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Thursday 18 May 2023 12:13:42 PM
पेरिस/ नई दिल्ली। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण राज्यमंत्री डॉ एल मुरुगन ने कान्स फिल्म महोत्सव में भारतीय पवेलियन का उद्घाटन किया और भारत को एक आकर्षक फिल्मांकन गंतव्य के रूपमें प्रस्तुत किया। उन्होंने कहाकि नरेंद्र मोदी सरकार भारत को शूटिंग, सह निर्माण, एनीमेशन और कम लागत वाले पोस्ट प्रोडक्शन के संबंध में अंतर्राष्ट्रीय फिल्म उद्योग केलिए एक आकर्षक स्थल के रूपमें विकसित करने केलिए प्रतिबद्ध है। फिल्मी सितारों, अधिकारियों सहित भारतीय प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए डॉ एल मुरुगन ने कहाकि भारत 50 से अधिक भाषाओं में 3000 से अधिक फिल्मों के निर्माण केसाथ विश्व का सबसे बड़ा फिल्म निर्माता है, ये फिल्में कहानी कहने को लेकर पूरे विश्व में भारत की मजबूत स्थिति का एक संदेश देती हैं।
सूचना एवं प्रसारण राज्यमंत्री ने मुदुमलाई की प्रसिद्ध एलीफेंट व्हिस्परर्स फिल्म का उदाहरण देकर यह रेखांकित कियाकि आज अच्छी सामग्री की कोई सीमा नहीं है और हम एक ऐसा युग देख रहे हैं, जहां भारतीय सामग्री की प्रकृति स्थानीय से वैश्विक हो रही है। डॉ एल मुरुगन ने वैश्विक स्तरपर भारतीय फिल्मों और फिल्म निर्माताओं की हालिया शानदार सफलता का उल्लेख किया। उन्होंने कहाकि आज एनीमेशन या वीएफएक्स के क्रेडिट में भारतीय नाम के बिना एक फिल्म ढूंढना मुश्किल है। राज्यमंत्री ने कहाकि हालिया वर्षों में भारतीय फिल्म उद्योग में नई प्रौद्योगिकियों को अपनाने और डिजिटल व स्ट्रीमिंग प्लेटफार्मों के उभरने केसाथ महत्वपूर्ण परिवर्तन हुए हैं। डॉ एल मुरुगन ने बतायाकि भारतीय मीडिया और मनोरंजन क्षेत्र साल 2023 में 11.4 फीसदी की असाधारण वृद्धि दर को प्राप्त करने केलिए तैयार है और इसका राजस्व 2.36 लाख करोड़ रुपये के चौंकाने वाले स्तरपर पहुंच गया है।
डॉ एल मुरुगन ने कहाकि यह उल्लेखनीय बढ़ोतरी तेजीसे विकसित हो रहे डिजिटल परिदृश्य में भारत के मीडिया और मनोरंजन उद्योग की मजबूती एवं नए अवसर उत्पन्न करने की क्षमता का एक साक्ष्य है। उन्होंने कहाकि कोविड महामारी केबाद भारत में कुल बॉक्स ऑफिस राजस्व साल 2021 के राजस्व की तुलना में 2022 में लगभग तीन गुना बढ़कर 1.3 बिलियन अमेरीकी डॉलर हो गया और इस आंकड़े की 2025 तक 3 बिलियन अमेरीकी डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है। उन्होंने भारत में फिल्म इकोसिस्टम को मजबूत करने की दिशा में सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के किएगए उपायों का उल्लेख किया। डॉ एल मुरुगन ने कहाकि डिजिटल इंडिया, स्टार्टअप इंडिया, ग्रामीण टेलीकॉम कनेक्टिविटी और डेटा की वहनीयता एवं उपलब्धता केलिए सकारात्मक वातावरण का निर्माण करने वाले नीतिगत सुधारों के माध्यम से विभिन्न पहल एक रचनात्मक अर्थव्यवस्था की मजबूत नींव तैयार कर रही हैं।
सूचना एवं प्रसारण राज्यमंत्री ने कहाकि आईटी क्षेत्र की हमारी विशेष तकनीकी क्षमता प्रतिभाशाली कलाकारों की बड़ी संख्या केसाथ मिल गई है, जो भारत को वैश्विक सिनेमा केलिए सामग्री निर्माता के रूपमें सेवा करने केलिए सबसे उपयुक्त बनाती है। उन्होंने कहाकि हमारी सरकार ने इस क्षेत्र को बढ़ावा देने केलिए एक कार्यबल गठित किया है, इसके अलावा एवीजीसी केलिए एक राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र भी प्रस्तावित है। डॉ एल मुरुगन ने आशा व्यक्त कीकि पिछले साल कान्स में भारत सरकार की ओर से फिल्म प्रोत्साहन की घोषणा केबाद कान्स-2023 में भारत की शानदार उपस्थिति इस प्रगति को और आगे ले जाएगी। भारत की जी-20 अध्यक्षता की तैयारियों का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहाकि हम संस्कृति और पर्यटन के महत्व पर विशेष जोर दे रहे हैं, हमारा उद्देश्य संस्कृति को समावेशी, स्थायी सामाजिक एवं आर्थिक सुधार और विकास केलिए एक प्रेरक शक्ति के रूपमें स्थापित करने को लेकर मीडिया और मनोरंजन की शक्ति का लाभ उठाना है, जो सभी केलिए उज्जवल भविष्य का मार्ग तैयार करता है।
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने वीडियो संदेश के जरिए जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहाकि कान्स फिल्म महोत्सव ने न केवल हमारी सिनेमाई उत्कृष्टता को बढ़ावा दिया है, बल्कि भारत-फ्रांस संबंधों को मजबूत करने में भी अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने इस बातपर जोर दियाकि इस साल पहलीबार हमने कान्स फिल्म महोत्सव में भारत के उत्तर-पूर्वी राज्यों के प्रतिभाशाली फिल्म निर्माताओं के एक आधिकारिक प्रतिनिधिमंडल को भेजा है। अनुराग ठाकुर ने बतायाकि हम देश के भीतर फिल्म निर्माण में क्षेत्रीय विविधता को मान्यता और बढ़ावा देते हैं, ऐसी स्थिति में यह विचार कान्स में भारत की समृद्ध सिनेमाई संस्कृति की गहराई एवं विविधता लाने केलिए है। उन्होंने श्रोताओं को सूचित कियाकि भारतीय राष्ट्रीय फिल्म संग्रहालय ने इस साल कान्स क्लासिक श्रेणी में चुनी गई मणिपुरी भाषा की फिल्म 'ईशानौ' के नेगेटिव का डिजिटलीकरण कर दिया है। अनुराग ठाकुर ने कहाकि 3 अलग-अलग श्रेणियों में 3 फिल्मों को शॉर्टलिस्ट किया गया और उनमें से 2 को ऑस्कर प्राप्त हुआ, इससे विश्व ने भारतीय फिल्म उद्योग की रचनात्मकता, सामग्री और तकनीकी क्षमताओं को देखा है।
अनुराग ठाकुर ने कहाकि दमदार कहानी, उच्चस्तरीय कौशल आधारित सामग्री निर्माण एवं पोस्ट प्रोडक्शन क्षमताओं और 16 देशों केसाथ सहनिर्माण संधियों केसाथ भारत पूरे विश्व में फिल्म निर्माताओं केलिए एक आकर्षक स्थल के रूपमें उभरा है। फ्रांस में भारत के राजदूत जावेद अशरफ ने कान्स और अन्य महोत्सवों में एक बड़ी एवं अधिक संगठित उपस्थिति केसाथ भारतीय फिल्मों को बढ़ावा देने केलिए अधिक उत्साहजनक दृष्टिकोण का आह्वान किया। कान्स फिल्म महोत्सव के कार्यकारी निदेशक गुइलौम एस्मिओल ने कहाकि एक मजबूत बाजार होने केसाथ फिल्म उद्योग के स्तर को देखते हुए भारत वैश्विक फिल्म उद्योग केलिए एक महत्वपूर्ण देश है। इस दौरान नवंबर 2023 में गोवा में होनेवाले 54वें भारतीय फिल्म महोत्सव के पोस्टर और ट्रेलर का अनावरण भी किया गया। कार्यक्रम में सूचना और प्रसारण मंत्रालय में संयुक्त सचिव पृथुल कुमार एवं भारतीय फिल्म उद्योग के प्रमुख चेहरे भी उपस्थित थे।