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Friday 13 October 2023 05:13:00 PM
नई दिल्ली। नरेंद्र मोदी सरकार के सिख पंथ केलिए किए गए अभूतपूर्व कार्यों केलिए आज केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने अभिनंदन कार्यक्रम में सम्मानित किया। गृहमंत्री ने इस अवसर पर कहाकि सिख पंथ के अलावा ऐसा शायद ही कोई दूसरा पंथ होगा, जिसमें 10 पीढ़ियों तक आक्रांताओं के अन्याय के खिलाफ संघर्ष और बलिदान की इतनी लंबी परंपरा हो। उन्होंने कहाकि सिख गुरुओं ने मानवता और देश केलिए जो बलिदान दिया है, उसकी बराबरी दुनियाभर में कोई नहीं कर सकता। अमित शाह ने कहाकि देश नौवें गुरुतेग बहादुर के उपकार को कभी नहीं भुला सकता, कश्मीर में सत्ता के नशे में चूर औरंगजेब के अत्याचार के खिलाफ कश्मीरी पंडितों की अर्ज़ सुनकर वहां पैदल चलकर जाना और अपना सर्वोच्च बलिदान देना, केवल गुरुतेग बहादुर ही कर सकते थे। उन्होंने कहाकि सिख पंथ और सिख गुरुओं ने समाज और पूरी मानवता केलिए जो किया है, उसे हजारों सालों तक उतारा नहीं जा सकता।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहाकि जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुतेग बहादुर की स्मृति में उत्सव मनाने का निर्णय लिया था, तब उसके लिए वही स्थान तय किया गया, जहां गुरुतेग बहादुर की शहीदी की घोषणा हुई थी, उसी दीवार पर उनका गुणगान हुआ और लालकिले पर ही समारोह मनाया गया। गृहमंत्री ने कहाकि जब दुनिया का हर मज़हब अपने-अपने विचारों को लेकर युद्ध लड़ रहा था, उस वक्त गुरुनानक देवजी से दसवें गुरु तक सभीने दुनिया को सर्वधर्म समभाव का संदेश दिया, जिसपर आज विश्व चल रहा है और ये भारत केलिए गौरव की बात है। उन्होंने कहाकि सिख समुदाय, धर्म और कर्म को समान रूपसे लेकर आगे बढ़ा है, जब धर्म के लिए जान देने की बारी आती है तो सच्चा सिख कभी पीछे मुड़कर नहीं देखता और देश को आजादी दिलाने से देश की सुरक्षा करने तक सबसे ज़्यादा बलिदान भी सिखों ने दिया है। उन्होंने कहाकि सिख गुरुओं के उपदेश और उनके बलिदान को देश कभी नहीं भुला सकता। अमित शाह ने कहाकि गुरुनानक देवजी ने दुनिया के कई देशों में सर्वधर्म समभाव का संदेश फैलाया, बिना किसी निजी स्वार्थ के दुनिया में प्रेम का संदेश फैलाया। अमित शाह ने कहाकि गुरुग्रंथ साहिब में ही सबकी अच्छी बातों को समाहित किया गया है और सर्वधर्म समभाव का इससे बड़ा कोई संदेश नहीं हो सकता।
गृहमंत्री ने उल्लेख कियाकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महिलाओं के नेतृत्व वाले विकास केलिए राज्यों की विधानसभाओं और संसद में मातृशक्ति को 33 प्रतिशत आरक्षण दिया है तथा मातृ शक्ति को सशक्त करने की परंपरा सिख पंथ में माता खिवी के लंगर की सीख से वर्षों पहले शुरू हुई। उन्होंने कहाकि इतिहास में भी ये दर्ज हैकि सिख पंथ से निकली मातृशक्ति ने न केवल आजादी के आंदोलन में हिस्सा लिया, बल्कि देश को आगे बढ़ाने में भी बहुत बड़ा योग्दान दिया है। अमित शाह ने कहाकि भारत की आजादी के आंदोलन, मुगलों और अंग्रेज़ों के खिलाफ लड़ाई, विभाजन की विभीषिका या आजादी केबाद देश की सीमाओं को सुरक्षित करना हो, सिख क़ौम हमेशा सबसे आगे रही है, हमारा आजादी के संघर्ष का इतिहास सिख बहादुरों के बलिदान से भरा पड़ा है और देश के आजाद होने केबाद इसकी सुरक्षा केलिए भी सबसे अधिक बलिदान सिख पंथ के अनुयायी ही देते आए हैं। अमित शाह ने कहाकि नरेंद्र मोदी नेतृत्व में बीते 9 साल में गुरुतेग बहादुर का 400वां प्रकाश पर्व, गुरुनानक देवजी का 550वां प्रकाश पर्व, गुरु गोविंद सिंह का 350वां प्रकाश पर्व, लंगर से जीएसटी हटाना, करतारपुर साहिब कॉरिडोर का निर्माण, सुल्तानपुर लोदी को हेरीटेज सिटी बनाना, ब्रिटिश विश्वविद्यालय में गुरुनानक देवजी के नाम पर पीठ स्थापित करना और पाकिस्तान में सिख यात्रियों के जाने केलिए सुविधा उपलब्ध कराना जैसे अनेक महत्वपूर्ण काम हुए हैं।
गृहमंत्री अमित शाह ने कहाकि कोईभी सभ्य व्यक्ति 1984 के दंगे नहीं भूल सकता, ऐसी नृशंस हत्याएं राजनीतिक इशारे पर हुईं। अमित शाह ने कहाकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एसआईटी बनाई और 300 मामलों को दोबारा खोलकर दोषियों को जेल भेजने की शुरुआत की। उन्होंने कहाकि अभीभी मामले चल रहे हैं और मोदी सरकार पीड़ितों केसाथ न्याय ज़रूर करेगी। अमित शाह ने कहाकि मोदीजी ने इतने साल बाद पहलीबार 3,328 पीड़ित परिवारों में से प्रत्येक को 5 लाख रुपए देने और जलियांवाला बाग स्मारक को फिरसे गौरवांवित करने का काम किया है। अमित शाह ने कहाकि मोदी सरकार ने 'नागरिकता संशोधन अधिनियम' के तहत पाकिस्तान, अफगानिस्तान जैसे पड़ोसी देशों में प्रताड़ित सिख बहनों-भाइयों को नागरिकता देने के रास्ते खोले। गृहमंत्री ने कहाकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बहुत भाग्यशाली हैंकि गुरुओं के आशीर्वाद से उन्हें गुरु साहिबान की सेवा करने का मौका मिला है।