स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Thursday 26 September 2024 05:38:29 PM
सियाचिन (लद्दाख)। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने आज सियाचिन में सेना के बेस कैंप का दौरा किया। उन्होंने देश की रक्षा केलिए सर्वोच्च बलिदान करनेवाले बहादुर सियाचिन योद्धाओं की याद में स्थापित सियाचिन युद्ध स्मारक पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। ज्ञातव्य हैकि यह युद्ध स्मारक 13 अप्रैल 1984 को सियाचिन ग्लेशियर पर भारतीय सेना के ऑपरेशन मेघदूत में शहीद हुए सैनिकों और सैन्य अधिकारियों के बलिदान का प्रतीक है। राष्ट्रपति ने सैनिकों को संबोधित करते हुए कहाकि यहां आकर जवानों और सैन्य अधिकारियों से मिलने की उनकी इच्छा आज पूरी हो गई है। राष्ट्रपति ने कहाकि सशस्त्र बलों की सर्वोच्च कमांडर के रूपमें यहां आकर उन्हें उनपर बहुत गर्व है और देश के नागरिक उनकी बहादुरी और जज्बे को सलाम करते हैं।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहाकि भारतीय सशस्त्र बलों के बहादुर सैनिकों और सैन्य एवं सुरक्षा अधिकारियों ने प्रतिकूल मौसमी परिस्थितियों का सामना करते हुए इस क्षेत्रकी सुरक्षा सुनिश्चित की है। उन्होंने गर्व से कहाकि यहां तैनात जवान और सैन्य अधिकारी जबरदस्त बर्फबारी और शून्य से 50 डिग्री नीचे तापमान जैसी कठिन परिस्थितियों में भी पूरी निष्ठा और सतर्कता केसाथ अपने मोर्चे पर डटे रहते हैं और मातृभूमि की रक्षा केलिए त्याग एवं सहनशीलता का असाधारण उदाहरण प्रस्तुत करते हैं। राष्ट्रपति ने सैनिकों से कहाकि देशवासी उनके बलिदान और बहादुरी से अवगत हैं और उनका सम्मान करते हैं। इस अवसर पर लद्दाख के उपराज्यपाल ब्रिगेडियर (सेवानिवृत्त) बीडी मिश्रा और वरिष्ठ सैन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।