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Monday 3 April 2023 03:39:06 PM
नई दिल्ली। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने भारत में विदेशी मीडिया के दखल पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा हैकि भारत के बढ़ते कदमों को कुछ विदेशी ताक़तें पचा नहीं पा रही हैं और कोई विदेशी मीडिया भारत के कोर्ट से ऊपर नहीं, संवैधानिक संस्थाओं की कार्यप्रणाली में दख़लंदाज़ी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने नए भारत की बात करते हुए कहाकि भारत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बहुत तेज़ी से आगे बढ़ रहा है, करीब 76 प्रतिशत ग्लोबल अप्रूवल रेटिंग केसाथ उन्हें दुनिया के सबसे लोकप्रिय नेता के रूपमें मान्यता मिली है और भारत के ये बढ़ते कदम कुछ विदेशी ताकतों को रास नहीं आ रहे हैं एवं कुछ विदेशी मीडिया संस्थान एजेंडा-प्रोपेगेंडा केतहत भारत को बदनाम करने के कुचक्र में शामिल हैं, लेकिन विदेशी मीडिया भारत की दिशा-दशा तय नहीं करेगा।
सूचना एवं प्रसारण मंत्री ने कहाकि आज भारत में न नॉलेज गैप है, न डिजिटल डिवाइड है, ना टेक्नोलॉजी डिवाइड है, आज भारत केपास वह सबकुछ है, जो एक विकसित देश केपास है, सबसे बड़ी बात आज भारत के पास आज एक राष्ट्रवादी विचारधारा एवं समाज को जोड़ने वाली सरकार है, जो भारत को विश्वगुरु बनाने का दम रखती है। सूचना प्रसारण मंत्री ने कहाकि आजभी भारत में भी कई ऐसे विदेशी मीडिया संस्थान हैं, जो भारत विरोधी सोच केसाथ काम कर रहे हैं, इन्होंने ऐसा नेक्सस बना रखा हैकि अपने गलत कामों पर सरकार की पूछताछ परभी ऐसे चिल्लाते हैं और विश्व में यह बताते हैंकि भारत में मीडिया फ्रीडम पर खतरा है। उन्होंने कहाकि ये अपने गलत कामों पर मीडिया नाम की चादर डालना चाहते हैं, इसी गलत भावना केसाथ यह कुछ मनगढ़ंत रिपोर्ट निकालते हैं, जिनका कोई वैज्ञानिक आधार नहीं होता। उन्होंने कहाकि देश का मीडिया किसी विदेशी मीडिया को हमारे देश का नैरेटिव सेट करने का मौका ना दे।
विदेशी मीडिया को उपनिवेशवाद की सोच से ग्रस्त बताते हुए अनुराग ठाकुर ने कहाकि विदेशी मीडिया जिस तरह से सिलेक्टिव होकर भारतीय खबरों को गलत तरीके से गलत एंगल देकर सनसनीखेज करता है, क्या हमारा मीडिया उनकी खबरों को तनिक भी स्पेस देता है? उदाहरण केलिए देखे तो अमेरिका में गन वायलेंस आज चरम पर है पर क्या इसकी चर्चा आपने भारत में या वैश्विक स्तरपर देखी? अनुराग ठाकुर ने वेस्टर्न हेजेमनी और वर्ल्ड इनफार्मेशन आर्डर पर बात रखते हुए कहाकि आप सभी को फाइजर वैक्सीन याद होगी, कैसे इसको भारत मे लाने केलिए क्या-क्या हथकंडे अपनाए गए, भारतीय स्वदेशी टीकों के खिलाफ प्रोपेगेंडा चलाया गया, ये सब इसीलिए संभव था, क्योंकि सूचना प्रवाह पर पश्चिमी आधिपत्य है, हमें इसे तोड़ना है, हमारा भारत तबतक विश्वगुरु नहीं बन सकता, जबतक हम अपना इंफॉर्मेशन फ्लो अपने हाथ में नहीं लेंगे।
सूचना प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहाकि अधिकतर विदेशी मीडिया कंपनियों, खासकर जिनका भारत के प्रति घृणा का इतिहास है, वहां जो पत्रकार भारत के बारेमें गलत खबरें लिखते हैं, वो ज्यादातर भारतीय या भारतीय मूल के हीं होते हैं, इनकी प्रोफाइल आप खंगालेंगे तो पता चलेगा की ये भारत और भारतीयों खासकर हिंदुओं के प्रति घृणा से भरे होते हैं और केवल एकतरफा खबरें लिखते हैं। उन्होंने कहाकि हमें ये मानना होगाकि कुछ विदेशी मीडिया संस्थान और कुछ देशी न्यूज़ पोर्टल्स भारतीय सोच एवं समाज के खिलाफ प्रोपेगंडा केतहत कार्य कर रहे हैं, जिसे साफ-साफ बोलने में किसीको कोई संकोच नहीं होना चाहिए। उन्होंने यह उल्लेखनीय विचार-विमर्श लोकमत अखबार की स्थापना के स्वर्ण जयंती अवसर पर किया और समूह को हार्दिक शुभकामनाएं दीं। उन्होंने विश्वास व्यक्त कियाकि लोकमत समूह इसी तरह जनसरोकार की पत्रकारिता अनवरत जारी रखेगा।