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Thursday 22 June 2023 02:46:59 PM
न्यूयॉर्क। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने अमेरिका प्रवास पर न्यूयॉर्क शहर में संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय के प्रतिष्ठित नॉर्थ लॉन में 9वें वार्षिक अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 21 जून 2023 के समारोह का नेतृत्व किया। नौवें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की थीम है 'वसुधैव कुटुम्बकम केलिए योग' यानी एक पृथ्वी-एक परिवार-एक भविष्य। इस कार्यक्रम में 135 से अधिक देशों के योग के प्रति उत्साहित हज़ारों लोगों की जबरदस्त रुचि देखी गई, जिसने एक योग सत्र में अधिकतम संख्या में देशों के लोगों की भागीदारी केलिए गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड भी स्थापित किया। इस मौके पर संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस का एक वीडियो संदेश भी चलाया गया। योग दिवस समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और न्यूयॉर्क शहर के मेयर एरिक एडम्स का भी संक्षिप्त संबोधन भी हुआ, जिसमें दोनों ने मनुष्य के जीवन में योग के महत्व पर प्रकाश डाला। इसी के साथ वहां मौजूद पुरुषों महिलाओं बच्चों ने विभिन्न योगिक क्रियाएं कीं।
न्यूयॉर्क में योग दिवस कार्यक्रम में 77वीं संयुक्त राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष साबा कोरोसी, न्यूयॉर्क सिटी के मेयर एरिक एडम्स, संयुक्त राष्ट्र की उप महासचिव और संयुक्त राष्ट्र सतत विकास समूह की अध्यक्ष अमीना जे मोहम्मद सहित अमरीका के महत्वपूर्ण गणमान्य व्यक्तियों, सभी क्षेत्रों की प्रमुख हस्तियों, राजनयिकों, अधिकारियों, शिक्षाविदों, स्वास्थ्य पेशेवरों, प्रौद्योगिकीविदों, उद्योगजगत के दिग्गजों, मीडिया की हस्तियों, कलाकारों, आध्यात्मिक गुरुओं और योग साधकों ने हिस्सा लिया। योगसत्र शुरू होने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की, जिसका उन्होंने ही दिसंबर 2022 में भारत की संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता के दौरान उद्घाटन भी किया था। इसके बाद प्रधानमंत्री ने नॉर्थ लॉन में पीसकीपिंग मेमोरियल में श्रद्धांजलि अर्पित की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने योग के महत्व पर संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस के विचारों को सराहा। प्रधानमंत्री ने भी कामना कीकि योग दिवस सभीको और नज़दीक लाए और हमारी पृथ्वी के स्वास्थ्य में सुधार करे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन की शुरुआत न्यूयॉर्क शहर की प्रशंसा से की इसे संपूर्ण मानवता का मिलन स्थल कहकर। उन्होंने कहाकि यहां लगभग हर राष्ट्रीयता का प्रतिनिधित्व है और हम सबको एकसाथ लाने का बेहद असाधारण प्रयोजन योग है! उन्होंने कहाकि योग का अर्थ है एकजुट होना तो आपका एकसाथ आना योग के दूसरे रूप की अभिव्यक्ति है। उन्होंने उल्लेख किया कि लगभग नौ वर्ष पहले यहीं संयुक्त राष्ट्र में उन्हें 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाने का प्रस्ताव देने का सम्मान मिला था, उस समय पूरी दुनिया का इस विचार के समर्थन में एकसाथ खड़े होना अविस्मरणीय था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि मैंने अभी-अभी वीर संयुक्त राष्ट्र शांति सैनिकों को अपने श्रद्धासुमन अर्पित किए हैं, 2015 में मैंने उनकी याद में संयुक्त राष्ट्र में एक नवीन स्मारक के निर्माण का आह्वान किया था और पिछले हफ्ते ही पूरी दुनिया ने इसे शीघ्र ही साकार करने केलिए भारत केसाथ अपनी प्रतिबद्धता जताई। उन्होंने कहाकि सबसे बड़ी सैन्य टुकड़ी का योगदान करने वाले देशके रूपमें हम इस नेक कार्य में समर्थन की अभिव्यक्ति केलिए सभी देशों के आभारी हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि पिछले वर्ष, 2023 को अंतर्राष्ट्रीय मिलेट वर्ष के रूपमें मनाने के भारत के प्रस्ताव का समर्थन करने के लिए पूरी दुनिया ने एकसाथ समर्थन जताया था। उन्होंने कहाकि मिलेट एक सुपरफूड है, वे समग्र स्वास्थ्य को बढ़ावा देते हैं और पर्यावरण की दृष्टि से भी उत्तम हैं और आज पूरी दुनिया को फिर से योग के लिए एक साथ आते देखना अद्भुत है! उन्होंने कहाकि योग भारत से आता है और यह बहुत पुरानी परंपरा है, लेकिन सभी प्राचीन भारतीय परंपराओं की तरह यह भी जीवंत और गतिशील है। उन्होंने कहाकि योग निःशुल्क है कॉपीराइट से मुक्त, पेटेंट से मुक्त और रॉयल्टी भुगतान से भी मुक्त है, आपकी आयु, लिंग और फिटनेस स्तर के अनुसार योग स्वीकार करने योग्य है, योग सरल है, आप इसे घर पर या काम पर अथवा यात्रा में भी कर सकते हैं। प्रधानमंत्री ने कहाकि योग में अपने को स्थिति के अनुरूप ढाला जा सकता है, आप इसे अकेले या समूह में अभ्यास कर सकते हैं, शिक्षक से सीख सकते हैं या स्वशिक्षण कर सकते हैं। उन्होंने कहाकि योग सभीको जोड़ने वाला है, यह सभीके लिए है, सभी जातियों केलिए है, सभी धर्मों केलिए है और सभी संस्कृतियों केलिए है, योग सही अर्थ में सार्वभौमिक है।
प्रधानमंत्री ने कहाकि जब हम योग करते हैं तो हम शारीरिक रूपसे स्वस्थ, मानसिक रूपसे शांत और भावनात्मक रूपसे संतुष्ट महसूस करते हैं, लेकिन यह सिर्फ आसन पर बैठकर ही व्यायाम करने तक सीमित नहीं है, योग जीवन का एक तरीका है, स्वास्थ्य और भलाई केलिए एक समग्र दृष्टिकोण है, विचारों और कार्यों में सावधानी बरतने का एक तरीका है। प्रधानमंत्री ने कहाकि योग सद्भाव में जीने का तरीका है स्वयं केसाथ, दूसरों केसाथ और प्रकृति केसाथ। उन्होंने कहाकि यह प्रसन्नता की बात हैकि आप में से बहुत से लोग योग के विभिन्न पहलुओं को वैज्ञानिक रूपसे मान्यता दिलाने पर कार्यकर रहे हैं, सही अर्थों में यही मार्ग है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मेजबानी करने केलिए संयुक्त राष्ट्र को धन्यवाद दिया। उन्होंने इस आयोजन को सफल बनाने में हरसंभव सहायता और समर्थन केलिए मेयर और न्यूयॉर्क शहर का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहाकि हम योग की शक्ति का उपयोग मित्रता के सेतु, एक शांतिपूर्ण दुनिया और एक स्वच्छ, हरित और दीर्घकालिक स्थायी भविष्य के निर्माण केलिए करें, एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य के लक्ष्य को साकार करें-सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे सन्तु निरामयाः
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने इस अवसर पर एक ट्वीट भी किया, जिसमें उन्होंने कहाकि एक विभाजित दुनिया में, योग दुनियाभर में लाखों लोगों को आपस में जोड़ता है, जिनके लिए यह शक्ति, सद्भाव और शांति का स्रोत है। संयुक्त राष्ट्र महासचिव के ट्वीट का प्रधानमंत्री ने ट्वीट से जवाब भी दिया-योग के महत्व पर @UN महासचिव @antonioguterres से पूरी तरह सहमत हूं। कामना हैकि योग दिवस हम सभी को और नज़दीक लाए और हमारे ग्रह के स्वास्थ्य में सुधार करे।