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Wednesday 25 January 2023 01:43:54 PM
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई दिल्ली में 7 लोककल्याण मार्ग स्थित प्रधानमंत्री आवास पर प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से सम्मानित बच्चों से मुलाकात की। प्रधानमंत्री ने सभी को स्मृति चिन्ह भेंट किए और उनकी उपलब्धियों पर एक-एक करके चर्चा की, जिसके बाद पूरे समूह केसाथ उन्होंने अनौपचारिक माहौल में खुले दिल से बातचीत की। बच्चों ने प्रधानमंत्री से कई विषयों के बारेमें अनेक प्रश्न पूछे और उनके सामने आनेवाली विभिन्न चुनौतियों पर उनसे मार्गदर्शन प्राप्त किया। प्रधानमंत्री ने सुझाव देते हुए कहाकि वे जीवन में आगे बढ़ने केलिए छोटी समस्याओं को हल करके शुरुआत करें, धीरे-धीरे क्षमता का निर्माण करें, क्षमता बढ़ाएं और बड़ी समस्याओं को हल करने केलिए आत्मविश्वास विकसित करें। प्रधानमंत्री ने मानसिक स्वास्थ्य और बच्चों के सामने आनेवाली समस्याओं के बारे में चर्चा करते हुए इस समस्या को दूर करने और ऐसे मुद्दों से निपटने में परिवार की महत्वपूर्ण भूमिका के बारेमें बात की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बच्चों से बातचीत के दौरान कई अन्य विषयों परभी चर्चा की, जिनमें शतरंज खेलने के लाभ, कला और संस्कृति को करियर के रूपमें लेना, अनुसंधान और नवाचार, आध्यात्मिकता आदि शामिल थे। गौरतलब हैकि भारत सरकार 6 श्रेणियों-नवाचार, समाज सेवा, शैक्षिक, खेल, कला एवं संस्कृति और वीरता में बच्चों को उनकी असाधारण उपलब्धि केलिए प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार प्रदान करती है। प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार के प्रत्येक विजेता को एक पदक, 1 लाख रुपये का नकद पुरस्कार और प्रमाणपत्र दिया जाता है। इस वर्ष बाल शक्ति पुरस्कार की विभिन्न श्रेणियों केतहत देशभर से 11 बच्चों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार-2023 केलिए चुना गया है। इन 11 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के पुरस्कार विजेताओं में 6 लड़के और 5 लड़कियां शामिल हैं, इनके नाम हैं-आदित्य सुरेश, एम गौरवी रेड्डी, श्रेया भट्टाचार्जी, संभव मिश्रा, रोहन रामचंद्र बहिर, आदित्य प्रताप सिंह चौहान, ऋषि शिव प्रसन्ना, अनुष्का जॉली, हनाया निसार, कोलागाटला अलाना मीनाक्षी और शौर्यजीत रंजीतकुमार खैरे। कुमारी कोलागटला अलाना मीनाक्षी एक प्रतिष्ठित शतरंज खिलाड़ी है और शतरंज में उसकी सफलताओं ने विश्वस्तर पर विभिन्न प्रतियोगिताओं में उसकी चमक बिखेरी है।
शौर्यजीत रंजीतकुमार खैरे ने 2022 के राष्ट्रीय खेलों में अपनी सफलता केलिए अपार प्रशंसा हासिल की, जब मल्लखंभ की बात आती है तो वह प्रतिभा का पावरहाउस है। हनाया निसार ने विभिन्न मार्शल आर्ट प्रतियोगिताओं में भारत का प्रतिनिधित्व किया है और विभिन्न पुरस्कार जीते हैं। अनुष्का जॉली जैसे युवाओं ने असाधारण करुणा और नवीनता का परिचय दिया है, वह धमकाने के खिलाफ जागरुकता फैलाने केलिए एक ऐप और अन्य ऑनलाइन कार्यक्रमों पर लगन से काम कर रही है। युवाओं के बीच नवाचार का जश्न है और ऋषि शिव प्रसन्ना को ऐप्स विकसित करने का शौक है। विज्ञान में भी उसकी उतनी ही रुचि है और इसे युवाओं में लोकप्रिय बनाने में भी। असाधारण रूपसे प्रतिभाशाली आदित्य प्रताप सिंह चौहान को नवाचार में उसकी प्रगति केलिए प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। वह साफ पानी सुनिश्चित करने केलिए लागत प्रभावी तकनीक विकसित करने पर काम कर रहा है।
रोहन रामचंद्र बहिर ने नदी में कूदकर एक महिला को डूबने से बचाया। उसने बड़ी वीरता और निडरता का परिचय दिया। प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से सम्मानित श्रेया भट्टाचार्जी एक तबला कलाकार है, जिसके नाम सबसे लंबे समय तक तबला बजाने का रिकॉर्ड है। उसे कल्चरल ओलंपियाड ऑफ परफॉर्मिंग आर्ट्स जैसे मंचों परभी सम्मानित किया जा चुका है। संभब मिश्रा बहुत रचनात्मक युवा है, उसके कई लेख हैं और वह प्रतिष्ठित फैलोशिप प्राप्तकर्ता भी है। एम गौरवी रेड्डी एक शानदार डांसर है, वह विभिन्न कार्यक्रमों में प्रदर्शन करती रही है और भारतीय संस्कृति केप्रति बहुत भावुक है। आदित्य सुरेश ने उल्लेखनीय लचीलापन दिखाया है, उसे हड्डी की बीमारी का पता चला था, लेकिन वह कम मनोबल वाले लोगों में से नहीं है, उसने गायन का पीछा किया और अब एक प्रतिभाशाली गायक है। उसने 500 से अधिक कार्यक्रमों में प्रस्तुतियां दी हैं। इस अवसर पर केंद्रीय महिला और बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी भी उपस्थित थीं।