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Friday 25 August 2023 03:24:00 PM
नई दिल्ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने राष्ट्रपति भवन सांस्कृतिक केंद्र में आज एक कार्यक्रम में ब्रह्माकुमारीज़ की पूर्व प्रमुख दादी प्रकाशमणि की स्मृति में डाक टिकट जारी किया। राष्ट्रपति ने इस अवसर पर कहाकि आजसे 16 वर्ष पूर्व 25 अगस्त के दिन दादी प्रकाशमणि का देहावसान हुआ था, उन्होंने आध्यात्मिकता के माध्यम से भारतीय मूल्यों एवं संस्कृति को भारत और विदेशों में फैलाया है, उनके नेतृत्व में ब्रह्माकुमारीज़ विश्व में महिलाओं के नेतृत्व वाला सबसे बड़ा आध्यात्मिक संगठन बना, वह एक सच्चे नेता की तरह चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में भी विश्वास और साहस केसाथ ब्रह्माकुमारीज़ परिवार केसाथ खड़ी रहीं और हमेशा उनका मार्गदर्शन किया। यह डाक टिकट दादी प्रकाशमणि की 16वीं पुण्यतिथि के अवसर पर संचार मंत्रालय के डाक विभाग की 'माई स्टैम्प' पहल के अंतर्गत जारी किया गया है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहाकि विश्व का यह सबसे बड़ा सत्य हैकि जीवन अस्थायी है और व्यक्ति को उसके कर्मों के कारण ही याद किया जाता है। उन्होंने कहाकि व्यक्ति को लोककल्याण की भावना से नेक कार्य करना चाहिए। उन्होंने बतायाकि दादी प्रकाशमणि भलेही शारीरिक रूपसे हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनके आध्यात्मिक और मिलनसार व्यक्तित्व और मानवकल्याण के उनके संदेश की यादें हमेशा हमारे बीच जीवित रहेंगी और आनेवाली पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेंगी। उन्होंने कहाकि तपस्या की प्रतीक दादी प्रकाशमणिके अनुकरणीय जीवन और सेवाओं को श्रद्धांजलि देने केलिए हम आज यहां एकत्र हुए हैं। उन्होंने कहाकि उन्हें बताया गया हैकि दादी प्रकाशमणि लगभग चार दशक तक ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की प्रशासनिक प्रमुख रहीं, 70 वर्ष तक उन्होंने लोगों में ईश्वर के प्रेम का संदेश प्रसारित किया, उनके प्रभावी नेतृत्व में ब्रह्माकुमारी संस्था एक छोटे से परिवार से आगे बढ़ते हुए विश्वस्तरीय आध्यात्मिक संगठन में परिवर्तित हो गई है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहाकि दादी प्रकाशमणि के जीवन से यह आदर्श प्रस्तुत होता हैकि एक महान आत्मा ही प्रेम का संचार कर सकती है। उन्होंने कहाकि कुछ लोग ऐसे काम कर जाते हैंकि वे अमरत्व प्राप्त कर लेते हैं, मनुष्य को उसकी आत्मिक शक्ति का अनुभव करवाना और दुनिया में प्रेम एवं सद्भाव का विस्तार करना एक महान कार्य है, इस महान कार्य की ज्योति दादी प्रकाशमणि ने जलाई थी, ब्रह्माकुमारी परिवार के सदस्य इस ज्योति से अनेक ज्योतियां जलाकर दुनिया में अध्यात्म का प्रकाश फैला रहे हैं। उन्होंने ने कहाकि संचार मंत्रालय और डाक विभाग की माई स्टाम्प योजना की बहुत प्राथमिकता प्राप्त कर ली है, इसके कारण बहुत से लोग डाक टिकटें खरीदते हैं, इसके माध्यम से आज लोग अपनी पसंद के अनुसार विषयगत स्मारक टिकट केसाथ अपनी तस्वीर या कोई अन्य थंबनेल फोटोग्राफ लगाकर मेरा स्टाम्प खरीद रहे हैं।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहाकि उन्हें विश्वास हैकि दादी प्रकाशमणि की स्मृति में विमोचित ने माई स्टैम्प ब्रह्माकुमारीज़ परिवार के भाई-बहनों केसाथ देश-विदेश के लोगों केलिए प्रेरणास्रोत बनेगा, लोग दादी प्रकाशमणि के आध्यात्मिक अर्थशास्त्र और ज्ञान से हमेशा प्रकाशित होते रहेंगे हैं। राष्ट्रपति ने चंद्रयान-3 मिशन की सफलता का भी जिक्र किया और कहाकि हम सभी ने भारत के वैज्ञानिकों की अभूतपूर्व सफलता देखी है। उन्होंने कहाकि भारत चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला पहला देश बन गया है। उन्होंने विश्वास व्यक्त कियाकि चंद्रयान-3 मिशन के माध्यम से चंद्रमा की सतह से नई जानकारी मिलेगी, जिससे पूरे विश्व को लाभ होगा।