री ने कहाकि सफल खिलाड़ी अपने लक्ष्य पर केंद्रित होते हैं और अपने मार्ग की हर बाधा को पार करजाते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खेल महाकुंभ की व्यापकता की सराहना करते हुए आशा व्यक्त कीकि इस तरह के आयोजनों से खेलों में भारत की पारंपरिक विशेषज्ञता को एक नया आयाम मिलेगा। उन्होंने बतायाकि करीब 200 सांसद अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्रों में इस तरह के खेल महाकुंभ का आयोजन कर चुके हैं। काशी से सांसद के रूपमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बतायाकि वाराणसी में भी ऐसे आयोजन हो रहे हैं। प्रधानमंत्री ने कहाकि ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन कर सांसद नई पीढ़ी के भविष्य को आकार दे रहे हैं। उन्होंने जानकारी देते हुए कहाकि इन खेलों के माध्यम से सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करनेवाले एथलीटों को भारतीय खेल प्राधिकरण केतहत आगे के प्रशिक्षण केलिए चुना जा रहा है। प्रधानमंत्री ने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त कीकि पिछले वर्ष की तुलना में लगभग 40,000 एथलीट खेल महाकुंभ में भाग ले रहे हैं। प्रधानमंत्री ने खो-खो के खेल पर कहाकि इस खेल को हमारे देश की बेटियों ने बड़े कौशल, निपुणता और टीम भावना केसाथ खेला है। प्रधानमंत्री ने इस खेल से जुड़े सभी लोगों को बधाई और शुभकामनाएं दीं।
सांसद खेल महाकुंभ में लड़कियों की भागीदारी के प्रमुख पहलू का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने विश्वास व्यक्त कियाकि उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल में बस्ती केसाथ-साथ सम्पूर्ण देशकी बेटियां वैश्विक मंच पर अपनी प्रतिभा और कौशल का प्रदर्शन करेंगी। महिला अंडर-19 टी-20 क्रिकेट विश्व कप पर प्रधानमंत्री ने टीम की कप्तान शेफाली वर्मा की शानदार उपलब्धि का उल्लेख किया, जिन्होंने लगातार पांच चौके लगाए और आखिरी गेंद पर छक्का लगाते हुए एक ओवर में 26 रन बनाए। उन्होंने कहाकि ऐसी प्रतिभा देश के कोने-कोने में है और सांसद खेल महाकुंभ इसे तलाशने और तराशने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। प्रधानमंत्री ने उस समय को याद किया, जब खेलों को एक पाठ्येतर गतिविधि माना जाता था और खेल को शौकिया अथवा एक सामान्य गतिविधि के रूपमें जाना जाता था, ऐसी मानसिकता ने देश को बहुत नुकसान पहुंचाया है, इसके कारण कई प्रतिभाशाली खिलाड़ी अपनी क्षमता को हासिल नहीं कर पाए। उन्होंने कहाकि पिछले 8-9 वर्ष में देश ने इस खामी को दूर करने और खेलों केलिए बेहतर माहौल बनाने केलिए कई पहल की हैं, इसके परिणामस्वरूप कई और युवा खेल को करियर के रूपमें अपना रहे हैं, इससे फिटनेस, स्वास्थ्य, टीम बॉन्डिंग, तनाव से राहत, व्यावसायिक सफलता और व्यक्तिगत सुधार जैसे लाभ मिलते हैं।
खेलों को लेकर लोगों की सोच का उल्लेख हुए प्रधानमंत्री ने कहाकि इस बदलाव का प्रभाव देशकी खेल उपलब्धियों में देखा जा सकता है। प्रधानमंत्री ने ओलंपिक और पैरालंपिक में देश के ऐतिहासिक प्रदर्शन का उदाहरण देते हुए कहाकि विभिन्न खेल क्षेत्रों में भारत का प्रदर्शन दुनिया में चर्चा का विषय बन रहा है। उन्होंने कहाकि खेलों को समाज में उचित प्रतिष्ठा मिल रही है, इसके परिणामस्वरूप ओलंपिक, पैरालंपिक और अन्य प्रतियोगिताओं में अभूतपूर्व प्रदर्शन हुआ है। प्रधानमंत्री ने कहाकि यह सिर्फ शुरुआत है, हमें अभी लंबा मार्ग तय करना है, खेल कौशल और चरित्र है, यह प्रतिभा और संकल्प है। खेलों के विकास में प्रशिक्षण के महत्व प्रधानमंत्री ने सुझाव दियाकि खिलाड़ियों को अपने प्रशिक्षण को परखने का मौका देने केलिए खेल प्रतियोगिताओं को जारी रखा जाना चाहिए। प्रधानमंत्री ने कहाकि विभिन्न स्तरों और क्षेत्रों में खेल प्रतियोगिताएं खिलाड़ियों को उनकी क्षमता से अवगत कराती हैं, जिससे उन्हें अपनी तकनीक विकसित करने में मदद मिलती है, साथही कमियों की पहचान करने और सुधार के अवसर मिलते है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि सांसद महाकुंभ से लेकर राष्ट्रीय खेलों तक खिलाड़ियों को ज्यादा से ज्यादा मौके दिए जा रहे हैं, खेलो इंडिया के माध्यम से 2500 एथलीटों को प्रति माह 50,000 की वित्तीय सहायता प्रदान की जा रही है, टारगेट ओलंपिक पोडियम स्कीम केतहत करीब 500 ओलंपिक संभावित खिलाड़ियों को तैयार किया जारहा है, अंतर्राष्ट्रीय प्रशिक्षण की जरूरत को ध्यान में रखते हुए कुछ खिलाड़ियों को 2.5 करोड़ से 7 करोड़ तक की सहायता मिली है। प्रधानमंत्री ने खेल क्षेत्र के सामने आनेवाली चुनौतियों से निपटने में केंद्र सरकार की भूमिका पर कहाकि हमारे खिलाड़ियों के चयन में पर्याप्त संसाधन, प्रशिक्षण, तकनीकी ज्ञान, अंतर्राष्ट्रीय प्रदर्शन और पारदर्शिता सुनिश्चित करने पर विशेष जोर दिया जा रहा है। प्रधानमंत्री ने बतायाकि बस्ती और ऐसे अन्य जिलों में स्टेडियम बनाए जा रहे हैं और प्रशिक्षकों की व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने कहाकि देशभर में एक हजार से अधिक खेलो इंडिया जिला केंद्र स्थापित किए जा रहे हैं, जिनमें से 750 से अधिक केंद्र पूरे हो चुके हैं, देशभर के सभी खेल के मैदानों की जियो टैगिंग भी की जा रही है, ताकि खिलाड़ियों को ट्रेनिंग लेने में कोई दिक्कत न हो।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बतायाकि सरकार ने पूर्वोत्तर के युवाओं केलिए मणिपुर में खेल विश्वविद्यालय का निर्माण किया है और मेरठ मेभी एक अन्य खेल विश्वविद्यालय का निर्माण किया जा रहा है। प्रधानमंत्री ने कहाकि खेलों को बढ़ावा देने केलिए उत्तर प्रदेश के कई जिलों में छात्रावास भी चलाए जा रहे हैं। उन्होंने कहाकि स्थानीय स्तरपर राष्ट्रीय स्तर की सुविधाएं उपलब्ध कराने केभी प्रयास किए जा रहे हैं। फिट इंडिया मूवमेंट के महत्व का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहाकि हर खिलाड़ी फिटनेस के महत्व को जानता है, योग को अपने दैनिक जीवन में शामिल करने का सुझाव दिया और कहाकि योग से तन स्वस्थ रहेगा, मन भी जागृत रहेगा और इसका फायदा आपको अपने खेल में भी मिलेगा। उन्होंने कहाकि विश्वास व्यक्त कियाकि हमारे युवा खेलों से सीखेंगे और देश को नई ऊर्जा प्रदान करेंगे। प्रधानमंत्री ने सांसद हरीश द्विवेदी को बधाई दी और कहाकि उनका जो बस्ती के नौजवानों केलिए दिन-रात काम करने का स्वभाव है, वो खेल के मैदान में भी दिखाई दे रहा है। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और सांसद हरीश द्विवेदी और खिलाड़ी भी उपस्थित थे।