स्वतंत्र आवाज़
word map

पश्चिम बंगाल में शुरू हुए केंद्र के विकास कार्य

बंदरगाहों और बीएसएफ की परियोजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास

भारत के पड़ोसी देशों केसाथ अच्छे संबंधों के लिए यह जरूरी है-गृहमंत्री

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Tuesday 9 May 2023 05:21:42 PM

center's development work started in west bengal

कोलकाता। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने आज पश्चिम बंगाल में लैंड पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया और सीमा सुरक्षा बल के विभिन्न विकास कार्यों का उद्घाटन और शिलान्यास किया। अमित शाह ने आईसीपी पेत्रापोल पर मैत्रीद्वार, सीमा सुरक्षा बल के नवनिर्मित सीमा चौकियों और अन्य भवनों का भी वर्चुअल शुभारंभ किया। गृहमंत्री ने कहाकि आज यहां लैंड पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया और बीएसएफ की कई योजनाओं का शुभारंभ और भूमिपूजन हुआ है, लैंड पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया ना केवल भारत के अर्थतंत्र को गति देने वाली संस्था है, बल्कि भारत के मैत्री के संदेश की राजदूत भी है। उन्होंने कहाकि भारत की 15 हज़ार किलोमीटर लंबी भूमि सीमा और सभी दक्षिणी एशियाई देशों केसाथ हमारे सांस्कृतिक और व्यापारिक संबंधों को बढ़ावा देने केलिए लैंड पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया एक बहुत बड़ी संस्था है, जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2016 से नई गति, दिशा और आयाम देने का काम किया है।
केंद्रीय गृहमंत्री ने कहाकि प्रतिदिन पेत्रापोल पर प्रतिदिन 600-700 ट्रक का यातायात और व्यापार होता है, यहां अक्सर भीड़भाड़ की समस्या रहती थी, लेकिन अब यहां दूसरा कार्गो गेट बनने से इस समस्या का समाधान हो जाएगा। अमित शाह ने कहाकि 2016 से 2022 के दौरान लैंड पोर्ट कार्गो और यात्री के आंकड़ों में काफी वृद्धि हुई है। उन्होंने कहाकि 2016-17 में 18000 करोड़ रूपए का व्यापार बढ़कर आज 30000 करोड़ रूपए पारकर गया है, ये बताता हैकि लैंड पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने कितना अच्छा काम किया है। अमित शाह ने कहाकि 2022-23 में लैंड पोर्टसे लगभग 20 लाख यात्रियों की आवाजाही हुई है, इसके अलावा पेट्रापोल में 2021 में पैसेंजर टर्मिनल बिल्डिंग बनने केबाद से सालाना 5 लाख यात्री यानी रोज़ाना लगभग 11000 यात्रियों की आवागमन की सुविधा यहां हुई है। गृहमंत्री ने इस अवसर पर भारत-बांग्लादेश संबंधों का जिक्र करते हुए कहाकि ये संबंध साझा संस्कृति, भाषा, कला और जीवन परंपराओं पर आधारित हैं। उन्होंने कहाकि भारत-बांग्लादेश के संबंध कोई तोड़ नहीं सकता और हज़ारों साल से एकही संस्कृति के आधार पर जीनेवाले दो राष्ट्रों केबीच बांग्लादेश के जन्म से लेकर आजतक भारत ने हमेशा बांग्लादेश के इतिहास में मैत्रीपूर्ण भूमिका का निर्वहन किया है।
अमित शाह ने कहाकि बांग्लादेश की आजादी की लड़ाई में सीमा सुरक्षा बल का स्वर्णिम योगदान है, इसी कारण आजभी भारत और बांग्लादेश केबीच सौहार्द्रपूर्ण और ऊष्मापूर्ण रिश्ते हैं, जिन्हें इस स्थान से नई गति और ऊर्जा मिलेगी। अमित शाह ने कहाकि आज यहां एक पुलिस स्टेशन भवन, हॉस्टल और बंगाल की सीमापर 108 करोड़ की लागत से बीएसएफ के 7 अलग-अलग थानों का उद्घाटन किया गया है। उन्होंने कहाकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत की सीमा नीति में व्यापार का बहुत महत्व रहा है, 15000 किलोमीटर की भारत की भूमि सीमा 7 देशों को छूती है और दक्षिण एशिया के सभी देशों केसाथ हमारे संबंध और व्यापारिक रिश्ते मज़बूत हों, इसके लिए मोदीजी के प्रधानमंत्री बनने केबाद नई नीति बनाई गई। उन्होंने कहाकि पहले बॉर्डर इंफ्रास्ट्रक्चर, कनेक्टिविटी, व्यापार, पीपल टू पीपल कनेक्टिविटी और बॉर्डर विलेज डेवलपमेंट की बहुत कमी थी। अमित शाह ने कहाकि आज बॉर्डर इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलप हो रहा है, कनेक्टिविटी बढ़ रही है, देशों केसाथ व्यापार बढ़ रहा है, पीपल टू पीपल कनेक्टिविटी भी बढ़ रही है और बॉर्डर विलेज डेवलपमेंट के माध्यम से सीमावर्ती गांव आज देश के प्रथम गांव बनने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।
गृहमंत्री ने कहाकि मोदी सरकार की सीमा सुरक्षा की नीति बहुत स्पष्ट है। उन्होंने कहाकि केंद्र सरकार सीमावर्ती क्षेत्रों में मज़बूत इंफ्रास्ट्रक्चर पर काम कर रही है, सीमावर्ती गांवों में देश के हर गांव जैसी कल्याणकारी योजनाओं का लाभ देने के प्रयास कर रही है और इन गांवों में कनेक्टिविटी सुधारने पर भी हम काम कर रहे हैं। उन्होंने कहाकि मोदी सरकार लैंड ट्रेड को बढ़ावा देकर सीमांत गांवों में व्यापार, उद्योग और वोकल फॉर लोकल के संदेश का भी प्रसार करने के प्रयास कर रही है। अमित शाह ने कहाकि लैंड पोर्ट्स का विकास ना केवल मोदीजी के भारत के 5 ट्रिलियन डॉलर वाली अर्थव्यवस्था बनने के सपने को पूरा करने केलिए महत्वपूर्ण है, बल्कि पड़ोसी देशों केसाथ अच्छे संबंधों केलिए भी ज़रूरी है। उन्होंने कहाकि लैंड पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया भारत के पड़ोसी देशों केसाथ एक राजदूत की तरह काम करके आगे बढ़ रही है। अमित शाह ने कहाकि लैंड पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया केलिए विगत 5 साल में कई इनिशिएटिव लिए गए हैं, जिनमें पोर्ट ऑटोमेशन सिस्टम, लैंड पोर्ट मैनेजमेंट सिस्टम, लैंड पोर्ट डिजिटल सिक्योरिटी एंड मॉनिटरिंग सिस्टम, डिजिटल पोर्ट एसेट मैनेजमेंट सिस्टम, सुविधा पोर्टल, अटारी में एकीकृत जांच चौकी बनाना और अगरतला लैंड पोर्ट पर यात्री सुविधाएं देना शामिल हैं।
अमित शाह ने कहाकि लैंड पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने कई इनिशिएटिव लेकर अपनी स्थापना के सभी उद्देश्यों को प्राप्त करने की दिशा में काफी काम किया है। गृहमंत्री ने कहाकि सीमा सुरक्षा बल ने भी बर्फीली चोटियों से रेगिस्तान तक, भूमि सीमा से बंगाल की खाड़ी तक हर जगह हमारी भूमि और सीमाओं की सुरक्षा में कोई कसर नहीं छोड़ी है। उन्होंने कहाकि बीएसएफ के बिना भारत की भूमि सीमाओं की सुरक्षा की कल्पना ही नहीं की जा सकती है, जब बीएसएफ का जवान सीमा पर तैनात होता है, तब देश में किसी कोभी देश की भूमि सीमाओं की सुरक्षा की कोई चिंता नहीं होती है। कार्यक्रम में अपने संबोधन की शुरूआत गृहमंत्री अमित शाह ने गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर को उनकी जयंती पर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित करके की। इस दौरान केंद्रीय गृहराज्य मंत्री निशिथ प्रमाणिक, केंद्रीय पत्तन मंत्री शांतनु ठाकुर, लैंड पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया के अध्यक्ष और सीमा सुरक्षा बल के महानिदेशक और गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

हिन्दी या अंग्रेजी [भाषा बदलने के लिए प्रेस F12]