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'भारत में सपने एवं संकल्प पूरा करने का सामर्थ्य'

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का वाइब्रेंट गुजरात शिखर सम्मेलन में संबोधन

वैश्विक व्यापार जगत की हस्तियों ने भी प्रधानमंत्री के विजन सराहे

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Wednesday 10 January 2024 04:51:54 PM

pm narendra modi

गांधीनगर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज 10वें वाइब्रेंट गुजरात शिखर सम्मेलन-2024 को संबोधित करते हुए कहा हैकि भारत की आजादी के 75 साल पूरे हो चुके हैं और अब भारत अगले 25 वर्ष के लक्ष्य पर काम कर रहा है। उन्होंने कहाकि जब भारत अपनी आजादी के 100 वर्ष मनाएगा, तबतक हमने भारत को विकसित बनाने का लक्ष्य रखा है और इसलिए ये 25 साल का कार्यकाल भारत का अमृतकाल है। ये नए सपने, नए संकल्प औऱ नित्य-नूतन सिद्धियों का कार्यकाल है। प्रधानमंत्री ने कहाकि इस अमृतकाल में ये पहली वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट हो रही है, इसलिए इसका महत्व और बढ़ गया है, इसमें आए 100 से ज्यादा देशों के प्रतिनिधि भारत की इस विकास यात्रा के अहम सहयोगी हैं। उन्होंने इस अवसर पर मोज़ाम्बिक के राष्ट्रपति फ़िलिप न्युसी, तिमोर-लेस्ते के राष्ट्रपति रामोस-होर्टा, चेक गणराज्य के प्रधानमंत्री पेट्र फ़ियाला और यूएई के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन ज़ाएद का स्वागत और अभिनंदन किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि वाइब्रेंट गुजरात शिखर सम्मेलन में चीफ गेस्ट के तौरपर यूएई के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन ज़ाएद का उपस्थित होना भारत और यूएई के दिनों-दिन मजबूत होते आत्मीय संबंधों का प्रतीक है, भारत को लेकर उनका विश्वास, उनका सहयोग, बहुत ही गर्मजोशी से भरा हुआ है, उन्होंने कहा हैकि वाइब्रेंट गुजरात समिट आर्थिक विकास और निवेश से जुड़ी जानकारियां और अनुभव साझा करने का वैश्विक मंच बन गई है, इसमें भी भारत और यूएई ने फ़ूड पार्क्स के विकास, रिन्यूएबल एनर्जी के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने, इनोवेटिव हेल्थ केयर में निवेश केलिए कई महत्वपूर्ण समझौते किए हैं। प्रधानमंत्री ने बतायाकि भारत के पोर्ट इंफ़्रास्ट्रक्चर में यूएई की कंपनियों ने कई बिलियन डॉलर के नए निवेश पर सहमति व्यक्त की है, यूएई के सॉवरेन वेल्थ फंड से गिफ्ट सिटी में ऑपरेशंस शुरू किए जाएंगे, ट्रांसवर्ल्ड कंपनी यहां एयरक्राफ्ट और जहाज पट्टे पर देने की ऐक्टिविटीज़ भी शुरू करने जा रही है। प्रधानमंत्री ने कहाकि भारत और यूएई ने जिस तरह अपने रिश्तों को एक नई ऊंचाई दी है, उसका बहुत बड़ा श्रेय शेख मोहम्मद बिन ज़ाएद को जाता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उल्लेख कियाकि मोजाम्बीक के प्रेसिडेंट फ़िलिप न्युसी से विस्तार से बात हुई है, उनके लिए तो गुजरात आना पुरानी यादों को ताजा करने जैसा है। फ़िलिप न्युसी आईआईएम अहमदाबाद के पूर्व छात्र हैं और भारत केलिए गर्व की बात हैकि हमारी जी-20 प्रेसिडेंसी में अफ़्रीकन यूनियन को स्थायी सदस्यता मिली। उन्होंने कहाकि फ़िलिप न्युसी की भारत यात्रा से हमारे सबंधों को तो बल मिला ही है, भारत-अफ़्रीका के बीच घनिष्ठता और बढ़ी है। नरेंद्र मोदी ने कहाकि चेक के प्रधानमंत्री पेट्र फ़ियाला की ये पहली भारत यात्रा इस पद पर है, वैसे वो भारत पहले भी आए हैं। उन्होंने कहाकि चेक लंबे समय से वाइब्रेंट गुजरात समिट से जुड़ा हुआ है, भारत और चेक केबीच टेक्नोलॉजी, ऑटोमोबाइल्स, मैन्यूफ़ैक्चरिंग जैसे सेक्टर्स में सहयोग लगातार बढ़ रहा है, पेट्र फ़ियाला की इस यात्रा से विश्वास है, दोनों देशों के संबंध और मजबूत होंगे। प्रधानमंत्री ने कहाकि हमारे यहां कहा जाता है-अतिथि देवो भव: और प्रधानमंत्री के रूपमें पेट्र फ़ियाला की तो ये पहली भारत विजिट है, उम्मीद है, वे बहुत शानदार यादें लेकर यहां से जाएंगे।
नरेंद्र मोदी ने नोबेल लॉरिएट और तिमोर-लेस्ते के राष्ट्रपति रामोस-होर्टा का भी स्वागत करते हुए कहाकि उनका गांधीनगर आना और विशेष है, उन्होंने महात्मा गांधी के अहिंसा के सिद्धांत को अपने देश के स्वतंत्रता संग्राम से जोड़ा है। प्रधानमंत्री ने कहाकि आशियान और इंडो-पैसिफ़िक क्षेत्र में तिमोर-लेस्ते केसाथ भारत का सहयोग बहुत अहम है। उन्होंने कहाकि कुछ समय पहले ही वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट को 20 वर्ष पूरे हुए हैं, बीते 20 वर्ष में इसने नए विचारों को प्लेटफॉर्म दिया है, इसने निवेश और रिटर्न केलिए नए गेटवे बनाए हैं औऱ वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट की इसबार की थीम है-भविष्य का प्रवेश द्वार है। उन्होंने कहाकि 21वीं सदी की दुनिया का भविष्य हमारे साझा प्रयासों से ही उज्ज्वल बनेगा, भारत ने अपनी जी-20 अध्यक्षता के दौरान भी वैश्विक भविष्य केलिए एक रोडमैप दिया है, वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट के इस एडिशन में भी इस विजन को औऱ आगे बढ़ा रहे हैं। उन्होंने कहाकि भारत बहुपक्षीय संगठन केसाथ पार्टनरशिप्स को लगातार मजबूत कर रहा है और एक विश्व, एक परिवार, एक भविष्य का सिद्धांत विश्व कल्याण की अनिवार्य आवश्यकता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि आज तेजीसे बदलते हुए विश्व आदेश में भारत विश्वमित्र की भूमिका में बढ़ रहा है, भारत ने विश्व को ये भरोसा दिया हैकि हम साझा लक्ष्य तय कर सकते हैं, विश्व कल्याण केलिए भारत की प्रतिबद्धता, भारत की निष्ठा, भारत के प्रयास और भारत का परिश्रम, आजकी दुनिया को ज्यादा सुरक्षित और समृद्ध बना रहा है। उन्होंने कहाकि दुनिया भारत को इस रूपमें देखती है-स्थिरता का एक महत्वपूर्ण स्तंभ एक मित्र जिसपर भरोसा किया जा सकता है, एक भागीदार जो जनकेंद्रित विकास में विश्वास करता है, एक आवाज़ जो वैश्विक भलाई में विश्वास करती है, ग्लोबल साउथ की एक आवाज़, वैश्विक अर्थव्यवस्था में विकास का एक इंजन, समाधान खोजने के लिए एक प्रौद्योगिकी केंद्र, प्रतिभाशाली युवाओं का पावरहाउस और एक लोकतंत्र जो उद्धार करता है। उन्होंने कहाकि भारत के 1.4 बिलियन लोगों की प्राथमिकताएं और आकांक्षाएं, मानवकेंद्रित विकास उनकी आस्था, समावेशिता और समानता का हमारा कमिटमेंट विश्व समृद्धि और विश्व के विकास का बहुत बड़ा आधार है। उन्होंने कहाकि भारत दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है।
नरेंद्र मोदी ने कहाकि दुनिया की हर प्रमुख रेटिंग एजेंसी का अनुमान हैकि भारत अगले कुछ वर्ष में दुनिया की टॉप-3 इकॉनॉमी में जाएगा, दुनिया के लोग जो विश्लेषण कर रहे हैं, मेरी गारंटी हैकि हो जाएगा। उन्होंने कहाकि एक ऐसे समय में जब विश्व अनेक अनिश्चितताओं से घिरा हुआ है, तब भारत दुनिया में विश्व की एक नई किरण बनकर के उभरा है, भारत की प्राथमिकताएं बिल्कुल स्पष्ट हैं। उन्होंने कहाकि आज भारत की प्राथमिकता है-सस्टेनेबल इंडस्ट्री, इंफ्रास्ट्रक्चर एंड मैन्युफैक्चरिंग, न्यू एज स्किल्स, फ्यूचरिस्टिक टेक्नोलॉजी, एआई एंड इनोवेशन, हरित हाइड्रोजन, नवीकरणीय ऊर्जा, अर्धचालक, इसका पूरा इकोसिस्टम हम वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल ट्रेड शो में भी देख सकते हैं, इस ट्रेड शो में कंपनियों ने विश्वस्तरीय अत्याधुनिक तकनीक से बने उत्पादों का निर्देशन किया है। उन्होंने कहाकि ई-मोबिलिटी, स्टार्ट-अप, ब्लू इकोनॉमी, ग्रीन एनर्जी और स्मार्ट इंफ्रास्ट्रक्चर जैसे ट्रेड शो में एक प्रकार से छाए हुए हैं, ये जितने भी सेक्टर्स हैं, इनमें निवेश केलिए लगातार अवसर बन रहे हैं। उन्होंने कहाकि भारत में जो ये बदलाव आ रहा है, वो भारत के नागरिकों की जीवन जीने में आसानी भी बढ़ा रहा है, उनका सशक्तिकरण कर रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश-विदेश के हितधारकों का आह्वान कियाकि भारत की इस विकास यात्रा से जुड़िए, हमारे साथ चलिए। उन्होंने कहाकि भारत के कोने-कोने में नई संभावनाएं हैं, वाइब्रेंट गुजरात समिट इसके लिए भी भविष्य का प्रवेश द्वार है औऱ आप भारत में सिर्फ इन्वेस्टमेंट ही नहीं कर रहे, बल्कि युवा रचनाकारों और उपभोक्ताओं की एक नई जेनरेशन को भी शेप कर रहे हैं। उन्होंने कहाकि भारत की आकांक्षाओं से भरी युवा पीढ़ी आपकी साझेदारी को वो रिजल्ट लाकर दिखा सकती है, जिसकी आपने कभी कल्पना भी नहीं की होगी। प्रधानमंत्री ने इसी विश्वास केसाथ सभी का वाइब्रेंट गुजरात समिट से जुड़ने केलिए ह्दय से आभार व्यक्त किया और विश्वास दिलायाकि उनके सपने मोदी का संकल्प है, उनके सपने जितने बड़े होंगे, मोदी का संकल्प भी उतना ही बड़ा होगा। प्रधानमंत्री ने कहाकि भारत में सपने देखने के अवसर अनेक हैं और संकल्प पूरा करने का सामर्थ्य भी मौजूद है।
वाइब्रेंट गुजरात वैश्विक शिखर सम्मेलन में वैश्विक व्यापार जगत की हस्तियों ने प्रधानमंत्री के विजन की सराहना की है, इनमें आर्सेलरमित्तल के अध्यक्ष लक्ष्मी मित्तल, सुजुकी मोटर कॉरपोरेशन जापान के अध्यक्ष तोशीहिरो सुजुकी, रिलायंस समूह के मुकेश अंबानी, माइक्रोन टेक्नोलॉजीज यूएसए के सीईओ संजय मेहरोत्रा, अडानी समूह के अध्यक्ष गौतम अडानी, सिमटेक दक्षिण कोरिया के सीईओ जेफरी चुन, टाटा संस लिमिटेड के अध्यक्ष एन चंद्रशेखरन, डीपी वर्ल्ड के अध्यक्ष सुल्तान अहमद बिन सुलेयम, शंकर त्रिवेदी सीनियर वीपी एनवीडिया और ज़ेरोधा के संस्थापक और सीईओ निखिल कामत प्रमुख थे। गौरतलब हैकि इस शिखर सम्मेलन का उपयोग उत्तर-पूर्वी क्षेत्र विकास मंत्रालय उत्तर-पूर्वी क्षेत्रों में निवेश के अवसरों को प्रदर्शित करने केलिए एक मंच के रूपमें कर रहा है। वाइब्रेंट गुजरात वैश्विक शिखर सम्मेलन के 10वें संस्करण में उद्योग जगत की कई और हस्तियों ने भी अपने विचार व्यक्त किए।

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