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Tuesday 24 September 2024 02:04:34 PM
मुंबई। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) और भारतीय राष्ट्रीय फिल्म विकास निगम (एनएफडीसी) की गतिविधियों की व्यापक समीक्षा करने केलिए मुंबई में एनएफडीसी परिसर का दौरा किया। उन्होंने गुलशन महल की धरोहर इमारत सहित भारतीय सिनेमा के राष्ट्रीय संग्रहालय को भी देखा, जहां प्रदर्शनी में मूक युग से लेकर आजतक की भारतीय फिल्मों की समृद्ध और विविध विरासत को दर्शाया गया है, जो देश के सांस्कृतिक ताने-बाने में सिनेमा के अपार योगदान को उजागर करती है। सीबीएफसी के अध्यक्ष प्रसून जोशी ने प्रमाणन प्रक्रिया और समग्र रूपसे फिल्म उद्योग में नवीनतम पहलों के बारेमें केंद्रीय मंत्री को जानकारी दी।
सूचना एवं प्रसारण मंत्री ने समीक्षा के दौरान फिल्म क्षेत्रमें रोज़गार को कई गुना बढ़ाने केलिए आवश्यक प्रयासों पर जोर दिया। उन्होंने ऐसी योजनाएं बनाने का आह्वान किया, जो उच्च गुणवत्ता वाली नौकरियां पैदा करें और व्यावसायिक रूपसे व्यवहार्य भी हों। उन्होंने भारतीय सिनेमा की विरासत को बहाल करने और संरक्षित करने में अनुकरणीय कार्य केलिए एनएफडीसी-एनएफएआई (भारतीय राष्ट्रीय फिल्म अभिलेखागार) की सराहना भी की। उन्होंने देश की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक विरासत का अहम हिस्सा रहीं फिल्मों की सुरक्षा के प्रयासों को और मजबूत करने को कहा, ताकि यह सुनिश्चित हो सकेकि आनेवाली पीढ़ियों केलिए यह समृद्ध कलात्मक विरासत मौजूद रहे और उससे सीख सकें।
अश्विनी वैष्णव ने एवीजीसी क्षेत्रमें राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र की स्थापना में किए जा रहे कार्यों को पूर्ण उद्योग की ओर ले जानेकी आवश्यकता पर भी जोर दिया। अश्विनी वैष्णव ने एनीमेशन में राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र की प्रगति की समीक्षा की तथा भारतीय मनोरंजन उद्योग के भीतर बढ़ते क्षेत्रों के रूपमें एनीमेशन और दृश्य प्रभावों के महत्व पर बल दिया। इस अवसर पर सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की पश्चिमी क्षेत्र की महानिदेशक स्मिता वत्स शर्मा, एनएफडीसी के प्रबंध निदेशक पृथुल कुमार, सीबीएफसी के सीईओ राजेंद्र सिंह तथा एनएफडीसी और सीबीएफसी के अधिकारी भी उपस्थित थे। अश्विनी वैष्णव ने एनएफडीसी परिसर में 'एक पेड़ मां के नाम' पहल के तहत एक पौधा भी लगाया।