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Tuesday 25 July 2023 03:59:06 PM
नई दिल्ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के कार्यकाल का आज एक वर्ष पूरा हुआ। राष्ट्रपति ने इस अवसर पर राष्ट्रपति भवन में विभिन्न परियोजनाओं का शिलान्यास एवं उद्घाटन किया और राष्ट्रपति पद के एकवर्ष पर ई-बुक भी लॉंच की। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने प्रसन्नता व्यक्त कीकि प्रौद्योगिकी के जरिए राष्ट्रपति भवन पिछले एक साल में अधिक से अधिक लोगों से जुड़ने में सक्षम हुआ है। उन्होंने विश्वास जतायाकि राष्ट्रपति भवन के अधिकारी प्रौद्योगिकी और नवाचार का उपयोग करके प्रणाली को अधिक पारदर्शी और प्रभावी बनाने केलिए काम करना जारी रखेंगे। राष्ट्रपति पद के एक वर्ष पूरा होने पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कई गतिविधियों में भाग लिया, इनमें शामिल हैं-राष्ट्रपति संपदा स्थित शिव मंदिर के पुनर्विकास की आधारशिला रखी, डॉ राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय विद्यालय के खेल मैदान में क्रिकेट पवेलियन के निर्माण की आधारशिला रखी।
राष्ट्रपति भवन में इंटेल इंडिया के सहयोग से विकसित एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सक्षम गैलरी नवाचारा का उद्घाटन किया। यह गैलरी छात्रों और एआई प्रशिक्षकों के व्यापक नवाचारों और स्वदेशी एआई समाधानों को प्रदर्शित करती है। यह छह इंटरैक्टिव प्रदर्शनों से सुसज्जित है, जो राष्ट्रपति भवन की भव्यता के बारेमें जानकारी प्रदान करता है और एआई कौशल को लोकतांत्रिक बनाने केलिए प्रेरणा की भावना जगाता है। राष्ट्रपति भवन के वस्त्र संग्रह-सूत्र-कला दर्पण का उद्घाटन किया गया। यह गैलरी प्राचीन वस्त्रों का एक उल्लेखनीय संग्रह प्रदर्शित करती है, जो राष्ट्रपति भवन की शानदार विरासत का दस्तावेजीकरण करती है। राष्ट्रपति भवन विशिष्ट कपड़ा परंपराओं का भंडार है, जिसमें जरदोज़ी और सोने की कढ़ाई वाले मखमल से कालीन, बिस्तर और टेबल कवरिंग, बढ़िया मलमल और रेशम के पर्दे तक शामिल हैं। प्रत्येक उत्कृष्ट कृति न केवल कलात्मक प्रतिभा प्रदर्शित करती है, बल्कि इस प्रतिष्ठित इमारत की स्थायी विरासत के एक अनमोल दस्तावेज के रूपमें भी काम करती है।
जनजातीय दर्पण का उद्घाटन विभिन्न आदिवासी समुदायों की सामान्य और कनेक्टिंग सांस्कृतिक विशेषताओं को प्रदर्शित करने वाली एक गैलरी है। इसका उद्देश्य समृद्ध कला, संस्कृति और राष्ट्र के निर्माण में आदिवासी समुदायों के योगदान की एक झलक प्रदान करना है। गैलरी में अलग-अलग विषय शामिल हैं जैसे-अनसंग आदिवासी स्वतंत्रता सेनानियों, पारंपरिक प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन प्रथाओं जैसेकि हलमा, डोकरा कला, संगीत वाद्ययंत्र, गुनजला गोंडी स्क्रिप्ट, कृषि और घरेलू उपकरण, बांस की बास्केट, वस्त्र, वॉली, गोंडी और कीचड़, स्क्रॉल, मैच, ज्वैलरी और राजदंड। गैलरी की स्थापना राष्ट्रपति भवन में इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र के सहयोग से की गई है। राष्ट्रपति के सचिव राजेश वर्मा, एनआईसी के महानिदेशक राजेश गेरा एवं राष्ट्रपति भवन और एनआईसी के अधिकारियों की उपस्थिति में भारत के राष्ट्रपति और राष्ट्रपति भवन की पुनर्विकसित वेबसाइट भी लॉंच की गई।
आयुष कल्याण केंद्र राष्ट्रपति संपदा पर पुस्तक की पहली प्रति प्राप्त हुई, जिसका शीर्षक 'स्वास्थ्य का संरक्षण, परंपराओं को अपनाना' है। वेबसाइट लॉंच कार्यक्रम में अपनी संक्षिप्त टिप्पणी में राष्ट्रपति के सचिव ने कहाकि राष्ट्रपति भवन ने पिछले एक साल में कई नागरिक केंद्रित पहलें की हैं जैसे-राष्ट्रपति निवास, मशोबरा और राष्ट्रपति निलयम को पूरे साल जनता केलिए खोलना, अमृत उद्यान खोलने की अवधि बढ़ाना और आगंतुक स्लॉट की संख्या में वृद्धि करना। राष्ट्रपति संपदा में आउट-ऑफ़-बॉक्स सोच को बढ़ावा देने और समग्र कामकाजी और रहने के माहौल में सुधार केलिए एक चिंतन शिविर का आयोजन किया गया। राष्ट्रपति पद के पिछले एक वर्ष की झलकियों का एक संकलन भी जारी किया गया। राष्ट्रपति के सचिव ने इन पहलों में मार्गदर्शन और संरक्षण केलिए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को धन्यवाद दिया।