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Thursday 11 May 2023 05:43:56 PM
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस पर नई दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहाकि आज 11 मई का ये दिन भारत के इतिहास के सबसे गौरवमयी दिनों में से एक है, आज भारत के वैज्ञानिकों ने पोखरण में वो उपलब्धि हासिल की थी, जिसने मां भारती की हर संतान का सिर गर्व से ऊंचा कर दिया था। उन्होंने कहाकि वे वह दिन कभी भूल नहीं सकते, जब देश के प्रधानमंत्री रहे अटल बिहारी वाजपेयी ने भारत के सफल परमाणु परीक्षण की घोषणा की थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि पोखरण परमाणु परीक्षण के जरिए भारत ने ना केवल अपने वैज्ञानिक सामर्थ्य को साबित किया था, बल्कि भारत के वैश्विक कद को एक नई ऊंचाई भी दी थी, अटलजी के शब्दों में ही कहूं तो अपनी ध्येय यात्रा में हम कभी रुके नहीं हैं, किसी चुनौती के समक्ष कभी झुके नहीं हैं। प्रधानमंत्री ने राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस पर अपने वैज्ञानिकों और प्रौद्योगिकी केप्रति उत्साही लोगों के समर्पण और दृढ़ता को सलाम किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कार्यक्रम में कई भविष्य की पहलों का लोकार्पण और शिलान्यास किया और कहाकि मुंबई में नेशनल हैड्रॉन बीम थेरेपी फैसिलिटी एंड रेडियोलॉजिकल रिसर्च सेंटर, विशाखापट्टनम के बीएआरसी कैंपस में दुर्लभ पृथ्वी स्थायी चुंबक संयंत्र, मुंबई की फिशन मोली-99 उत्पादन सुविधा या विभिन्न शहरों के कैंसर हॉस्पिटल हों ये सभी संस्थान न्यूक्लियर टेक्नोलॉजी की मदद से मानवता और भारत की सेवा एवं प्रगति को गति देंगे। उन्होंने कहाकि आज टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च और लेजर इंटरफेरोमीटर ग्रेविटेशनल वेव ऑब्जर्वेटरी इंडिया का शिलान्यास भी हुआ है, जो 21वीं सदी के सबसे बेहतरीन विज्ञान और प्रौद्योगिकी पहल में से एक है। उन्होंने कहाकि दुनिया में गिने-चुने देशों के पासही इस तरह की वेधशाला है, भारतीय विद्यार्थियों और वैज्ञानिकों केलिए ये वेधशालाएं आधुनिक रिसर्च के नए अवसर लेकर आ रही हैं। उन्होंने इन प्रोजेक्ट्स केलिए देश के वैज्ञानिक समुदाय प्रशंसा की और उन्हें एवं समस्त देशवासियों को बधाई दी।
नरेंद्र मोदी ने कहाकि हम आज़ादी के अमृतकाल के शुरुआती महीनों में हैं, हमारे सामने 2047 के स्पष्ट लक्ष्य हैं, हमें देश को विकसित और आत्मनिर्भर बनाना है। उन्होंने कहाकि भारत तकनीक को अपना दबदबा कायम करने का माध्यम नहीं, बल्कि देश की प्रगति को गति देने का एक टूल मानता है और ये देखकर बहुत अच्छा लगा हैकि राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस की इसबार की थीम 'स्कूल से स्टार्टअप-नवोन्मेष केलिए युवा मस्तिष्क को प्रज्वलित करना' है। उन्होंने कहाकि भारत का भविष्य युवा पीढ़ी ही तय करेगी, इनके पास नए सपने हैं, नए संकल्प हैं और इनकी ऊर्जा, उत्साह भारत की बहुत बड़ी ताकत हैं। प्रधानमंत्री ने कहाकि हमारे देश के महान वैज्ञानिक और देश के राष्ट्रपति रहे डॉ एपीजे अब्दुल कलाम कहा करते थेकि क्रिया केसाथ ज्ञान प्रतिकूलता को समृद्धि में परिवर्तित करता है और आज जब भारत एक ज्ञान समाज के तौरपर सशक्त हो रहा है तो उतनी ही तेजी से एक्शन भी ले रहा है। उन्होंने कहाकि यह भारत के युवाओं का सामर्थ्य और टैलेंट हैकि आज देश ऐसे समय में भी तरक्की के रास्ते पर निरंतर आगे बढ़ रहा है, जब दुनिया आर्थिक अनिश्चितताओं के दौर से गुजर रही है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि भारत के युवा दिमाग को नवाचार की तरफ प्रेरित करने केलिए बीते 9 वर्ष में देश में एक मजबूत बुनियाद बन चुकी है, कुछ साल पहले शुरू की गई अटल टिंकरिंग लैब्स आज देश की इनोवेशन नर्सरी बन रही हैं, देश के 35 राज्यों, 700 जिलों में 10 हजार से ज्यादा अटल टिंकरिंग लैब्स बनाई जा चुकी हैं और ऐसा नहीं हैकि साइंस, टेक्नोलॉजी, इनोवेशन और इन्क्यूबेशन का ये मिशन केवल बड़े शहरों तक सीमित है, करीब 60 प्रतिशत अटल टिंकरिंग लैब्स सरकारी और ग्रामीण स्कूलों में खुली हैं। प्रधानमंत्री ने कहाकि बड़ी संख्या में बच्चों केलिए पढ़ाई के मायने बदल रहे हैं, वो इनोवेशन की तरफ प्रेरित हो रहे हैं, अटल टिंकरिंग लैब्स में 75 लाख से ज्यादा स्टूडेंट्स 12 लाख से ज्यादा इनोवेशन प्रोजेक्ट्स पर जीजान से जुटे हुए हैं, काम कर रहे हैं यानि आनेवाले समय में लाखों जूनियर वैज्ञानिक स्कूलों से निकलकर देश के कोने-कोने में पहुंचने वाले हैं। प्रधानमंत्री ने कहाकि 2014 के बाद से हमारी सरकार ने जिस तरह साइंस और टेक्नोलॉजी पर जोर देना शुरू किया, वो देश के आम लोगों के जीवन में बड़े बदलाव लाने में बहुत मददगार रहा है। नरेंद्र मोदी ने कहाकि हमने जो स्टार्टअप इंडिया अभियान, डिजिटल इंडिया अभियान और जो नेशनल एजुकेशन पॉलिसी बनाई, उसने भी टेक्नोलॉजी क्षेत्र में भारत की सफलता को नई ऊंचाई दी है।
नरेंद्र मोदी ने कहाकि पहले जो साइंस केवल किताबों तक सीमित थी, वो अब प्रयोगों से आगे बढ़कर ज्यादा से ज्यादा पेटेंट में बदल रही है, इनकी संख्या सालाना 30 हजार से भी ज्यादा हो गई है। उन्होंने कहाकि आज भारत हर उस दिशा में आगे बढ़ रहा है, जो एक तकनीकी नेता देश केलिए जरूरी होता है। उन्होंने कहाकि हर दिन टेक्नोलॉजी की दुनिया में तेजीसे बदलाव हो रहे हैं और भारत के युवा इस स्पीड को मैच और क्रॉस करने में देश का नेतृत्व करेंगे। उन्होंने कहाकि एआई उपकरण नए गेम चेज़र बनकर उभरे हैं, हेल्थ सेक्टर में हम असीम संभावनाओं को देख रहे हैं, ड्रोन टेक्नोलॉजी में भी हर रोज नए नवाचार हो रहे हैं, डिफेंस में इनोवेशन केलिए हमने रक्षा उत्कृष्टता केलिए नवाचार शुरू किया है। उन्होंने भरोसा जतायाकि राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस कार्यक्रम इन संभावनाओं को साकार करने में एक अहम भूमिका निभाएगा। कार्यक्रम में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय राज्यमंत्री डॉ जितेंद्र सिंह, साइंस और टेक्नोलॉजी कम्यूनिटी के सदस्य और बड़ी संख्या में युवा उपस्थित थे।