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नौकरियों के लिए रेट कार्ड के दिन गए-मोदी

राष्ट्रीय रोज़गार मेले में वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए नियुक्ति पत्र बांटे

देश में नौकरियों केलिए घोटालों पर प्रकाश डाला व युवाओं को चेताया

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Tuesday 13 June 2023 06:03:08 PM

pm narendra modi distributed appointment letters in the national employment fair

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए राष्ट्रीय रोज़गार मेले को संबोधित किया और विभिन्न सरकारी विभागों और संगठनों में नवनियुक्त भर्ती केलिए लगभग 70000 नियुक्ति पत्र वितरित किए। देशभर से चयनित भर्तियां वित्तीय सेवा विभाग, डाक विभाग, स्कूल शिक्षा विभाग, उच्चशिक्षा विभाग, रक्षा मंत्रालय, राजस्व विभाग, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय, परमाणु ऊर्जा विभाग, रेल मंत्रालय, लेखा परीक्षा और लेखा विभाग एवं गृह मंत्रालय सहित विभिन्न सरकारी विभागों में शामिल होंगी। प्रधानमंत्री ने रोज़गार मेले को संबोधित करते हुए टिप्पणी कीकि अब देश तय करेगा कि युवाओं का भविष्य रेट कार्ड से चलेगा या सेफगार्ड से। उन्होंने भर्ती प्रक्रिया में वंशवाद की राजनीति और भाई-भतीजावाद की बुराइयों के बारेमें बात की। उन्होंने 'नौकरियों केलिए नकद घोटाले' के मुद्दे पर प्रकाश डाला, जोकि एक राज्य में सामने आया है और युवाओं को इस तरह की प्रणाली के बारेमें चेतावनी दी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार में नौकरियों केलिए भूमि घोटाले पर भी प्रकाश डाला, जहां देश के तत्कालीन रेलमंत्री लालू प्रसाद यादव ने नौकरी के बदले में जमीन का अधिग्रहण किया है। प्रधानमंत्री ने टिप्पणी कीकि मामले की जांच सीबीआई कर रही है और अदालतों में लंबित है। उन्होंने ऐसे राजनीतिक दलों से युवाओं को चेताया, जो वंशवाद की राजनीति करते हैं और नौकरी के नाम पर उनको लूटते हैं। उन्होंने कहाकि एक ओर हमारे पास राजनीतिक दल हैं, जो नौकरियों केलिए रेट कार्ड पेश करते हैं, दूसरी ओर हमारी एनडीए सरकार है, जो युवाओं के भविष्य को सुरक्षित कर रही है। प्रधानमंत्री ने कहाकि अन्य राजनीतिक दल भाषा के नाम पर लोगों को बांटने का प्रयास कर रहे हैं, जबकि हमारी सरकार भाषा को रोज़गार का सशक्त माध्यम बना रही है। उन्होंने कहाकि मातृभाषा में भर्ती परीक्षाओं पर जोर देने से युवाओं को फायदा हो रहा है। प्रधानमंत्री ने रेखांकित कियाकि आज के तेजगति वाले भारत में सरकारी तंत्र और सरकारी कर्मचारियों के काम करने के तरीके तेजी से बदल रहे हैं। उन्होंने उस समय को याद किया जब देश के आम नागरिक सरकारी दफ्तरों में जाया करते थे, जबकि आज सरकार घर-द्वार तक अपनी सेवाएं पहुंचाकर नागरिकों के घर पहुंच रही है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि जहां सरकारी कार्यालय और विभाग जनता केप्रति संवेदनशील रहते हुए काम कर रहे हैं, वहां जनता की उम्मीदों और क्षेत्र की जरूरतों को समझने का काम किया जा रहा है। उन्होंने मोबाइल ऐप के माध्यम से डिजिटल सेवाओं का उदाहरण दिया, जिससे सरकारी सुविधाओं का लाभ उठाना आसान हो गया है और लोक शिकायत प्रणाली को लगातार मजबूत किया जा रहा है। उन्होंने कहाकि राष्ट्रीय रोज़गार मेला हमारी सरकार की नई पहचान बन गया है, क्योंकि आज 70000 से अधिक व्यक्तियों को भर्ती पत्र सौंपे गए हैं। उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त कीकि भाजपा और राजगशासित राज्य भी नियमित रूपसे इसी तरह के रोज़गार मेले आयोजित कर रहे हैं। प्रधानमंत्री ने यह देखते हुएकि आजादी का अमृतकाल अभी शुरू हुआ है कहाकि यह उन लोगों केलिए बहुत महत्वपूर्ण क्षण है, जो सरकारी सेवा में शामिल हो रहे हैं, क्योंकि उनके पास अगले 25 वर्ष में भारत को एक विकसित देश बनाने में योगदान देने का अवसर है। प्रधानमंत्री ने कहाकि वर्तमान केसाथ-साथ आपको देश के भविष्य केलिए सब कुछ देना होगा। उन्होंने इस अवसर पर नवनियुक्त रंगरूटों और उनके परिजनों को बधाई दी। प्रधानमंत्री ने अर्थव्यवस्था में रोज़गार और स्वरोज़गार के उभरते अवसरों के बारे में बात की। उन्होंने मुद्रा योजना, स्टार्टअप इंडिया, स्टैंड अप इंडिया जैसे उपायों का जिक्र किया। उन्होंने कहाकि अब ये युवा जॉब क्रिएटर बन रहे हैं।
नरेंद्र मोदी ने कहाकि युवाओं को सरकारी नौकरी दिलाने का अभियान अभूतपूर्व है, एसएससी, यूपीएससी और आरआरबी जैसे संस्थान नई व्यवस्था के साथ ज्यादा नौकरियां दे रहे हैं, ये संस्थान भर्ती प्रक्रिया को सरल, पारदर्शी और आसान बनाने पर ध्यान दे रहे हैं। उन्होंने कहाकि उन्होंने भर्ती के समय चक्र को 1-2 साल से घटाकर कुछ महीने कर दिया है। भारत और इसकी अर्थव्यवस्था में दुनिया के भरोसे को रेखांकित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहाकि आज दुनिया भारत की विकास यात्रा में उसके साथ साझेदारी करने को उत्सुक है। नरेंद्र मोदी ने इस बात पर प्रकाश डालाकि भारत अपनी अर्थव्यवस्था को नई ऊंचाइयों पर ले जा रहा है, क्योंकि उन्होंने आर्थिक मंदी, वैश्विक महामारी और जारी युद्ध के कारण आपूर्ति श्रृंखला में व्यवधान सहित आजकी चुनौतियों की ओर इशारा किया। प्रधानमंत्री ने विभिन्न बहुराष्ट्रीय कंपनियों के विनिर्माण और देश के बढ़ते विदेशी मुद्रा भंडार केलिए भारत में अपना रास्ता बनाने का उदाहरण दिया। नरेंद्र मोदी ने बतायाकि देश में किएगए विदेशी निवेश से उत्पादन, विस्तार और नए उद्योगों की स्थापना और निर्यात को बढ़ावा मिलता है, जिससे रोज़गार के अवसरों में तेजीसे वृद्धि होती है।
निजी क्षेत्र में रोज़गार के लाखों अवसर सृजित करने वाली सरकार की नीतियों पर प्रधानमंत्री ने ऑटोमोबाइल क्षेत्र का उदाहरण दिया, जिसने देश के सकल घरेलू उत्पाद में 6.5 प्रतिशत से अधिक का योगदान दिया है। उन्होंने उल्लेख कियाकि विभिन्न देशों में यात्री वाहनों, वाणिज्यिक वाहनों और तिपहिया और दोपहिया वाहनों के बढ़ते निर्यात से भारत में ऑटोमोटिव उद्योग के विकास को देखा जा सकता है। उन्होंने बतायाकि ऑटोमोटिव उद्योग जो दस साल पहले 5 लाख करोड़ रुपये का था, आज 12 लाख करोड़ रुपये से अधिक का है। उन्होंने कहाकि इलेक्ट्रिक मोबिलिटी का विस्तार भारत में भी हो रहा है, पीएलआई योजना ऑटोमोटिव उद्योग की भी मदद कर रही है। प्रधानमंत्री ने कहाकि एक दशक पहले की तुलना में भारत अधिक स्थिर, सुरक्षित और मजबूत देश है। उन्होंने उस समय को याद किया जब पहले के समय में घोटाला और जनता का दुरुपयोग शासन की पहचान थी। उन्होंने कहाकि आज भारत अपनी राजनीतिक स्थिरता केलिए जाना जाता है, जो आजकी दुनिया में बहुत मायने रखता है, आज भारत सरकार की पहचान एक निर्णायक सरकार के रूपमें है, आज सरकार अपने प्रगतिशील आर्थिक और सामाजिक निर्णयों केलिए जानी जाती है। उन्होंने कहाकि वैश्विक एजेंसियां ईज ऑफ लिविंग, इंफ्रास्ट्रक्चर बिल्डिंग और ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में काम को स्वीकार कर रही हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दोहरायाकि भारत ने अपने भौतिक और सामाजिक बुनियादी ढांचे में भारी निवेश किया है। प्रधानमंत्री ने जल जीवन मिशन के माध्यम से सुरक्षित पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित करने का उदाहरण दिया। उन्होंने प्रत्याशी से सरकारी योजनाओं के गुणक प्रभाव को समझने को कहा। प्रधानमंत्री ने कहाकि रंगरूटों को देश के नागरिकों केप्रति पूरी संवेदनशीलता केसाथ काम करना चाहिए, आपको इन सुधारों को और आगे ले जाना है और इन सबके साथ आप हमेशा अपनी सीखने की प्रवृत्ति को बनाए रखेंगे। प्रधानमंत्री ने आईगॉट कर्मयोगी पोर्टल का भी जिक्र किया, जिसने हाल हीमें उपयोगकर्ता आधार में 1 मिलियन का आंकड़ा पार किया और उनसे ऑनलाइन पोर्टल पर उपलब्ध पाठ्यक्रमों का पूरा लाभ उठाने का आग्रह किया। गौरतलब हैकि रोज़गार मेला रोज़गार सृजन को सर्वोच्च प्राथमिकता देने की प्रधानमंत्री की प्रतिबद्धता को पूरा करने की दिशा में एक कदम है। रोज़गार मेले से रोज़गार सृजन को आगे बढ़ाने और युवाओं को उनके सशक्तिकरण तथा राष्ट्रीय विकास में भागीदारी केलिए सार्थक अवसर प्रदान करने में एक उत्प्रेरक के रूपमें कार्य करने की उम्मीद है। 

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