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इंदौर भारत का सबसे स्वच्छ शहर बरकरार!

राष्ट्रपति ने इंडिया स्मार्ट सिटीज़ कॉन्क्लेव में किया सम्मानित

देश में स्मार्ट सिटी मिशन जैसी विकास पहलों की सराहना

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Wednesday 27 September 2023 04:21:01 PM

president honored in india smart cities

इंदौर। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने आज मध्यप्रदेश में इंडिया स्मार्ट सिटीज़ कॉन्क्लेव-2023 में राज्य को 'सर्वश्रेष्ठ राज्य' का गौरव प्राप्त करने पर मध्यप्रदेशवासियों, राज्यपाल, मुख्यमंत्री और उनकी पूरी टीम को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दीं। राष्ट्रपति ने राज्य के सभी स्मार्ट शहर में किए जा रहे कार्यों से जुड़े लोगों की सराहना की। उन्होंने सर्वश्रेष्ठ केंद्रशासित प्रदेश का पुरस्कार प्राप्त करने पर चंडीगढ़ और राज्यों के प्रदर्शन के आधार पर दूसरा स्थान प्राप्त करने केलिए तमिलनाडु तथा संयुक्त रूपसे तीसरा स्थान प्राप्त करने केलिए राजस्थान और उत्तर प्रदेश को बधाई दी। राष्ट्रपति ने कहाकि उन्हें बताया गया हैकि अलग-अलग श्रेणियों में 66 पुरस्कार दिए जा रहे हैं। उन्होंने आवासन और शहरी कार्यमंत्री हरदीप सिंह पुरी और उनकी पूरी टीम को भी बधाई दीकि वे स्मार्ट सिटी मिशन और अन्य पहलों के माध्यम से शहरों के विकास केलिए निरंतर प्रभावी कार्य कर रहे हैं।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहाकि इंदौर ने भारत के सबसे स्वच्छ शहर के रूपमें अपना स्थान बनाए रखा है, अब तो इंदौर देश की स्मार्ट सिटी में भी सबसे ऊपर है। राष्ट्रपति ने इंदौरवासियों, जनप्रतिनिधियों, प्रशासन के अधिकारियों, केंद्र सरकार के सम्बद्ध विभागों तथा हितधारकों की प्रशंसा कीकि उनकी कर्तव्यनिष्ठा के परिणामस्वरूप प्रदर्शन की विभिन्न श्रेणियों में इंदौर प्रथम स्थान पर है। राष्ट्रपति ने इस अवसर पर कहाकि एक आकलन के अनुसार वर्ष 2047 तक हमारी 50 प्रतिशत से अधिक आबादी शहरी क्षेत्रों में रहने लगेगी और उस समय सकल घरेलू उत्पाद में शहरों का कुल योगदान 80 प्रतिशत से अधिक होगा। उन्होंने अपने विचार साझा करते हुए कहाकि हमें शहरों और उनके निवासियों की बढ़ती आकांक्षाओं और जरूरतों को ध्यान में रखते हुए भविष्य केलिए एक रोडमैप बनाना होगा और उस पर आगे बढ़ना होगा।
राष्ट्रपति ने कहाकि जलवायु परिवर्तन एक महत्वपूर्ण मुद्दा है, जो हर स्तरपर सतत विकास पर चर्चा का हिस्सा रहा है,। इस संदर्भ में भारत के 100 स्मार्ट शहरों के लिए जलवायु स्मार्ट शहर मूल्यांकन रूपरेखा लॉंच की गई, जो इस बात का उदाहरण देता हैकि शहर राष्ट्रीय स्तरपर जलवायु परिवर्तन का कैसे समाधान कर सकते हैं। उन्होंने कहाकि शहरों में ऊर्जा दक्षता केलिए हरित इमारतों और नवीकरणीय ऊर्जा पर जोर दिया जा रहा है, लेकिन इन क्षेत्रों में और व्यापक स्तर पर काम करने की जरूरत है। राष्ट्रपति ने कहाकि हमें सतत विकास लक्ष्यों की ओर बढ़ते हुए अपने उद्देश्यों को हासिल करना होगा, एसडीजी 11 का लक्ष्य शहरों और बस्तियों को समावेशी, सुरक्षित, सहनीय और स्थायी बनाना है, यह लक्ष्य शहरों के समग्र और समावेशी विकास के महत्व को रेखांकित करता है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहाकि सतत विकास की प्राथमिकता को बढ़ाने में शहरों के प्रबंधन की महत्वपूर्ण भूमिका है, इसलिए हमें दुनिया के सर्वोत्तम प्रबंधित शहरों के सर्वोत्तम तौर-तरीकों और व्यवसाय प्रारूपों से सीखना चाहिए और अपने सफल प्रयासों को अन्य देशों केसाथ साझा करना चाहिए। उन्होंने कहाकि समग्र और सतत विकास केलिए स्थानीय और वैश्विक स्तर पर सहयोग आवश्यक है। राष्ट्रपति ने कहाकि हमें पूरे देश में सुरक्षित, स्वच्छ, स्वस्थ पड़ोस विकसित करना है। उन्होंने इस बात पर जोर दियाकि लोगों को जिम्मेदार बनना चाहिए और अपने शहर तथा इनके निवासियों केप्रति अपने कर्तव्य को समझना चाहिए। उन्होंने प्रकाश डालाकि शहरों में डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियों को रोकने केलिए लोगों की सक्रिय भागीदारी और संबंधित विभागों का सहयोग आवश्यक है।
राष्ट्रपति ने कहाकि इंदौर, सूरत, कोहिमा, श्रीनगर और कई अन्य शहरों ने जनभागीदारी से सुव्यवस्थित शहरीकरण के सफल उदाहरण प्रस्तुत किए हैं और प्रसन्नता की बात हैकि वाराणसी, गुवाहाटी, अहमदाबाद जैसी स्मार्ट शहरों में भूमि सुधार किया जा रहा है, नदियों के किनारे सार्वजनिक स्थान विकसित किए जा रहे हैं एवं नदी तट विकसित करने और झीलों तथा जल निकायों को पुनर्जीवित करने केलिए कार्यरत सभी संस्थाएं और व्यक्ति बधाई के पात्र हैं। राष्ट्रपति ने ग्रामीण क्षेत्रों में भी स्वास्थ्य सेवाओं, शैक्षणिक संस्थानों और शहरों जैसी प्राथमिक सुविधाओं की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहाकि इससे शहरों की अवसंचरना पर दबाव कम होगा और ग्रामीण लोगों के जीवनस्तर में अनुकरणीय सुधार होगा।

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