स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Wednesday 15 March 2023 12:36:52 PM
भुवनेश्वर। रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन ने ओडिशा के समुद्र तट पर एकीकृत परीक्षण रेंज चांदीपुर में बहुत कम दूरी की वायु प्रणाली (वेरी शॉर्ट रेंज एयर डिफेंस सिस्टम) मिसाइल से उच्चगति वाले मानवरहित हवाई लक्ष्यों के विरुद्ध एक भूमि आधारित मानव वहनीय प्रक्षेपक से विमान के पास आने और उसके पीछे हटने की नकल करते हुए लगातार दो सफल उड़ान परीक्षण किए हैं। मिशन के सभी उद्देश्यों को पूरा करते हुए इन लक्ष्यों को सफलतापूर्वक इंटरसेप्ट किया गया। बहुत कम दूरी की वायु रक्षा प्रणाली एक मानव वहनीय वायु रक्षा प्रणाली है, जो कम दूरी पर रहने वाले एवं कम ऊंचाई वाले हवाई खतरों को निष्प्रभावी करने केलिए है।
डीआरडीओ की प्रयोगशालाओं और भारतीय उद्योग भागीदारों के सहयोग से इसे अनुसंधान केंद्र भवन हैदराबाद में स्वदेशी रूपसे डिजाइन और विकसित किया गया है। इसमें डुअल-बैंड आईआईआर सीकर, मिनिएचराइज्ड रिएक्शन कंट्रोल सिस्टम और इंटीग्रेटेड एवियोनिक्स सहित कई नई प्रौद्योगिकियां शामिल हैं। इसका प्रणोदन एक दोहरी शक्ति वाली ठोस मोटर से प्रदान किया जाता है। डीआरडीओ एवं उद्योग भागीदारों की सराहना करते हुए रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने आशा व्यक्त की हैकि नई तकनीकों से लैस यह मिसाइल सशस्त्र बलों को और अधिक तकनीकी बढ़त प्रदान करेगी। रक्षा अनुसंधान एवं विकास विभाग के सचिव और डीआरडीओ के अध्यक्ष डॉ समीर वी कामत ने भी लगातार सफल उड़ान परीक्षणों से जुड़ी टीमों को बधाई दी है।