स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Tuesday 25 July 2023 01:11:01 PM
नई दिल्ली। केंद्रीय प्रत्यक्षकर बोर्ड और भारतभर में इसके क्षेत्रीय कार्यालयों में आयकर दिवस की 164वीं वर्षगांठ मनाई गई, जिसमें हाल के वर्षों में देश के कर संग्रह में उल्लेखनीय वृद्धि केलिए केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने आयकर विभाग की कार्यकुशलता की जोरदार सराहना की। मुख्य समारोह प्लेनरी हॉल विज्ञान भवन नई दिल्ली में हुआ। निर्मला सीतारमण ने सीबीडीटी के उत्कृष्ट प्रदर्शन और उसके हर क्षेत्र में क्षेत्रीय गठन की भी सराहना की। वित्तमंत्री ने 3 आर यानी रिटर्न प्रोसेसिंग, रिफंड जारी करने और रीड्रेसल ऑफ ग्रीवांस को लागू करने में विभाग के और ज्यादा प्रयासों पर जोर दिया। निर्मला सीतारमण ने भारत की आर्थिक वृद्धि और समृद्धि में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने केलिए करदाताओं, टैक्स प्रैक्टीशनरों और हितधारकों के योगदान की प्रशंसा की। वित्तमंत्री ने कहाकि हाल के वर्षों में करदरों में कोई वृद्धि किए बिना कर संग्रह में वृद्धि हासिल की गई है, जो विभाग की कार्यकुशलता से संभव हुई है।
केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने कहाकि प्रत्यक्ष कर प्रशासन में पहले से फॉर्म भरने, तत्काल पैन, फेसलेस मूल्यांकन जैसे प्रणालीगत बदलावों ने करदाताओं का विश्वास बढ़ाया है, जिससे राजस्व में वृद्धि हुई है। वित्तमंत्री ने कर प्रशासन को पारदर्शी, उद्देश्यपूर्ण और करदाताओं के अनुकूल बनाते हुए वेतनभोगी वर्ग, स्टार्टअप, एमएसएमई और सहकारी समितियों को राहत प्रदान करने केलिए वित्त कानून 2023 में विभिन्न सुधारों और कर आधार को व्यापक बनाने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने आयकर विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों से वर्ष 2047 तक भारत को एक विकसित देश बनाने के लक्ष्य को प्राप्त करने का आह्वान किया। वित्त राज्यमंत्री पंकज चौधरी ने कोविड, यूक्रेन संघर्ष और आपूर्ति श्रृंखला की चुनौतियों जैसे कठिन समय में नेतृत्व केलिए वित्तमंत्री की प्रशंसा की। उन्होंने निष्पक्ष और पारदर्शी कर प्रशासन सुनिश्चित करने के अथक प्रयास केलिए विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों के भी प्रयासों का उल्लेख किया।
वित्त राज्यमंत्री ने कहाकि फेसलेस व्यवस्था से आयकर विभाग केप्रति लोगों की मानसिकता में बदलाव आया है। उन्होंने वार्षिक सूचना विवरण, ई-सत्यापन, अपडेटेड रिटर्न और करदाताओं को लगातार सतर्क करके उनके लिए अनुपालन को आसान बनाने के विभाग के प्रयास सराहे। उन्होंने कहाकि प्रौद्योगिकी संचालित पहलों की शुरुआत ने कर प्रक्रियाओं को सरल एवं सुव्यवस्थित किया है और उन्हें करदाताओं के अधिक अनुकूल बना दिया है। उन्होंने आशा व्यक्त कीकि कर प्रक्रियाओं का सरलीकरण भविष्य में भी जारी रहेगा। राजस्व सचिव संजय मल्होत्रा ने विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों को शुभकामनाएं देते हुए जबरदस्त कर संग्रह वृद्धि और अनुपालन में आसानी केलिए विभाग की प्रशंसा की। उन्होंने करदाता सेवाओं पर अधिक ध्यान देने और स्वचालन बढ़ाने की आवश्यकता पर जोर दिया।
सीबीडीटी के अध्यक्ष नितिन गुप्ता ने कहाकि वर्षों से विभाग का ध्यान करदाता सेवाओं को बढ़ाने और अनुपालन को आसान बनाने केलिए प्रौद्योगिकी का लाभ उठाने पर रहा है। उन्होंने पिछले वित्तीय वर्ष में कुछ उल्लेखनीय उपलब्धियों का जिक्र किया, जिसमें शुद्ध संग्रह में हासिल की गई 17.6 प्रतिशत की वृद्धि और पिछले वर्ष की तुलना में दाखिल आईटीआर की संख्या में 6.5 प्रतिशत की वृद्धि शामिल है। उन्होंने कहाकि 2022 के एफएम पुरस्कार समारोह के दौरान वित्तमंत्री के उल्लेखित आदर्श वाक्य-रिटर्न की तेजी से प्रोसेसिंग, रिफंड जारी करना और शिकायतों का निवारण विभाग के कामकाज का केंद्रबिंदु है। उन्होंने बतायाकि रिटर्न केलिए औसत प्रसंस्करण समय अब केवल 16 दिन है, पिछले वित्तीय वर्ष में 42 प्रतिशत से अधिक आईटीआर 1 दिन में संसाधित किए गए थे। सीबीडीटी के अध्यक्ष ने कहाकि तेजीसे प्रोसेसिंग के परिणामस्वरूप रिफंड भी तेजीसे जारी हुआ है, जो इस तथ्य से परिलक्षित होता हैकि पिछले वर्ष में कुल मिलाकर 3.07 लाख करोड़ रुपए का रिफंड जारी किया गया, जो पिछले वर्ष की तुलना में 37 प्रतिशत अधिक है।
सीबीडीटी के अध्यक्ष ने कहाकि करदाताओं की शिकायतों का निवारण तेजीसे किया जा रहा है, कठोर निगरानी केसाथ शिकायत निवारण केलिए कई चैनलों जैसे हेल्पडेस्क, कॉल सेंटर, सोशल मीडिया, वेबएक्स आदि का उपयोग किया जा रहा है। उन्होंने कहाकि विभाग की उपलब्धियां उसके कर्मियों के सामूहिक प्रयासों केसाथ करदाताओं, कर पेशेवरों और हितधारकों के योगदान को दर्शाती हैं। समारोह में विविध आर्थिक और औद्योगिक क्षेत्रों के अनेक करदाताओं को उनके संबंधित क्षेत्रों में योगदान को मान्यता देने के संकेत के रूपमें और कर प्रक्रियाओं में किए गए परिवर्तनकारी बदलावों और सुधारों के प्रत्यक्ष गवाह के रूपमें आमंत्रित किया गया था। उन्होंने आयकर विभाग केसाथ विभिन्न सेवा संपर्क बिंदुओं, करदाता सेवाओं की गुणवत्ता और कर प्रक्रियाओं के अनुपालन में आसानी से निपटने के अपने अनुभव साझा किए।
सीबीडीटी के अध्यक्ष रहे रविकांत ने आयकर विभाग में विभिन्न क्षमताओं में सेवा करने के अपने अनुभव से वर्षों में आयकर विभाग के विकास पर अपने विचार साझा किए। उन्होंने कहाकि कर संग्रह में वृद्धि को मात्रात्मक रूपसे मापा जा सकता है, लेकिन प्रशिक्षण और प्रौद्योगिकी को मात्रात्मक रूपसे नहीं मापा जा सकता है और उन्होंने विभाग में प्रशिक्षण और प्रौद्योगिकी में सुधार की सराहना की। सेवारत अधिकारियों एवं कर्मचारियों में जीजी कामेई, नेहा डी देसाई, और मनीष धामा आयकर निरीक्षक ने विभाग में काम करने के अपने अनुभव साझा किए। अनुभव साझा करने वाले करदाताओं हितधारकों में मोहित साहनी एमडी और सीईओ फिनोवा कैपिटल्स, अनिकेत सुनील तलाती अध्यक्ष आईसीएआई और सुप्रिया पॉल सीईओ जोश टॉक्स भी शामिल थे। समारोह सीबीडीटी सदस्य सुबाश्री अनंत कृष्णन के प्रस्तावित धन्यवाद प्रस्ताव केसाथ समाप्त हुआ।