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सीआईएसएफ ने देश की अमूल्य सेवा की-गृहमंत्री

हैदराबाद में सीआईएसएफ के 54वें स्थापना दिवस समारोह में ली सलामी

'आंतरिक सुरक्षा में सीएपीएफ और राज्य पुलिस की भूमिका बहुत अहम है'

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Sunday 12 March 2023 04:06:16 PM

home minister took salute at cisf foundation day celebrations

हैदराबाद। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह आज केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल के 54वें स्थापना दिवस पर हैदराबाद में आयोजित समारोह में मुख्य अतिथि के रूपमें शामिल हुए। गृहमंत्री ने परेड की सलामी ली और बल की पत्रिका पहरेदार-2023 और कॉफी टेबल बुक का भी विमोचन किया। अमित शाह ने इस अवसर पर कहाकि देश के औद्योगिक संस्थानों, एयरपोर्ट, बंदरगाहों की सुरक्षा सुनिश्चित करके 53 वर्ष से सीआईएसएफ का देश की आर्थिक प्रगति में बहुत अहम योगदान है। उन्होंने कहाकि कोईभी देश तभी प्रगति कर सकता है, जब इसके औद्योगिक संस्थानों, एयरपोर्ट, बंदरगाहों की सुरक्षा सुनिश्चित हो। अमित शाह ने कहाकि सीआईएसएफ के हर कर्मी ने पिछले 53 साल में सीआईएसएफ की स्थापना के हर उद्देश्य की पूर्ति केलिए अपनी जान लगाकर देशकी अमूल्य सेवा की है। गृहमंत्री ने कहाकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के सामने 5 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी का लक्ष्य रखा है, जिसे हासिल करने केलिए हमारे एयरपोर्ट्स, बंदरगाहों, राष्ट्रीय महत्व के संस्थानों की सुरक्षा बहुत जरूरी है। उन्होंने विश्वास व्यक्त कियाकि सीआईएसएफ आनेवाले चुनौतियों का सामना करने केलिए स्वयं को तैयार करके यूं ही राष्ट्र सेवा करता रहेगा।
गृहमंत्री अमित शाह ने कहाकि आजका दिन ऐतिहासिक है, क्योंकि आजही के दिन महात्मा गांधी ने 1930 में 240 मील की दांडी यात्रा केसाथ नमक सत्याग्रह की शुरूआत की थी। उन्होंने कहाकि नमक सत्याग्रह ने आज़ादी के आंदोलन में एक नया इतिहास बनायाकि एक लाठी उठाए बिना इतने बड़े साम्राज्य को असहयोग और अहिंसा से कैसे पराजित किया जा सकता है। गृहमंत्री ने कहाकि 1969 में लगभग 3000 की संख्या वाला सीआईएसएफ बल 53 साल में आज 170000 की नफरी तक पहुंच चुका है। उन्होंने कहाकि आनेवाले 10 वर्ष में सीआईएसएफ केलिए विकास के कई मौके उपलब्ध होनेवाले हैं, डिजिटल युग में उसने अपने हितधारकों को अत्याधुनिक सुरक्षा उपलब्ध कराने की परंपरा निभाई है। उन्होंने कहाकि सीआईएसएफ ने रोबोटिक्स, आर्टिफिश्यिल इंटेलीजेंस जैसी अत्याधुनिक तकनीकों से सुरक्षा प्रोटोकॉल को न केवल लैस किया है, बल्कि इसे अभेद्य भी बनाया है। अमित शाह ने कहाकि गृह मंत्रालय भी आनेवाले दिनों में बंदरगाहों, एयरपोर्ट और औद्योगिक इकाइयों की सुरक्षा केलिए अत्याधुनिक तकनीकों को अडॉप्ट करके चुनौतियों का सामना करने केलिए सीआईएसएफ को सभी तकनीकों से सुसज्जित करने में कोई कमी नहीं छोड़ेगा और इसके लिए गृह मंत्रालय ने एक कार्ययोजना भी तैयार की है।
अमित शाह ने कहाकि वर्तमान में सीआईएसएफ 66 संवेदनशील और प्रमुख हवाईअड्डों, 14 प्रमुख बंदरगाहों, परमाणु एवं अंतरिक्ष संस्थानों, दिल्ली मेट्रो, स्टेच्यू ऑफ यूनिटी, कई औद्योगिक इकाइयों और खदानों की सुरक्षा का काम कर रहा है। उन्होंने कहाकि देश के सभी सीएपीएफएस में सीआईएसएफ अकेला ऐसा बल है, जिसके पास प्रभावी अग्निशमन बल है और इसने अग्निशमन सुरक्षा के क्षेत्रमें कई उपलब्धियां भी हासिल की हैं। अमित शाह ने कहाकि सीआईएसएफ प्रतिदिन दिल्ली मेट्रो, एयरपोर्ट पर लगभग 50 लाख यात्रियों केसाथ अच्छे व्यवहार, लेकिन पूरी दृढ़ता केसाथ राष्ट्र की संपत्ति की सुरक्षा केप्रति कटिबद्ध रहता है। गृहमंत्री ने कहाकि सीआईएसएफ ने एक हाइब्रिड मॉडल अपनाया है, जिससे आनेवाले समय में इसकी भूमिका बहुत बढ़ने वाली है, इस मॉडल से निजी कंपनियों मेभी सलाहकार और अन्य कई भूमिकाओं में इसका उपयोग होने का रास्ता खुलेगा। उन्होंने कहाकि ये बल आनेवाले 2 दशक में आधुनिक तकनीक और ड्रोन जैसे सुरक्षा संबंधित खतरों से निजी कंपनियों कोभी सुरक्षा देने का काम कर सकेगा। अमित शाह ने कहाकि सीआईएसएफ ने वृक्षारोपण अभियान केतहत विगत 4 साल में 3 करोड़ से ज़्यादा वृक्ष लगाकर पर्यावरण केप्रति अपनी सजगता और समर्पण को दर्शाया है।
गृहमंत्री अमित शाह ने कहाकि हरघर तिरंगा अभियान केदौरान सीआईएसएफ ने 5 लाख से अधिक तिरंगे लगाकर इसे सफल बनाने में बहुत बड़ा योगदान दिया, इसके अलावा नेश्नल स्टेडियम में रन फॉर यूनिटी में भाग लेते हुए लौहपुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल को श्रद्धांजलि भी दी। गृहमंत्री ने कहाकि 9 साल में नरेंद्र मोदी सरकार ने सीएपीएफएस और राज्य पुलिस को साथ लेकर आंतरिक सुरक्षा के क्षेत्रमें चुनौतियों का सफलतापूर्वक सामना किया है। उन्होंने कहाकि हमारे लिए चिंता का विषय रहे कश्मीर, नॉर्थईस्ट और वामपंथी उग्रवाद प्रभावित क्षेत्र, तीनों सेक्टर में हिंसा में बहुत कमी आई है, लोगों का विश्वास बढ़ा है और अलगाववाद एवं आतंकवाद फैलाने वाले आत्मसमर्पण करके मेनस्ट्रीम में आरहे हैं। उन्होंने कहाकि हिंसा फैलाने वालों केसाथ कठोरता केसाथ निपटने में सीएपीएफ ने बहुत बड़ा योगदान दिया है। गृहमंत्री ने कहाकि 9 साल से आतंकवाद के खिलाफ चल रही मोदी सरकार की ज़ीरो टॉलरेंस की नीति इसी तरह जारी रहेगी और देशके किसीभी क्षेत्रमें आतंकवाद, अलगाववाद और देशविरोधी गतिविधियों से कठोरता से निपटा जाएगा, जिसमें सीएपीएफ और राज्य पुलिस की भूमिका बहुत अहम है। अमित शाह ने कहाकि भारत बहुत तेज़ीसे उभरती हुई अर्थव्यवस्था बन चुका है और देश के औद्योगिक संस्थानों, खदानों, बंदरगाहों, एयरपोर्ट्स को सुरक्षित रखने की ज़िम्मेदारी हमारी है। उन्होंने कहाकि आनेवाले दिनों में संरक्षण औऱ सुरक्षा को गति देनी होगी।
गृहमंत्री ने कहाकि मोदी सरकार ने आयुष्मान सीएपीएफ योजना केतहत लगभग 35 लाख से अधिक आयुष्मान सीएपीएफ कार्ड वितरित किए हैं, देशभर के लगभग 24 हज़ार अस्पतालों में जवानों और उनके परिजनों केलिए कैशलेस चिकित्सा की व्यवस्था भी की है। उन्होंने कहाकि आवास योजना केतहत भी हमने हाउसिंग सेटिस्फेक्शन रेश्यो बढ़ाने का लक्ष्य रखा है, वर्ष 2015 में 3100 करोड़ रुपए की लागत से 13 हज़ार घर और 113 बैरक बनाने का काम शुरू किया गया था, जिसमें से 11 हज़ार मकान 2022 तक बन चुके हैं, 2026 तक इन 11 हज़ार मकानों के अलावा 28 हज़ार 500 मकान और बनाकर मोदी सरकार जवानों के परिवारों के रहने की व्यवस्था सुनिश्चित करेगी। उन्होंने कहाकि सितंबर 2022 में सीएपीएफ ई-आवास वेबपोर्टल लांच किया गया और इसके आधार पर 6 महीने में ही 2 लाख 17 हज़ार कार्मिकों का पंजीकरण हो चुका है और सेटिस्फेक्शन रेश्यो में बड़ा उछाल आया है, खाली पड़े आवासों में किसी भी बल के जवान को रहने देने के प्रावधान ने निर्मित आवासों की उपयोगिता को बहुत अधिक बढ़ा दिया है। उन्होंने कहाकि नवंबर 2024 में आवास संतुष्टि अनुपात 73 प्रतिशत हो जाएगा, जो आज़ादी के बाद सबसे अधिक होगा। गृहमंत्री ने कहाकि हमारे सामने कई चुनौतियां हैं जैसे-जाली नोटों का व्यापार, घुसपैठ और नारकोटिक्स और इनका सामना करने केलिए सीआईएसएफ ने एक उज्ज्वल इतिहास केसाथ देश को सुरक्षा प्रदान की है। स्थापना दिवस समारोह में तेलंगाना की राज्यपाल डॉ तमिलिसाई सौंदरराजन, केंद्रीय संस्कृति मंत्री जी किशन रेड्डी, सीआईएसएफ के महानिदेशक, बल के जवान और उनके परिजनों सहित गणमान्य नागरिक भी उपस्थित थे। 

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