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डॉ जितेंद्र सिंह प्रेस्टिजियस ऑफ द ईयर

'भारत वैश्विक स्वास्थ्य अनुसंधान का नेतृत्व करने में सक्षम'

अमेरिकन कॉलेज ऑफ फिजिशियन का एक प्रतिष्ठित सम्मान

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Saturday 17 August 2024 12:01:57 PM

dr jitendra singh prestigious of the year

लखनऊ। केंद्रीय विज्ञान प्रौद्योगिकी एवं पृथ्वी विज्ञान राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार), पीएमओ, परमाणु ऊर्जा विभाग, अंतरिक्ष विभाग, कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन राज्यमंत्री डॉ जितेंद्र सिंह को लखनऊ में एसीपी इंडिया चैप्टर के 9वें वार्षिक सम्मेलन में अमेरिकन कॉलेज ऑफ फिजिशियन के प्रेस्टिजियस ऑफ द ईयर प्रतिष्ठित मार्गदर्शक पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। डॉ जितेंद्र सिंह ने इस अवसर पर कहाकि भारत स्वास्थ्य क्षेत्रमें वैश्विक अनुसंधान का नेतृत्व करने में सक्षम है और चिकित्सा स्वास्थ्य अनुसंधान एवं चिकित्सा शिक्षा में इसके असाधारण योगदान केलिए इसे व्यापक रूपसे स्वीकार किया जा रहा है। डॉ जितेंद्र सिंह ने उन्नत चिकित्सा विज्ञान में निजी और सार्वजनिक क्षेत्रों केसाथ-साथ अंतर्राष्ट्रीय संगठनों केबीच सहयोग के महत्व पर बल दिया। गौरतलब हैकि डॉ जितेंद्र सिंह मधुमेह रोग विशेषज्ञ भी हैं।
डॉ जितेंद्र सिंह ने कहाकि भारत के अंतरिक्ष क्षेत्र की सफलता के परिणामस्वरूप कुछही महीनों में कई हजार करोड़ का निवेश हुआ है और अंतरिक्ष स्टार्टअप्स की संख्या में भारी उछाल आया है। डॉ जितेंद्र सिंह ने कहाकि भारत में गैर-संचारी रोगों में वृद्धि देखी जा रही है, लेकिन संक्रामक रोग भी साथ-साथ बने हुए हैं, जबकि पश्चिमी देश, जो पहले गैर-संचारी रोगों का अधिक सामना करते थे, अब विशेषकर एड्स और सीओवीआईडी महामारी के उद्भव केबाद संक्रामक रोगों का भी सामना कर रहे हैं। उन्होंने भारत की लागत प्रभावी अनुसंधान सुविधाओं, विविध चिकित्सा स्थितियों और पारंपरिक चिकित्सा ज्ञान का लाभ उठाते हुए भारत और अमेरिका केबीच सहयोग की सम्भावना पर भी बल दिया।
डॉ जितेंद्र सिंह ने युवा पीढ़ी में निवारक स्वास्थ्य देखभाल को प्राथमिकता दी, ताकि परिहार्य रुग्णता (अवॉयडेबल मोर्बिटी) की बलिवेदी पर उनके अपव्यय के स्थान पर वे राष्ट्र निर्माण के कार्य में अपनी ऊर्जा और क्षमता को समर्पित कर सकें। उन्होंने कहाकि युवाओं के स्वास्थ्य और खुशहाली का 2047 तक विकसित भारत के निर्माण पर बहुत प्रभाव पड़ेगा। डॉ जितेंद्र सिंह ने अंतरिक्ष जैसे अन्य क्षेत्रों में बढ़ते सहयोग पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने भारतीय अंतरिक्ष यात्री ग्रुप कैप्टन शुक्ला के अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन के अभियान में अपने अमेरिकी और अन्य समकक्षों केसाथ शामिल होने का उल्लेख भी किया।

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