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Saturday 22 July 2023 05:09:54 PM
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज देश के कई राज्यों में राष्ट्रीय रोज़गार मेले में विभिन्न सरकारी विभागों और संगठनों में नवनियुक्त 70000 से अधिक कार्मिकों को नियुक्ति पत्र वितरित किए। प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर ऑनलाइन संबोधन में कहाकि यह न केवल नवनियुक्तों केलिए एक स्मरणीय दिन है, बल्कि राष्ट्र केलिए भी एक ऐतिहासिक दिन है, क्योंकि आजही के दिन 1947 में संविधान सभा ने तिरंगे को उसके वर्तमान स्वरूप में स्वीकार किया था। प्रधानमंत्री ने कहाकि यह बहुत प्रेरणा की बात हैकि नवनियुक्तों को इस महत्वपूर्ण दिन सरकारी सेवाओं केलिए नियुक्ति पत्र मिल रहा है। उन्होंने देश का नाम और तिरंगे का मान बढ़ाने केलिए नए कार्मिकों को प्रोत्साहित किया। नरेंद्र मोदी ने रेखांकित कियाकि यह नवनियुक्तों की कड़ी मेहनत और दृढ़ संकल्प का परिणाम हैकि उन्हें ऐसे समय में विकसित भारत के लक्ष्य की दिशा में योगदान करने का अवसर मिल रहा है, जब भारत आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है। प्रधानमंत्री ने इस महत्वपूर्ण अवसर पर नवनियुक्तों और उनके परिजनों को बधाई दी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन पर देशभर के 44 स्थान रोज़गार मेले से जुड़े थे। नवनियुक्त भर्तियों में देशभर में चुने गए नए कर्मचारी राजस्व विभाग, वित्तीय सेवा, डाक, स्कूल शिक्षा, उच्च शिक्षा, रक्षा, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण, केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम, जल संसाधन, कार्मिक एवं प्रशिक्षण और गृह मंत्रालय सहित विभिन्न मंत्रालयों और विभागों के हैं। प्रधानमंत्री ने कहाकि आजादी के अमृतकाल में प्रत्येक नागरिक ने भारत को विकसित भारत बनाने का संकल्प लिया है, अगले 25 वर्ष नई भर्तियों और देश केलिए अत्यधिक महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने हाल के वर्षों में विश्व से भारत की दिशा में प्रदर्शित विश्वास, महत्व और आकर्षण का अधिकतम लाभ उठाने पर जोर दिया। उन्होंने अग्रणी अर्थव्यवस्थाओं में भारत के उदय को रेखांकित किया, क्योंकि यह बहुत शीघ्रता से विश्व की 10वीं से 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। उन्होंने यह भी दोहरायाकि भारत विश्व की शीर्ष 3 अर्थव्यवस्थाओं में से एक बनने जा रहा है जैसाकि अधिकांश अर्थव्यवस्था विशेषज्ञों ने विचार व्यक्त किया है। प्रधानमंत्री ने कहाकि विश्व की शीर्ष 3 अर्थव्यवस्था बनना भारत केलिए एक बड़ी उपलब्धि होगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रेखांकित कियाकि शीर्ष 3 अर्थव्यवस्था से भारत के हर क्षेत्र में रोज़गार के अवसर बढ़ेंगे और आम नागरिकों की आय भी बढ़ेगी। उन्होंने कहाकि सरकार में भर्ती किए जाने केलिए आजसे बेहतर समय नहीं हो सकता, क्योंकि नए अधिकारियों को अमृतकाल में देश की सेवा करने का सुनहरा अवसर मिला है। उन्होंने सुझाव दियाकि उनकी प्राथमिकताएं देश के लोगों की सेवा करना और जीवन जीने की सुगमता बढ़ाने केलिए उनके मुद्दों का समाधान करना होना चाहिए, साथही खुदको विकसित भारत के लक्ष्यों के अनुरूप जोड़ना चाहिए। प्रधानमंत्री ने नवनियुक्तों से कहाकि उनका एक छोटा सा प्रयास किसी के जीवन में बड़ा बदलाव ला सकता है। उन्होंने दोहरायाकि जनसामान्य की सेवा करना स्वयं भगवान की सेवा करने जैसा है। उन्होंने इस बात पर बल दिया कि नियुक्त होने वाले नए लोगों को दूसरों की सेवा करने के विश्वास के साथ काम करना चाहिए, जिससे कि संतुष्टि की सबसे बड़ी भावना को प्रकट किया जा सके।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बैंकिंग क्षेत्र की चर्चा करते हुए जिसमें आज के कार्यक्रम में अच्छी संख्या में भर्तियां हुईं हैं, अर्थव्यवस्था के विस्तार में बैंकिंग क्षेत्र की भूमिका को रेखांकित किया। नरेंद्र मोदी ने बीते नौ वर्ष की यात्रा को याद करते हुए कहाकि आज भारत उन देशों में से है, जिनका बैंकिंग सेक्टर सबसे मजबूत माना जाता है। उन्होंने अतीत में इस क्षेत्र पर राजनीतिक स्वार्थ के बुरे प्रभाव पर प्रकाश डाला। उन्होंने अतीत की 'फोन बैंकिंग' का उल्लेख किया, जब शक्तिशाली लोगों के फोन कॉल पर ऋण स्वीकृत और वितरित किए जाते थे। उन्होंने कहाकि ये ऋण कभी नहीं चुकाए गए, इन घोटालों ने देश के बैंकिंग क्षेत्र की कमर तोड़ दी। उन्होंने स्थिति में फिरसे सुधार लाने केलिए 2014 के बाद किए गए उपायों को सूचीबद्ध किया। उन्होंने सरकारी बैंकों के प्रबंधन को सुदृढ़ बनाने, व्यावसायिकता पर जोर देने और छोटे बैंकों को बड़े बैंकों में समेकित करने का उल्लेख किया। उन्होंने कहाकि 5 लाख तक की जमा राशि का बीमा करने से 99 प्रतिशत से अधिक जमा सुरक्षित हो गई है, जिससे बैंकिंग प्रणाली में एक नया विश्वास उत्पन्न हुआ है, इससे बैंकों को घाटे से बचाया गया। इसके अतिरिक्त सरकारी संपत्तियों को लूटने वालों पर दबाव बढ़ाते हुए उनकी संपत्ति कुर्क कर घाटे और एनपीए केलिए चर्चित बैंकों का उल्लेख रिकॉर्ड मुनाफे केलिए हो रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बैंकिंग क्षेत्र के कर्मचारियों की कड़ी मेहनत पर गर्व जताया। उन्होंने कहाकि बैंकिंग सेक्टर के लोगों ने मुझे या मेरे विजन को कभी निराश नहीं किया। प्रधानमंत्री ने 50 करोड़ जनधन खाते खोलकर जनधन खाता योजना को बड़ी सफलता बनाने में बैंकिंग क्षेत्र के प्रयासों की सराहना की। महामारी के दौरान करोड़ों महिलाओं के खातों में धन स्थानांतरित करने में इससे बड़ी सहायता मिली। एमएसएमई क्षेत्र की बेहतरी के प्रयासों की चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री ने मुद्रा योजना का उल्लेख किया, जिसने उद्यमशील युवाओं को गारंटी मुक्त ऋण प्रदान किया, इसी प्रकार बैंकिंग क्षेत्र इस अवसर पर खरा उतरा जब सरकार ने महिला स्वयं सहायता समूहों के लिए ऋण राशि दोगुनी कर दी और ऋण प्रदान कर एमएसएमई क्षेत्र की मदद की, जिससे छोटे उद्यमों की रक्षा करके 1.5 करोड़ रोजगार बचाए गए। उन्होंने पीएम किसान सम्मान निधि को सफल बनाने केलिए बैंक कर्मचारियों को भी धन्यवाद दिया, स्वनिधि योजना में 50 लाख से ज्यादा स्ट्रीट वेंडर्स को मदद दी गई। उन्होने विश्वास जतायाकि नवनियुक्त कार्मिक अपने नियुक्ति पत्र केसाथ बैंकिंग को निर्धनों के सशक्तिकरण का साधन बनाने केलिए एक संकल्प पत्र भी लेंगे। प्रधानमंत्री ने कहाकि हाल की नीति रिपोर्ट में पाया गया हैकि 5 वर्ष में 13 करोड़ भारतीयों को गरीबी रेखा से ऊपर लाया गया है।
नरेंद्र मोदी ने इसमें सरकारी सेवकों की कड़ी मेहनत की सराहना की और पक्के मकान, शौचालय और बिजली कनेक्शन की योजनाओं का उल्लेख किया। प्रधानमंत्री ने कहाकि जब ये योजनाएं गरीबों तक पहुंचीं तो उनका मनोबल भी बढ़ा है, यह सफलता इस बात का प्रतीक हैकि अगर हमसब मिलकर भारत से गरीबी हटाने के प्रयास बढ़ा दें तो भारत से गरीबी पूरी तरह समाप्त हो सकती है और निश्चित रूपसे देश के प्रत्येक सरकारी कर्मचारी की इसमें बड़ी भूमिका है। प्रधानमंत्री ने देश में घटती गरीबी के एक और आयाम को रेखांकित किया, जो नव-मध्यम वर्ग का विस्तार है, जो रोज़गार के नए अवसर पैदा कर रहा है, नव मध्यम वर्ग की बढ़ती मांग और आकांक्षाएं विनिर्माण को प्रेरित कर रही हैं। उन्होंने रेखांकित कियाकि यह देश के युवा हैं, जो भारत के कारखानों और उद्योगों में उत्पादन को बढ़ावा देने से सबसे अधिक लाभांवित होते हैं। उन्होंने उल्लेख कियाकि कैसे भारत हर दिन नए रिकॉर्ड बना रहा है, चाहे वह मोबाइल फोन निर्यात हो, 2023 के पहले 6 महीनों में बेची गई कारों की संख्या और इलेक्ट्रिक वाहनों की रिकॉर्ड बिक्री हो। उन्होंने कहाकि ऐसी सभी गतिविधियां देश में रोजगार और रोज़गार के अवसरों को बढ़ावा दे रही हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि विश्व की भारत की प्रतिभा पर नज़र है। उन्होंने विश्व की कई विकसित अर्थव्यवस्थाओं में अधिक औसत आयु के कारण घटती कामकाजी आबादी के मुद्दे पर ध्यान दिलाया कि इसलिए यह भारत के युवाओं केलिए कड़ी मेहनत करने और अपने कौशल एवं क्षमताओं को बढ़ाने का समय है। भारत की आईटी प्रतिभा, डॉक्टरों और नर्सों की बड़ी मांग को रेखांकित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहाकि हर देश और हर सेक्टर में भारतीय प्रतिभा का सम्मान लगातार बढ़ रहा है। उन्होंने कहाकि बीते 9 वर्ष में सरकार ने कौशल विकास पर ध्यान केंद्रित किया है, जहां लगभग 1.5 करोड़ युवाओं को पीएम कौशल विकास योजना केतहत प्रशिक्षित किया गया है। उन्होंने 30 स्किल इंडिया इंटरनेशनल सेंटर स्थापित करने का भी उल्लेख किया, ताकि युवाओं को वैश्विक अवसरों केलिए तैयार किया जा सके। प्रधानमंत्री ने देशभर में नए मेडिकल कॉलेज, आईटीआई, आईआईटी और तकनीकी संस्थानों के निर्माण का भी उल्लेख किया और कहाकि 2014 तक देश में लगभग 380 मेडिकल कॉलेज थे, जबकि 9 वर्ष में यह संख्या बढ़कर 700 से अधिक हो गई है। उन्होंने नर्सिंग कॉलेजों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि का भी उल्लेख किया।
नरेंद्र मोदी ने कहाकि वैश्विक मांग को पूरा करने वाले कौशल भारत के युवाओं केलिए लाखों नए अवसर पैदा करने जा रहे हैं। नरेंद्र मोदी ने संबोधन का समापन करते हुए इस बात को रेखांकित कियाकि सभी नियुक्त कार्मिक अत्यधिक सकारात्मक माहौल में सरकारी सेवा में शामिल हो रहे हैं और इस सकारात्मक सोच को बढ़ावा देने का उत्तरदायित्व अब उनके कंधों पर है। प्रधानमंत्री ने उनसे सीखने और आत्मविकास की प्रक्रिया जारी रखने तथा सरकार के तैयार किए गए ऑनलाइन लर्निंग प्लेटफ़ॉर्म आईजीओटी कर्मयोगी का अधिकतम लाभ उठाने का भी आग्रह किया। गौरतलब हैकि रोज़गार मेला रोज़गार सृजन को सर्वोच्च प्राथमिकता देने की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रतिबद्धता को पूरा करने की दिशा में एक कदम है। उम्मीद हैकि रोज़गार मेला रोज़गार सृजन को बढ़ावा देने और युवाओं को उनके सशक्तिकरण एवं राष्ट्रीय विकास में भागीदारी केलिए सार्थक अवसर प्रदान करने में उत्प्रेरक के रूपमें कार्य करेगा। नवनियुक्त कर्मियों को आईजीओटी कर्मयोगी पोर्टल पर एक ऑनलाइन मॉड्यूल कर्मयोगी प्रारंभ के माध्यम से खुदको प्रशिक्षित करने का अवसर भी मिल रहा है, जहां कहीं भी किसीभी डिवाइस सीखने के प्रारूप केलिए 400 से अधिक ई-लर्निंग पाठ्यक्रम उपलब्ध कराए गए हैं।