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Friday 30 June 2023 11:33:08 AM
नई दिल्ली। केंद्रीय वाणिज्य उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने एक ट्रिलियन डालर का वस्तु निर्यात लक्ष्य हासिल करने केलिए भारतीय बैंकों से एमएसएमई क्षेत्र को अधिक और सस्ती ऋण उपलब्धता सुनिश्चित करने को कहा है। एमएसएमई निर्यातकों को निर्यात ऋण उपलब्धता बढ़ाने के मुद्दे पर चर्चा केलिए एक बैठक बुलाई गई, जिसका आयोजन वाणिज्य विभाग ने निर्यात ऋण गारंटी निगम लिमिटेड के समन्वय में किया था। पीयूष गोयल ने भारतीय बैंकों के एमडी और सीईओ केसाथ बातचीत में निर्यात वित्त तक पहुंच बढ़ाने, देश के निर्यातकों को विश्वस्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाने और उन्हें नए बाजारों में विविधता लाने में मदद करने के तरीकों पर विचार-विमर्श किया।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री ने बैंकों को प्रस्तावित योजना का लाभ उठाते हुए एमएसएमई निर्यातकों को पर्याप्त और सस्ता निर्यात ऋण उपलब्ध कराने की सलाह दी और कहाकि इससे देश 2030 तक एक ट्रिलियन डालर का वस्तु निर्यात लक्ष्य हासिल कर लेने में सक्षम हो सकेगा। उन्होंने ईसीजीसी को ईसीआईबी योजना के तहत दावा प्राप्त होने के 45 दिन के भीतर बैंकों को 75 प्रतिशत दावा भुगतान का परीक्षण करने की भी सलाह दी। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री ने इस मौके पर यह भी जानकारी दीकि अगले चार माह में निर्यात ऋण गारंटी निगम लिमिटेड की सभी सेवाओं का डिजिटलीकरण हो जाएगा, जिससे फिजिकल इंटरेक्शन को कम से कम किया जा सकेगा। ईसीजीसी ने बढ़ी कवर योजना केतहत मिले अनुभव के आधार पर अब एमएसएमई निर्यातकों के बड़े हिस्से को पर्याप्त और सस्ता कर्ज उपलब्ध कराने केलिए योजना में आगे और सुधार का प्रस्ताव किया है।
कवर योजना उत्पाद निर्यातकों को घटी लागत पर निर्यात ऋण केसाथ कर्जदार खाते को 'एए' श्रेणी खाते के समान मानने की सुविधा देता है। पीयूष गोयल ने कहाकि ईसीजीसी योजना का नौ बैंकों को किया जाने वाला विस्तार सभी बैंकों तक विस्तार किए जाने की जांच-परख कर सकता है, ताकि एमएसएमई निर्यातकों को निर्यात ऋण बढ़ाया जा सके। बैंकरों ने सुझाव दियाकि ईसीजीसी को क्रेडिट गारंटी फंड ट्रस्ट फॉर माइक्रो एंड स्मॉल एंटरप्राइजेज की तरह ही दावा प्रोसेसिंग का तरीका अपनाना चाहिए, जिसके लिए वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री ने ईसीजीसी को उनके नुकसान की भरपाई हेतु इसी तरह का तरीका अपनाने की सलाह दी। बैठक में भारतीय स्टेट बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, पंजाब नेशनल बैंक, केनरा बैंक, यूनियन बैंक आफ इंडिया, बैंक आफ इंडिया और सेंट्रल बैंक आफ इंडिया सहित 21 बैंकों के शीर्ष अधिकारी उपस्थित थे। बैठक में 'बैंकों केलिए निर्यात ऋण और निर्यात ऋण बीमा' पर ईसीजीसी के सीएमडी एम सेंथिलनाथन ने एक प्रस्तुतीकरण भी दिया।