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आधुनिक युद्ध से निपटने को तैयार रहें-एयर चीफ

'आधुनिक युद्ध उन्नत साइबर तकनीकों से सुसज्जित और प्रभावित'

वायुसेना के 235 फ्लाइट कैडेटों का सफल प्रशिक्षण समापन

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Saturday 15 June 2024 05:24:59 PM

235 air force flight cadets successfully completed their training

डुंडीगल (तेलंगाना)। भारतीय वायुसेना की उड़ान और ग्राउंड ड्यूटी शाखाओं के 235 फ्लाइट कैडेटों के प्रशिक्षण के सफल समापन पर आज वायुसेना अकादमी डुंडीगल में संयुक्त स्नातक परेड आयोजित हुई। एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने इस अवसर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले स्नातक फ्लाइट कैडेटों को राष्ट्रपति कमीशन प्रदान किया। स्नातक अधिकारियों में 22 महिला अधिकारी हैं, जिन्हें भारतीय वायुसेना की विभिन्न शाखाओं में कमीशन मिला है। समारोह में भारतीय वायुसेना और सहयोगी सेवाओं के गणमान्य व्यक्ति और स्नातक अधिकारियों के परिजन मौजूद थे। इस अवसर पर भारतीय नौसेना के 9 अधिकारियों, भारतीय तटरक्षक बल के 9 अधिकारियों और मित्र विदेशी देशों के 1 अधिकारी को भी उड़ान प्रशिक्षण के सफल समापन पर 'विंग्स' से सम्मानित किया गया।
संयुक्त स्नातक परेड में यह पहला मौका था, जिसमें चार साल पहले ग्राउंड ड्यूटी शाखाओं में राष्ट्रीय रक्षा अकादमी में शामिल हुए 25 कैडेटों को भी अधिकारियों के रूपमें कमीशन दिया गया है। इनमें से 5 अधिकारियों को प्रशासन शाखा में, 3 को रसद शाखा में और 17 को वायुसेना की तकनीकी शाखा में कमीशन दिया गया है। वायुसेनाध्यक्ष का एयर मार्शल नागेश कपूर और एयर मार्शल एस श्रीनिवास ने स्वागत किया। परेड कमांडर ने आरओ को जनरल सलामी दी। इसके बाद एक शानदार मार्च पास्ट हुआ। स्नातक परेड के दौरान चार प्रशिक्षक विमानों ने तालमेल युक्त और लयबद्ध फ्लाई पास्ट किया, जिसमें पिलाटस पीसी-7 एमके-11, हॉक, किरण और चेतक हेलीकॉप्टर शामिल थे। परेड का मुख्य आकर्षण 'कमीशनिंग समारोह' था, जिसमें स्नातक फ्लाइट कैडेटों को समीक्षा अधिकारी ने उनके 'रैंक और विंग्स' से सम्मानित किया। स्नातक अधिकारियों को अकादमी के कमांडेंट ने शपथ दिलाई, जहां उन्होंने देश की सुरक्षा, संप्रभुता और सम्मान की रक्षा करने की शपथ ली।
एयर चीफ ने प्रशिक्षण के विभिन्न विषयों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले स्नातक अधिकारियों को विभिन्न पुरस्कार प्रदान किए। फ्लाइंग ब्रांच के फ्लाइंग ऑफिसर हैप्पी सिंह को पायलट कोर्स में समग्र योग्यता क्रम में प्रथम स्थान प्राप्त करने केलिए राष्ट्रपति की पट्टिका और वायुसेना प्रमुख की स्वॉर्ड ऑफ ऑनर से सम्मानित किया। फ्लाइंग ऑफिसर तौफीक रजा को ग्राउंड ड्यूटी ऑफिसर कोर्स में समग्र योग्यता क्रम में प्रथम स्थान प्राप्त करने केलिए राष्ट्रपति की पट्टिका से सम्मानित किया गया। वायुसेना प्रमुख ने नए कमीशन प्राप्त अधिकारियों को उनके शानदार प्रदर्शन, सटीक ड्रिल मूवमेंट और परेड के उच्च मानकों केलिए बधाई दी। उन्होंने प्रशिक्षण के सफल समापन और भारतीय वायुसेना में राष्ट्रपति कमीशन प्राप्त करने पर पासआउट अधिकारियों को बधाई दी। उन्होंने भारतीय नौसेना, भारतीय तटरक्षक और मित्र देशों के अधिकारियों को भी बधाई दी, जिन्होंने आज 'फ्लाइंग विंग्स' अर्जित किए। वर्ष 2024 को 'अपस्किलिंग द्वारा परिवर्तन' का वर्ष घोषित किया गया और उसीके अनुरूप उन्होंने सभी नए कमीशंड अधिकारियों से 'बहुआयामी लीडर' बनने केलिए विभिन्न कौशल सीखने का आग्रह किया।
वायुसेना अध्यक्ष ने कहाकि आने वाले संघर्षों को कल की मानसिकता से नहीं लड़ा जा सकता, नए मानकों के निर्माता हमेशा पुराने मानकों के अनुयायियों पर भारी पड़ेंगे। आधुनिक युद्ध पर बोलते हुए सीएएस ने पासिंग आउट कैडेट्स को याद दिलाया कि आधुनिक युद्ध बहुआयामी है, निरंतर विकसित हो रहा है और जटिल डेटा नेटवर्क और उन्नत साइबर तकनीकों से तेजी से प्रभावित हो रहा है। उन्होंने कहाकि नेतृत्व के रूपमें सभी को निर्णायक युद्ध जीतने केलिए प्रभावी रूप से तकनीक को अपनाने, अन्वेषण करने और उसका लाभ उठाने की आवश्यकता है। भारतीय वायुसेना के मुख्य मूल्यों लक्ष्य, ईमानदारी और उत्कृष्टता पर उन्होंने जोर दिया कि लक्ष्य को प्राप्त करना सबसे जरूरी है और किसी भी संगठन की दिशा, दक्षता और समग्र सफलता को बनाए रखने केलिए यह अत्यंत महत्वपूर्ण है। ईमानदारी पर बात करते हुए उन्होंने बताया कि कैसे नैतिक चुनाव, आचरण के उच्चतम मानकों को बनाए रखना और नेतृत्व में उदाहरण बनना टीम के सदस्यों में विश्वास और निष्ठा की प्रेरणा भर देगा। वायुसेना अध्यक्ष ने उनसे निरंतरता, अनुशासन, सकारात्मक दृष्टिकोण और हरकार्य केलिए जुनून के साथ उत्कृष्टता केलिए प्रयास करने का भी आग्रह किया।
भारतीय वायुसेना के विजन स्टेटमेंट 'पीपुल फर्स्ट, मिशन ऑलवेज' पर बोलते हुए सीएएस ने नए कमीशन प्राप्त अधिकारियों से अपने अधीनस्थों का सम्मान, पेशेवर क्षमता, शारीरिक और नैतिक साहस, चरित्र और करुणा के माध्यम से अर्जित करने का आग्रह किया। उन्होंने कहाकि सेवा में विकसित यह सामंजस्य और टीमवर्क बल को कई गुणा बढ़ाने वाला साबित होगा। वायुसेना प्रमुख ने नवनियुक्त अधिकारियों के भविष्य में निरंतर सफलता की कामना की। परेड का समापन दो पंक्ति में नव नियुक्त अधिकारियों द्वारा रवींद्रनाथ टैगोर के 'आनंदलोक' के पारंपरिक स्वरों पर धीमीगति से मार्च करने केसाथ अपने तत्काल कनिष्ठों से मिली पहली सलामी केसाथ हुआ। एसयू-30 एमकेआई के आकर्षक एरोबैटिक शो, सारंग हेलिकॉप्टर डिस्प्ले टीम के समकालिक एरोबैटिक्स और 'सूर्य किरण एरोबैटिक टीम' सीजीपी के भव्य समापन का हिस्सा थे। वायुसेना अधिकारियों के जीवन में कमीशनिंग समारोह हमेशा स्मरणीय रहता है, क्योंकि वे अपने गौरवांवित माता-पिता की उपस्थिति में अपना 'रैंक' प्राप्त करते हैं।

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