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Saturday 10 June 2023 04:58:57 PM
नई दिल्ली। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया, जिन्होंने प्रत्येक वर्ष 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाने की शुरूआत करके स्वास्थ्य और संतुलित जीवनशैली को बढ़ावा दिया और योग को विश्वभर में एक जन आंदोलन बना दिया। सूचना एवं प्रसारण मंत्री ने कहा हैकि योग ने विश्वभर में लाखों लोगों का ध्यान आकर्षित करते हुए सीमाओं और संस्कृतियों का बंधन तोड़ दिया है, शारीरिक मानसिक और आध्यात्मिक कल्याण केलिए इसके समग्र दृष्टिकोण ने विश्व में योग केप्रति रुचि उत्पन्न की है और योग के प्रचार-प्रसार और परिवर्तनकारी क्षमता को दर्शाने में मीडिया के अथक प्रयासों के बिना यह उपलब्धि संभव नहीं हो सकती थी। उन्होंने कहाकि मुझे यह घोषणा करते हुए प्रसन्नता हैकि सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने इस वर्ष अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मीडिया सम्मान का दूसरा संस्करण आयोजित करने का निर्णय लिया है।
सूचना एवं प्रसारण मंत्री ने कहाकि यह सम्मान भारत और विदेशों में योग के प्रचार-प्रसार में मीडिया की महत्वपूर्ण भूमिका की सराहना करता है, इस प्राचीन अभ्यास और इसके अनेक लाभों को प्रोत्साहन देने में मीडिया की अपार शक्ति और जिम्मेदारी को पहचानना महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहाकि मीडिया ने योग के प्रचार-प्रसार और इसे अपनाने में प्रेरक की भूमिका निभाई है, मीडिया ने विभिन्न आयु वर्ग, पृष्ठभूमि और क्षमताओं के लोगों के समक्ष योग को सार्वभौमिक अभ्यास के रूप में प्रस्तुत किया है। इस भूमिका को निभाने केलिए मीडिया को धन्यवाद देते हुए उन्होंने कहाकि मैं भारत और दुनियाभर में योग के प्रचार-प्रसार में मीडिया के अमूल्य योगदान केलिए हृदय से आभार व्यक्त करता हूं, मीडिया के अटूट समर्पण ने निस्संदेह योग को कल्याण की सार्वभौमिक भाषा का रूप प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मीडिया सम्मान-2023 के अंतर्गत तीन श्रेणियों-प्रिंट मीडिया, टेलीविजन और रेडियो में 22 भारतीय भाषाओं और अंग्रेजी में 33 सम्मान प्रदान किए जाएंगे। इनमें 22 भारतीय भाषाओं और अंग्रेजी में 11 सम्मान-समाचार पत्रों में योग में सर्वश्रेष्ठ मीडिया कवरेज श्रेणी केतहत प्रदान किया जाएगा। इलेक्ट्रॉनिक मीडिया (टीवी) में योग में सर्वश्रेष्ठ मीडिया कवरेज श्रेणी में सम्मानित किया जाएगा। इलेक्ट्रॉनिक मीडिया (रेडियो) में योग में सर्वश्रेष्ठ मीडिया कवरेज श्रेणी में सम्मानित किया जाएगा।
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मीडिया सम्मान की सिफारिश स्वतंत्र निर्णायक मंडल करेगा। सम्मान में एक विशेष मीडिया, पट्टिका या ट्रॉफी और एक प्रशस्तिपत्र शामिल होगा। दिशानिर्देशों में मीडिया घरानों को 10 से 25 जून 2023 की अवधि के दौरान बनाए गए और प्रकाशित या ऑडियो/ विजुअल सामग्री के प्रसारण/ प्रसारण की प्रासंगिक क्लिपिंग केसाथ एक निर्धारित प्रारूप में विवरण प्रस्तुत करना होगा। प्रविष्टियां भेजने की अंतिम तिथि 1 जुलाई 2023 है। विस्तृत दिशा-निर्देश पत्र सूचना कार्यालय https://pib.gov.in/indexd.aspx और सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय https://mib.gov.in/ की वेबसाइट पर देखे जा सकते हैं। भारत और विदेशों में योग के प्रचार-प्रसार में मीडिया की सकारात्मक भूमिका और जिम्मेदारी को स्वीकार करते हुए सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने जून 2019 में पहला अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मीडिया सम्मान स्थापित किया था। पुरस्कारों का पहला संस्करण 7 जनवरी 2020 को आयोजित किया गया और सम्मान प्रदान किए गए। उसके बाद कोविड महामारी के कारण एक अंतराल पैदा हो गया। सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने अब सम्मान को फिरसे प्रदान करने केलिए 2023 में दूसरे संस्करण के आयोजन का निर्णय लिया है। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2015 से प्रतिवर्ष 21 जून को मनाया जाता है।
योग दिवस का विचार पहलीबार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 27 सितंबर 2014 को संयुक्तराष्ट्र महासभा में अपने संबोधन के दौरान प्रस्तुत किया था। इस विचार का प्रस्ताव करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा थाकि योग भारत की प्राचीन परंपरा का अमूल्य उपहार है, यह मन और शरीर की एकतात्मकता, विचार और कार्य, संयम और सम्पूर्णता, मनुष्य और प्रकृति केबीच सामंजस्य, स्वास्थ्य और कल्याण केलिए एक समग्र दृष्टिकोण का प्रतीक है। यह व्यायाम के बारेमें नहीं है, बल्कि अपने आपको दुनिया और प्रकृति केसाथ एकता की भावना की खोज करने केलिए है। हमारी जीवनशैली को बदलकर और चेतना जागृतकर कल्याण में मदद कर सकता है, आइए हम अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस को अपनाने की दिशा में काम करें। इस प्रस्ताव केबाद संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 14 अक्टूबर 2014 को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मसौदा प्रस्ताव पर अनौपचारिक परामर्श किया। परामर्श भारत के प्रतिनिधिमंडल ने आयोजित किया था, 11 दिसंबर 2014 को भारत के स्थायी प्रतिनिधि ने संयुक्तराष्ट्र महासभा में मसौदा प्रस्ताव पेश किया, जिसको 177 सदस्य देशों से व्यापक समर्थन मिला था।