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Monday 28 August 2023 04:27:22 PM
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज वीडियो कॉंफ्रेंसिंग से 51000 से अधिक नवनियुक्त अभ्यर्थियों को रोज़गार नियुक्तिपत्र वितरित किए। यह रोज़गार मेला देश के 45 स्थानों पर आयोजित किया गया था। रोज़गार मेले के माध्यम से गृह मंत्रालय विभिन्न केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों जैसे केंद्रीय रिज़र्व पुलिस बल, सीमा सुरक्षा बल, सशस्त्र सीमा बल, असम राइफल्स, केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल, भारत तिब्बत सीमा पुलिस और नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो केसाथ दिल्ली पुलिस में कर्मियों की भर्ती कर रहा है। देशभर से चुने गए नए रंगरूट गृह मंत्रालय केतहत विभिन्न पुलिस बलों में कांस्टेबल, सब-इंस्पेक्टर जनरल ड्यूटी और नॉन-जनरल ड्यूटी कैडर जैसे विभिन्न पदों पर भर्ती होंगे। प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर अमृतकाल में अमृत रक्षक के रूपमें नवनियुक्त अभ्यर्थियों को उनके चयन केलिए बधाई दी। उन्होंने इन्हें अमृत रक्षक कहा, क्योंकि नवनियुक्त अभ्यर्थी न केवल देश की सेवा करेंगे, बल्कि देश और देशवासियों की रक्षा भी करेंगे। प्रधानमंत्री ने कहाकि वे अमृतकाल के अमृत रक्षक हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रेखांकित कियाकि रोज़गार मेले का यह संस्करण ऐसे समय में हो रहा है, जब राष्ट्र गर्व और आत्मविश्वास से भरा हुआ है। उन्होंने कहाकि चंद्रयान 3 और प्रज्ञान रोवर लगातार चंद्रमा के नवीनतम फोटो प्रसारित कर रहे हैं। प्रधानमंत्री ने रक्षा या सुरक्षा और पुलिस बलों में चयन केसाथ आनेवाली जिम्मेदारी पर जोर देते हुए कहाकि सरकार सुरक्षा बलों की जरूरतों के बारेमें बहुत गंभीर रही है। उन्होंने अर्धसैनिक बलों की भर्ती में बड़े बदलावों का उल्लेख किया, आवेदन से लेकर अंतिम चयन तक भर्ती की प्रक्रिया में तेजी आई है, पहले परीक्षाएं अंग्रेजी या हिंदी में होती थी, अब उनके स्थान पर 13 स्थानीय भाषाओं में भी परीक्षाएं आयोजित की जारही हैं। उन्होंने छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में मानदंडों में ढील देकर सैकड़ों आदिवासी युवाओं की भर्ती का उल्लेख किया। उन्होंने सीमावर्ती क्षेत्र और उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों के युवाओं केलिए विशेष कोटा के बारेमें भी जानकारी दी। राष्ट्र के विकास को सुनिश्चित करने में नए अभ्यर्थियों की जिम्मेदारियों के बारेमें प्रधानमंत्री ने कहाकि कानून के शासन से एक सुरक्षित माहौल विकास की गति को तेज कर देता है।
उत्तर प्रदेश का उदाहरण देते हुए प्रधानमंत्री ने कहाकि यह राज्य कभी विकास में पिछड़ गया था और अपराध के मामले में भी अग्रणी राज्यों में शामिल था। उन्होंने कहाकि उत्तर प्रदेश में कानून का शासन शुरू होने से यह राज्य अब विकास की नई ऊंचाइयों को छूने में सक्षम हो गया है, यहां एक भयमुक्त नए समाज की स्थापना हो रही है। उन्होंने कहाकि कानून और व्यवस्था की ऐसी व्यवस्था लोगों में विश्वास को मजबूत करती है। उन्होंने कहाकि अपराध दर में गिरावट केसाथ राज्य में निवेश बढ़ रहा है, जिन राज्यों में अपराध दर अधिक है, उनमें बहुत कम निवेश देखा जा रहा है और वहीं रोज़गार के सभी अवसर भी रुक गए हैं। सबसे तेजीसे बढ़ती अर्थव्यवस्था के रूपमें भारत की स्थिति का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने यह दोहरायाकि भारत इस दशक के दौरान दुनिया की शीर्ष तीन अर्थव्यवस्थाओं में शामिल हो जाएगा, मोदी पूरी जिम्मेदारी केसाथ ऐसी गारंटी देता है। आम नागरिक पर बढ़ती हुई अर्थव्यवस्था के प्रभाव पर प्रधानमंत्री ने कहाकि यह महत्वपूर्ण हैकि अर्थव्यवस्था को सुनिश्चित करने केलिए हर क्षेत्र का विकास हो। उन्होंने महामारी में फार्मा उद्योग की भूमिका के बारेमें कहाकि आज भारत का फार्मा उद्योग लगभग चार लाख करोड़ रुपये मूल्य का है और अनुमान हैकि 2030 तक यह उद्योग लगभग 10 लाख करोड़ रुपये का हो जाएगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि इस वृद्धि का मतलब हैकि फार्मा उद्योग को आनेवाले वर्ष में अधिक युवाओं की आवश्यकता होगी, जिससे रोज़गार के अनेक अवसर पैदा होंगे। ऑटोमोबाइल और ऑटो कंपोनेंट उद्योग के विस्तार पर प्रधानमंत्री ने बतायाकि दोनों उद्योग 12 लाख करोड़ रुपये मूल्य से अधिक के हैं और आनेवाले वर्ष में इसके और बढ़ने की उम्मीद है। उन्होंने रेखांकित कियाकि इस विकास दर को बनाए रखने केलिए ऑटोमोबाइल उद्योग को अधिक युवाओं की आवश्यकता होगी, जिससे देश में रोज़गार के अवसर पैदा होंगे। उन्होंने खाद्य प्रसंस्करण उद्योग का भी उल्लेख किया, जो पिछले वर्ष लगभग 26 लाख करोड़ रुपये का था और अगले साढ़े तीन वर्ष में इसके बढ़कर 35 लाख करोड़ रुपये मूल्य का हो जाने की संभावना है। अवसंरचना के विकास का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने बतायाकि पिछले नौ वर्ष में केंद्र सरकार ने अवसंरचना पर 30 लाख करोड़ रुपये से अधिक व्यय किए हैं, इससे कनेक्टिविटी केसाथ पर्यटन और आतिथ्य को बढ़ावा मिल रहा है, जिससे नए रोज़गार सृजित हो रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि 2030 तक पर्यटन क्षेत्र अर्थव्यवस्था में 20 लाख करोड़ रुपये से अधिक का योगदान देगा और अनुमानित 13-14 करोड़ रोज़गार पैदा करेगा। उन्होंने कहाकि ये सिर्फ संख्याएंभर नहीं हैं, ये घटनाक्रम रोज़गार पैदा करने, जीवनयापन में सुगमता लाने और आय में वृद्धि करने के जरिए आम नागरिकों के जीवन को प्रभावित करेंगे। प्रधानमंत्री ने कहाकि पिछले 9 वर्ष में सरकार के प्रयासों के कारण रूपांतरण का एक नया युग देखा जा सकता है। उन्होंने बतायाकि भारत का पिछले साल रिकॉर्ड निर्यात करना वैश्विक बाजार में भारत निर्मित वस्तुओं की बढ़ती मांग का संकेत है। नरेंद्र मोदी ने कहाकि इसके परिणामस्वरूप उत्पादन बढ़ा है, रोज़गार में वृद्धि हुई है और इस प्रकार परिवार की आय में वृद्धि हुई है। उन्होंने उल्लेख कियाकि भारत विश्व का दूसरा सबसे बड़ा मोबाइल विनिर्माता देश बन गया है और भारत में मोबाइल फोन की मांग भी बढ़ी है। उन्होंने मोबाइल विनिर्माण में कई गुना वृद्धि केलिए सरकार के प्रयासों को श्रेय दिया। उन्होंने उल्लेख कियाकि देश अब अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों पर भी ध्यान केंद्रित कर रहा है और विश्वास व्यक्त कियाकि भारत आईटी और हार्डवेयर विनिर्माण क्षेत्र में मोबाइल विनिर्माण क्षेत्र की सफलता को दोहराएगा।
प्रधानमंत्री ने कहाकि वह दिन दूर नहीं जब मेड इन इंडिया लैपटॉप और पर्सनल कंप्यूटर हमें गौरवान्वित करेंगे। 'वोकल फॉर लोकल' के मंत्र का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहाकि सरकार भारत में बने लैपटॉप और कंप्यूटर खरीदने पर जोर दे रही है, इसके परिणामस्वरूप उत्पादन और रोजगार बढ़ा है। उन्होंने राष्ट्र में हो रहे आर्थिक विकास केलिए एक सुरक्षित वातावरण प्रदान करने केलिए नए भर्ती किए गए लोगों के कंधों पर सौंपे गए उत्तरदायित्व को दोहराया। प्रधानमंत्री ने 9 वर्ष पहले आजही के दिन प्रधानमंत्री जन धन योजना की शुरूआत का स्मरण किया, जिसने गांवों और गरीबों के आर्थिक सशक्तिकरण केसाथ रोज़गार सृजित करने में बड़ी भूमिका निभाई है। उन्होंने बतायाकि योजना के तहत 9 वर्ष के दौरान 50 करोड़ से अधिक बैंक खाते खोले गए हैं, योजना ने गरीबों और वंचितों को प्रत्यक्ष लाभ पहुंचाने में मदद की है, साथही इससे जनजातीय, महिलाओं, दलितों और अन्य वंचित वर्गों के रोज़गार और स्वरोज़गार में मदद मिली है, कई युवाओं को बैंकिंग कॉरेस्पोंडेंट, बैंक मित्र के रूपमें रोज़गार प्राप्त हुआ, 21 लाख से अधिक युवा बैंक मित्र या बैंक सखियों के रूप में कार्यरत हैं।
नरेंद्र मोदी ने कहाकि जन धन योजना ने मुद्रा योजना को भी मजबूती दी है। उन्होंने बतायाकि मुद्रा योजना केतहत अबतक 24 लाख करोड़ रूपये से अधिक के संपार्श्विक मुक्त ऋण वितरित किए जा चुके हैं। लाभार्थियों में 8 करोड़ पहलीबार के उद्यमी हैं। पीएम स्वनिधि के तहत लगभग 45 लाख स्ट्रीट वेंडर्स को पहलीबार संपार्श्विक मुक्त ऋण स्वीकृत किया गया था। इन योजनाओं के लाभार्थियों में बड़ी संख्या में महिलाएं, दलित, पिछड़े और जनजातीय युवा हैं। प्रधानमंत्री ने कहाकि जन धन खातों से गांवों में महिला स्वयं सहायता समूहों को मजबूती मिली है। उन्होंने कहाकि जनधन योजना ने देश में सामाजिक और आर्थिक परिवर्तन को गति देने में जो भूमिका निभाई है, वह वास्तव में अध्ययन का विषय है। प्रधानमंत्री ने कई रोज़गार मेलों में लाखों युवाओं को संबोधित करने का उल्लेख किया और कहाकि उन्हें सार्वजनिक सेवा या अन्य क्षेत्रों में रोजगार मिला। प्रधानमंत्री ने कहाकि सरकार और शासन में बदलाव लाने के मिशन में आप सभी युवा मेरी सबसे बड़ी ताकत हैं। प्रधानमंत्री ने तेजीसे वितरण के महत्व पर जोर दिया और कहाकि आजकी पीढ़ी समस्याओं के स्थायी समाधान की तलाश में है, खंडित समाधानों की नहीं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रेखांकित कियाकि लोकसेवक के रूपमें नवनियुक्तों को ऐसे निर्णय लेने होंगे जो दीर्घकालिक रूपसे लोगों केलिए लाभप्रद हों। उन्होंने कहाकि आप जिस पीढ़ी से संबंध रखते हैं, वह कुछ अर्जित करने केलिए प्रतिबद्ध है, यह पीढ़ी किसी की कृपा नहीं चाहती, वह सिर्फ इतना चाहती हैकि कोईभी उनकी राह में बाधा न बने। प्रधानमंत्री ने लोकसेवक के रूपमें लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करने के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने कहाकि अगर वे इस समझ केसाथ काम करते हैं तो कानून और व्यवस्था बनाए रखने में बहुत मदद मिलेगी। प्रधानमंत्री ने अर्धसैनिक बलों के रूपमें सीखने के दृष्टिकोण को बनाए रखने पर बल दिया और आईजीओटी कर्मयोगी पोर्टल पर उपलब्ध 600 से अधिक पाठ्यक्रमों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहाकि 20 लाख से अधिक सरकारी कर्मचारियों ने इस पोर्टल पर पंजीकरण कराया है। प्रधानमंत्री ने नवनियुक्तों से आग्रह कियाकि आप सभीभी इस पोर्टल से जुड़ें और इसका लाभ उठाएं। प्रधानमंत्री ने शारीरिक फिटनेस की आवश्यकता और नए रंगरूटों के जीवन में दैनिक अभ्यास के रूपमें योग को शामिल करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया।