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Friday 7 July 2023 05:26:13 PM
रायपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज छत्तीसगढ़ में बुनियादी ढांचे के विकास केलिए 7 हज़ार करोड़ रुपए से अधिक की विभिन्न विकास परियोजनाओं का शिलान्यास किया है। उन्होंने करीब 6400 करोड़ रुपये की 5 राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं का भी लोकार्पण और शिलान्यास किया। इनमें 103 किलोमीटर लंबी रायपुर-खरियार रोड रेललाइन के दोहरीकरण, जिसका निर्माण 750 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है, केवटी-अंतागढ़ को जोड़ने वाली 17 किलोमीटर लंबी रेलवे लाइन 290 करोड़ रुपये की लागत से तैयार की गई है, इसके अलावा कोरबा में 130 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से निर्मित 60 हजार मीट्रिक टन प्रतिवर्ष की क्षमता वाले इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन के बॉटलिंग प्लांट को राष्ट्र को समर्पित किया। उन्होंने वीडियो लिंक से अंतागढ़-रायपुर ट्रेन को हरी झंडी दिखाई और 75 लाख आयुष्मान भारत के लाभार्थियों को कार्डों के वितरण का शुभारंभ किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहाकि आज का दिन छत्तीसगढ़ की विकास यात्रा केलिए बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि राज्य को बुनियादी ढांचे और कनेक्टिविटी जैसे क्षेत्रों की विकास परियोजनाएं मिली हैं, जो लोगों के जीवन को आसान बनाएंगी और राज्य में स्वास्थ्य सेवा प्रणाली को मजबूत करेंगी। उन्होंने कहाकि इन परियोजनाओं से राज्य में रोज़गार अवसर बढ़ेंगे, साथही छत्तीसगढ़ के धान किसानों, खनिज उद्योग और पर्यटन उद्योग को लाभ होगा एवं छत्तीसगढ़ के जनजातीय क्षेत्रों में विकास और सुविधा की एक नई यात्रा को चिन्हित करेंगी। प्रधानमंत्री ने कहाकि किसीभी क्षेत्र के विकास में देरी का सीधा संबंध बुनियादी ढांचे की कमी से है, इसलिए हमारी सरकार उन विशिष्ट क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे के विकास को प्राथमिकता दे रही है, जो विकास के मामले में पीछे रह गए हैं। उन्होंने कहाकि बुनियादी ढांचे से अभिप्राय जीवन जीने में आसानी और व्यापार करने में आसानी से है।
प्रधानमंत्री ने कहाकि बुनियादी ढांचे का अर्थ रोज़गार के अवसरों और त्वरित गति से होने वाला विकास भी है। उन्होंने कहाकि आधुनिक बुनियादी ढांचे का विकास छत्तीसगढ़ में भी देखा जा सकता है, जहां पिछले 9 वर्ष में प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना केतहत राज्य के हजारों जनजातीय गांवों तक सड़क संपर्क का विस्तार हुआ है। उन्होंने कहाकि सरकार ने लगभग 3500 किलोमीटर लंबे राष्ट्रीय राजमार्ग की परियोजनाओं को मंजूरी दी है, जिनमें से लगभग 3000 किलोमीटर का काम पूरा भी हो चुका है। प्रधानमंत्री ने कहाकि चाहे रेल, सड़क, दूरसंचार हो सरकार ने 9 वर्ष में छत्तीसगढ़ में सभी प्रकार की कनेक्टिविटी को बढ़ावा देने केलिए अभूतपूर्व कार्य किया है। प्रधानमंत्री ने कहाकि आधुनिक बुनियादी ढांचा सामाजिक न्याय से भी संबंधित है और आजकी परियोजनाएं जिनमें सड़कें और रेलवे लाइनें शामिल हैं, यह गरीबों, दलितों, पिछड़ों और जनजातियों की बस्तियों को जोड़ रही हैं और इससे मरीजों एवं महिलाओं केलिए अस्पतालों तक कनेक्टिविटी में सुधार होगा।
नरेंद्र मोदी ने कहाकि नौ साल पहले छत्तीसगढ़ के 20 प्रतिशत से अधिक गांव में किसीभी प्रकार की मोबाइल कनेक्टिविटी नहीं थी, जबकि आज यह संख्या घटकर लगभग 6 प्रतिशत रह गई है और क्षेत्र के किसान और मजदूर इसके सबसे बड़े लाभार्थी हैं। उन्होंने बतायाकि इनमें से अधिकतर जनजातीय गांव जहां कनेक्टिविटी में सुधार हुआ है, वे गांव कभी नक्सली हिंसा से प्रभावित थे। प्रधानमंत्री ने बतायाकि सरकार बेहतर 4जी कनेक्टिविटी सुनिश्चित करने केलिए 700 से अधिक मोबाइल टावर लगा रही है। उन्होंने कहाकि लगभग 300 टावर पहले ही काम करना शुरू कर चुके हैं, जो जनजातीय गांव कभी मोबाइल कनेक्टविटी की सुविधाओं से वंचित थे, वे अब रिंगटोन की गूंज सुन सकते हैं। प्रधानमंत्री ने रेखांकित कियाकि मोबाइल कनेक्टिविटी के आगमन से गांव के लोगों को बहुत से कार्यों में सहायता मिली है, यह सामाजिक न्याय है और यह सबका साथ, सबका विकास है।
प्रधानमंत्री ने कहाकि छत्तीसगढ़ दो आर्थिक गलियारों से जुड़ गया है, रायपुर-धनबाद आर्थिक गलियारा और रायपुर-विशाखापत्तनम आर्थिक गलियारा पूरे क्षेत्र की किस्मत बदलने जा रहे हैं। उन्होंने कहाकि आर्थिक गलियारे उन आकांक्षी जिलों से होकर गुजर रहे हैं, जिन्हें कभी पिछड़ा कहा जाता था, जहां कभी हिंसा और अराजकता हावी थी। उन्होंने कहाकि आज जिस रायपुर-विशाखापत्तनम आर्थिक गलियारा का शिलान्यास किया गया है, वह इस क्षेत्र की नई जीवनरेखा बनेगा, क्योंकि रायपुर और विशाखापत्तनम केबीच का सफर आधा हो जाएगा। उन्होंने बतायाकि 6-लेन सड़क धमतरी के धान बेल्ट, कांकेर के बॉक्साइट बेल्ट और कोंडागांव के हस्तशिल्प की समृद्धि को देश के अन्य हिस्सों से जोड़ेगी। प्रधानमंत्री ने वन्यजीवों की सुविधा केलिए सुरंगों और पशु मार्गों के निर्माण की भी सराहना की, क्योंकि यह सड़क वन्यजीव क्षेत्र से होकर गुजरेगी। नरेंद्र मोदी ने कहाकि दल्ली राजहरा से जगदलपुर तक रेललाइन और अंतागढ़ से रायपुर तक सीधी ट्रेन सेवा से दूर-दराज के इलाकों तक यात्रा करना आसान हो जाएगा।
प्रधानमंत्री ने कहाकि सरकार नए अवसरों का सृजन करने और प्राकृतिक संपदा के क्षेत्रों में अधिक उद्योग स्थापित करने केलिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने 9 वर्ष में इस दिशा में किए गए प्रयासों का उल्लेख किया, जिसने छत्तीसगढ़ में औद्योगीकरण को नई ऊर्जा दी है। उन्होंने बतायाकि सरकार की नीतियों के कारण छत्तीसगढ़ में राजस्व के रूप में धनराशि में वृद्धि हुई है, खासकर खान और खनिज अधिनियम में बदलाव केबाद छत्तीसगढ़ को रॉयल्टी के रूपमें अधिक धन मिलना शुरू हो गया है। प्रधानमंत्री ने बतायाकि 2014 से पहले के चार वर्ष में छत्तीसगढ़ को रॉयल्टी के रूपमें 1300 करोड़ रुपये मिले थे, जबकि 2015-16 से 2020-21 के बीच राज्य को लगभग 2800 करोड़ रुपये मिले। उन्होंने कहाकि डिस्ट्रिक्ट मिनरल फंड में बढ़ोतरी से खनिज संपदा वाले जिलों में विकास के काम में तेजी आई है। उन्होंने कहाकि बच्चों केलिए स्कूल, लाइब्रेरी, सड़कें, पानी की व्यवस्था अब ऐसे अनेक विकास कार्यों में डिस्ट्रिक्ट मिनरल निधि की धनराशि खर्च की जा रही है।
प्रधानमंत्री ने कहाकि सरकार छत्तीसगढ़ के युवाओं केलिए रोज़गार और स्वरोज़गार अवसरों के सृजन केलिए लगातार काम कर रही है और मुद्रा योजना केतहत छत्तीसगढ़ के बड़ी संख्या में जनजातीय युवाओं और गरीब परिवारों के युवकों को 40000 करोड़ रुपये से ज्यादा की मदद दी गई है। उन्होंने कहाकि सरकार ने कोरोनाकाल में देश के छोटे उद्योगों की मदद केलिए लाखों करोड़ रुपये की विशेष योजना शुरू की है, जिसमें छत्तीसगढ़ के लगभग 2 लाख उद्यमों को लगभग 5000 करोड़ रुपये की मदद मिली है। प्रधानमंत्री ने पीएम स्वनिधि योजना का भी उल्लेख किया, जो रेहड़ी-पटरी वालों को बिना गारंटी के ऋण प्रदान करती है। उन्होंने कहाकि इसके 60 हजार से अधिक लाभार्थी छत्तीसगढ़ से हैं। उन्होंने बतायाकि गांवों में मनरेगा के तहत पर्याप्त रोज़गार उपलब्ध कराने केलिए सरकार ने छत्तीसगढ़ को 25 हजार करोड़ रुपये से अधिक की धनराशि उपलब्ध कराई है।
आयुष्मान कार्ड के 75 लाख लाभार्थियों को वितरण का शुभारंभ किए जाने का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहाकि ग़रीब और जनजातीय परिवारों केलिए राज्य के 1500 से अधिक बड़े अस्पतालों में हर साल 5 लाख रुपये तकके निःशुल्क इलाज की गारंटी मिल रही है। उन्होंने इस बात पर संतोष व्यक्त कियाकि आयुष्मान योजना ग़रीब, जनजातीय, पिछड़े और दलित परिवारों का जीवन बचाने में अनुकरणीय रूपसे काम आ रही है। प्रधानमंत्री ने छत्तीसगढ़ के हर परिवार की इसी सेवा भावना से निरंतर सेवा करते रहने का आश्वासन दिया। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ के राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, छत्तीसगढ़ के उप-मुख्यमंत्री टीएस सिंह देव, केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी, केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ मनसुख मांडविया, सांसद और बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक भी उपस्थित थे।