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डाकघरों से देश-विदेश भेजी गईं राखियां!

रक्षाबंधन पर्व पर डाक विभाग के राखियां प्रेषण के विशेष प्रबंध

अहमदाबाद रीजन के डाकघरों से भेजी गईं करीब 3 लाख राखियां

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Saturday 17 August 2024 06:33:10 PM

rakhis sent from post offices across the country and abroad

अहमदाबाद। भारत के ऐतिहासिक रक्षाबंधन पर्व का दुनियाभर में क्रेज है। इसका इसीसे अंदाजा लगाया जा सकता हैकि करीब पंद्रह दिन से भारतीय डाक विभाग अपने विशेष प्रेषण प्रबंधों से यह सुनिश्चित करने में लगा हैकि राखियां और उपहार अपने गंतव्य पर अपने दिन रक्षाबंधन पर पहुंच जाएं। रक्षाबंधन पर्व की विदेशों में भी खूब धूम और महत्ता है। दरअसल यह एक बहुत ही भावुक पर्व है और इस पर्व को मनाने केलिए देश-विदेश से आगमन बढ़ जाता है तो डाक विभाग इसमें अपनी भूमिका से पीछे क्यों रहे? डाक विभाग काफी समय से रक्षाबंधन पर राखियां भेजने के प्रबंध करता रहा है, लेकिन इन वर्षों में डाक विभाग काफी समय पहले ही राखियों और वस्तुओं को उनके गंतव्य पर प्रेषण की तैयारियों में जुट जाता है। यूं तो देशभर में डाक विभाग ने राखियां भेजने के प्रबंध किए हैं, उत्तरी गुजरात रीजन अहमदाबाद के नवागंतुक पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव ने तो देश-विदेश के खास से जनसामान्य तक डाक विभाग के रिश्तों को राखी और उपहारों की अनंत खुशियों की सौगात बनाते हुए इस त्यौहार को एक नया आयाम दिया है।
पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव ने बतायाकि डाकघरों से विदेशों केलिए भी स्पीडपोस्ट और रजिस्टर्ड डाक से खूब राखियां भेजी जा रही हैं और प्राथमिकता देकर यह सुनिश्चित किया गया हैकि राखियां और उपहार अपने समय से अपने गंतव्य पर पहुंच जाएं, इसमें राखियां भेजने वालों ने भी डाक प्रेषण की व्यवस्था को समय से राखियां बुक कराकर काफी सहयोग किया है। उन्होंने बतायाकि लगभग और 1.5 लाख राखियां अहमदाबाद रीजन के डाकघरों से विदेशों केलिए बुक की जा चुकी हैं। उन्होंने बतायाकि ज्यादातर राखियां संयुक्तराज्य अमेरिका, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, सिंगापुर, कनाडा, रूस, संयुक्त अरब अमीरात, जर्मनी, जापान, चीन इत्यादि देशों में भेजी गई हैं। इसी प्रकार विदेशों में रह रही बहनें भी अपने भाईयों को राखी भेज रही हैं, जो डाक विभाग उन्हें तुरंत उनके गंतव्य पर सुरक्षित पहुंचा रहा है। उन्होंने कहाकि विदेशों में राखियां भेजने केलिए बहनें पहले से ही तैयारी करने लगती हैं, ताकि सही समय पर भाईयों को राखी पहुंच जाए और उनकी कलाई राखी से भर जाए।
कृष्ण कुमार यादव ने रक्षाबंधन पर्व पर अपनी तैयारियों के साथ उसके महत्व के उद्गार व्यक्त करते हुए कहाकि रेशम के धागों ने सोशल मीडिया पर चल रही वर्चुअल राखियों को बौना साबित कर दिया है, वाट्सएप, फेसबुक, स्काइप, टेलीग्राम जैसे बड़े सोशल प्लेटफॉर्म को छोडकर बहनें, भाईयों की कलाइयां सजाने केलिए डाक से रंग-बिरंगी राखियां भेजना पसंद कर रही हैं। उन्होंने कहाकि डाक विभाग भी इसका धर्म निभाने केलिए मुस्तैद है और तमाम तैयारियां किए हुए है। पोस्टमास्टर जनरल ने बतायाकि अहमदाबाद रीजन से अबतक 3 लाख से ज्यादा राखियां विभिन्न डाकघरों से देश-विदेश में भेजी जा चुकी हैं। उन्होंने बतायाकि रक्षाबंधन के एक दिन पूर्व रविवार को भी डाक पहुंचाने के विशेष प्रबंध किए गए हैं। उन्होंने बतायाकि डाक विभाग ने राखी की बुकिंग केसाथ-साथ स्पेशल सॉर्टिंग और बिना किसी देरी से डाकघरों से लेकर रेलवे मेल सर्विस और नेशनल सॉर्टिंग हब तकमें विशेष प्रबंध किए हैं।

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