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Thursday 11 January 2024 04:59:03 PM
अयोध्या/ अहमदाबाद। नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य माधवराव सिंधिया ने आज नई दिल्ली से अयोध्या और अहमदाबाद केबीच सीधी उड़ान को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इसके साथही अयोध्या को अहमदाबाद से सप्ताह में तीन सीधी उड़ानें मिलेंगी। इस मार्ग पर इंडिगो विमान सेवा परिचालन करेगी। नागर विमानन मंत्री ने इस अवसर पर कहाकि अयोध्या से अहमदाबाद केलिए सीधी उड़ान से दोनों शहरों केबीच हवाई कनेक्टिविटी को और बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहाकि दोनों शहर सही अर्थ में भारत का प्रतिनिधित्व करते हैं, एक ओर अहमदाबाद भारत की आर्थिक शक्ति का प्रतीक है तो दूसरी ओर अयोध्या भारत की आध्यात्मिक और सभ्यतागत शक्ति का प्रतिनिधित्व करता है। उन्होंने कहाकि दोनों शहरों केबीच हवाई संपर्क से आर्थिक विकास होगा, यात्रा और पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।
नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य माधवराव सिंधिया ने 20 महीने के रिकॉर्ड समय में अयोध्या हवाई अड्डे के निर्माण केलिए आवश्यक भूमि आवंटित करने में सहयोग केलिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को धन्यवाद दिया। नागर विमानन मंत्री ने दोहरायाकि हवाईअड्डा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस विचार को पूरा कर रहा हैकि हवाईअड्डे केवल 'हवाईअड्डे' नहीं हैं, बल्कि किसी क्षेत्र के लोकाचार, संस्कृति और इतिहास के प्रवेश द्वार भी हैं। उन्होंने कहाकि महर्षि वाल्मीकि अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे की बाहरी संरचना श्रीराम मंदिर से प्रेरित है और टर्मिनल भवन सुंदर चित्रों और कलाकृतियों के माध्यम से भगवान श्रीराम की जीवन यात्रा को दर्शाता है। नागर विमानन मंत्री ने उत्तर प्रदेश में बीते 9 वर्ष में विमानन क्षेत्र की वृद्धि के बारेमें कहाकि 2014 में उत्तर प्रदेश में केवल 6 हवाई अड्डे थे और अब राज्य में 10 हवाई अड्डे हैं, जिनमें अयोध्या में महर्षि वाल्मीकि अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा भी शामिल है।
नागर विमानन मंत्री ने कहाकि उत्तर प्रदेश में अगले महीने तक 5 और हवाई अड्डे होंगे, जिनमें आज़मगढ़, अलीगढ़, मुरादाबाद, श्रावस्ती और चित्रकूट में एक-एक हवाई अड्डा होगा। इसके अलावा 2024 के अंत तक जेवर में एक अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा भी तैयार हो जाएगा, कुल मिलाकर भविष्य में यूपी में 19 हवाई अड्डे होंगे। नागर विमानन मंत्री ने कहाकि महर्षि वाल्मीकि अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा 6500 वर्ग मीटर के क्षेत्र में बनाया गया है, जिसमें व्यस्त समय में 600 हवाई यात्रियों को संभालने की क्षमता है, जिसे अगले चरण में 50,000 वर्ग मीटर तक विस्तारित किया जाएगा और क्षमता को 3000 यात्रियों तक बढ़ाया जाएगा। इसी प्रकार 2200 मीटर लंबे रनवे को बढ़ाकर 3700 मीटर तक किया जाएगा, ताकि अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों केलिए बड़े विमान भी अयोध्या से चल सकें। उन्होंने विमानन क्षेत्र में उत्तर प्रदेश सरकार के काम की सराहना की, क्योंकि बीते 9 वर्ष में राज्य में हवाई कनेक्टिविटी तेजीसे बढ़ी है।
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहाकि उत्तर प्रदेश 2014 में केवल 18 शहरों से जुड़ा था और अब 41 शहरों से जुड़ गया है, इसी प्रकार राज्य में 2014 में साप्ताहिक रूपसे केवल 700 उड़ानों की आवाजाही होती थी, जो अब बढ़कर प्रति सप्ताह 1654 उड़ानों की आवाजाही हो गई है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महर्षि वाल्मीकि अयोध्या अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे का विकास निर्धारित समय में पूरा कराने केलिए ज्योतिरादित्य माधवराव सिंधिया केप्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहाकि अयोध्या से इस नई हवाई कनेक्टिविटी से पर्यटन, व्यापार और निवेश के और रास्ते खुलेंगे। कार्यक्रम में नागर विमानन सचिव वुमलुनमंग वुअलनाम, संयुक्त सचिव असुंगबा चुबा आओ, इंडिगो के विशेष निदेशक आरके सिंह, उत्तर प्रदेश के पर्यटन और संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह, अयोध्या के सांसद लल्लू सिंह और अहमदाबाद से संसद सदस्य डॉ किरीट प्रेमजीभाई सोलंकी भी ऑनलाइन उपस्थित थे।