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Thursday 19 January 2023 02:01:36 PM
नई दिल्ली। केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय की राष्ट्रीय आधुनिक कला दीर्घा में एयर इंडिया की कलाकृतियों का बहुमूल्य संग्रह 'महाराजा संग्रह' को रखा जाएगा, जिसके लिए राष्ट्रीय आधुनिक कला दीर्घा को कलाकृतियां सौंपने केलिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किएगए हैं। इस अवसर पर केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और केंद्रीय संस्कृति मंत्री जी किशन रेड्डी की उपस्थिति में संस्कृति मंत्रालय की संयुक्त सचिव मुग्धा सिन्हा और नागरिक उड्डयन मंत्रालय के संयुक्त सचिव सत्येंद्र कुमार मिश्रा ने समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। एनजीएमए की निदेशक तेमसुनारो त्रिपाठी, एयर इंडिया एसेट होल्डिंग लिमिटेड के सीएमडी विक्रम देवदत्त, एयर इंडिया लिमिटेड की प्रतिनिधि कल्पना राव और नागर विमानन सचिव राजीव बंसल एवं संस्कृति सचिव गोविंद मोहन भी उपस्थित थे। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इस मौके पर कहाकि भारत का पांच हजार साल पुराना इतिहास है, जो आध्यात्मिक शक्तियों और नैतिक मूल्यों से पोषित है। उन्होंने कहाकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी न केवल भारत के एक आर्थिक शक्ति बनने, बल्कि वैश्विक मंच पर सांस्कृतिक पुनरुत्थान परभी जोर देते हैं।
नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने विश्वास व्यक्त कियाकि एयर इंडिया के कलाकार और कला संग्रह दुनियाभर में भारतीय संस्कृति के बारेमें जागरुकता फैलाएंगे। उन्होंने बतायाकि कला संग्रह में जतिन दास, अंजलि इला मेनन, एमएफ हुसैन और राधाजी जैसे प्रतिष्ठित कलाकारों की पेंटिंग शामिल हैं। उन्होंने सुझाव दियाकि कलाकृतियों की प्रदर्शनी केवल दिल्ली तकही सीमित नहीं होनी चाहिए, बल्कि भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और सॉफ्ट पावर को दुनियाभर में प्रदर्शित करने केसाथ देश के विभिन्न हिस्सों मेभी प्रदर्शित किया जाना चाहिए। नागरिक उड्डयन मंत्री ने कहाकि एयर इंडिया अपनी तरह की अग्रणी कंपनी रही है और वे न केवल भारत की क्षमताओं का प्रदर्शन करते हुए भारतीय ध्वज को आकाश में ऊंचा फहरा सकते हैं, बल्कि भारतीय विरासत और संस्कृति के राजदूत के रूपमें भी काम करते हैं। उन्होंने जेआरडी टाटा की आगे की सोच और अग्रणी होने केलिए उनकी सराहना की। उन्होंने कहाकि एनजीएमए को सौंपे जारहे शोपीस में न केवल आधुनिक कलाकृतियां शामिल हैं, बल्कि उत्कृष्ट हथकरघा, मूर्तियां और अन्य कलाकृतियां भी हैं।
संस्कृति मंत्री जी किशन रेड्डी ने कहाकि ऐतिहासिक समझौता ज्ञापन के माध्यम से 1953 से एयर इंडिया के बेशकीमती कलाकृतियों का संग्रह संस्कृति मंत्रालय के एनजीएमए को हस्तांतरित किया जा रहा है। जी किशन रेड्डी ने कहाकि पेंटिंग, कलाकृतियों को अब अपना सही स्थान यानी नेशनल गैलरी ऑफ मॉडर्न आर्ट्स मिलेगा, प्रधानमंत्री के विजन 'विकास भी विरासत भी' के अनुरूप संस्कृति मंत्रालय अपनी संस्कृति को संरक्षित करने और इसे लोगों के सामने लाने और युवाओं केसाथ अपना जुड़ाव स्थापित करने केलिए सभी प्रयास कर रहा है। उन्होंने कहाकि एयर इंडिया और नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने इन मूल्यवान कलाकृतियों को संरक्षित और सुरक्षित करने केलिए कड़ी मेहनत की है, इसलिए मैं वादा करता हूंकि आनेवाली पीढ़ियों केलिए हम इन कलाकृतियों को संरक्षित रखेंगे। उन्होंने कहाकि यह अभिनव डिजिटल इंटरफेस के जरिए विदेशों में दर्शकों केलिए भी खोला जाएगा। उन्होंने एनजीएमए के कला खजाने में बहुमूल्य योगदान केलिए नागरिक उड्डयन मंत्रालय और एयर इंडिया को धन्यवाद दिया। गौरतलब हैकि एनजीएमए ने 1850 केबाद से कला के कार्यों का अधिग्रहण और संरक्षण किया है, एनजीएमए का कला संग्रह विशाल और उदार है, इसके भीतर 18,000 कलाकृतियां एक समृद्ध और गौरवशाली अतीत को दर्शाने केसाथ वे वर्तमान को धन्यवाद देती हैं। इसके खजाने में मिनिएचर पेंटिंग से लेकर आधुनिकतावादी कलाकृतियों और आधुनिक समकालीन कलाकृतियां शामिल हैं।
वाणिज्यिक एयरलाइन के रूपमें संचालन के अस्सी वर्ष से अधिक की एयर इंडिया की व्यापक यात्रा के दौरान एयर इंडिया ने पेंटिंग, मूर्तियां, लकड़ी की नक्काशी, ग्लास पेंटिंग, सजावटी सामान, टैक्सटाइल आर्ट, तस्वीरों सहित दुनियाभर से बड़ी संख्या में मूल्यवान कलाकृतियों और अन्य वस्तुओं का अधिग्रहण और संग्रह किया था। ये कला वस्तुएं एनजीएमए के संग्रह का हिस्सा होंगी। संस्कृति मंत्रालय का अमूल्य संग्रह के अधिग्रहण का निर्णय और मुंबई में नरीमन पॉइंट पर एयर इंडिया बिल्डिंग से संग्रह को राष्ट्रीय आधुनिक कला दीर्घा में स्थानांतरित करने का निर्णय ऐतिहासिक महत्व का है। एयर इंडिया संग्रह की आधुनिक और समकालीन कलाकृतियों में बी प्रभा, शंकर पलसीकर, लक्ष्मण पई, वासुदेव गायतोंडे, एमएफ हुसैन, एसएच रजा, केएच आरा कैसे प्रतिष्ठित कलाकारों और हरि अंबादास गाडे जैसे प्रगतिशील कला आंदोलन के संस्थापक कलाकारों के अधिग्रहीत और कमीशन की गई कलाकृतियां शामिल हैं। इसमें अंजोली एला मेनन और जतिन दास जैसे आर्ट ऑफ लिविंग लेजेंड्स की कलाकृतियां भी शामिल हैं, जो एनजीएमए संग्रह को और भी अधिक विस्तार करेंगी।