स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Saturday 5 October 2024 01:58:41 PM
नासिक। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने नासिक में 40वीं आरपीएफ स्थापना दिवस परेड पर आरपीएफ कर्मियों की अनुकरणीय रेल यात्री सुरक्षा एवं संरक्षा सेवाओं केलिए उन्हें 2023 और 2024 के पुलिस पदक और जीवनरक्षा पदक प्रदान किए। उन्होंने कहाकि आरपीएफ कर्मियों की सुरक्षा और दक्षता सुनिश्चित करने केलिए उन्हें बुलेटप्रूफ जैकेट, बेहतर हेलमेट, आधुनिक सुरक्षात्मक गियर से लैस किया जाएगा। रेल मंत्री ने आरपीएफ की महिला कर्मियों की सुविधाओं पर विशेष ध्यान देने केसाथ आरपीएफ के क्षेत्रीय प्रशिक्षण केंद्रों के उन्नयन और आधुनिकीकरण के लिए ₹35 करोड़ के अनुदान की घोषणा की। उन्होंने बतायाकि तमिलनाडु में आरपीएफ डॉग स्क्वॉड के क्षेत्रीय प्रशिक्षण केंद्र के लिए ₹5.5 करोड़ का अतिरिक्त अनुदान स्वीकृत किया गया है, जिसका उद्देश्य विशेष प्रशिक्षण बुनियादी ढांचे को मजबूत करना है। रेल मंत्री ने सुरक्षा उपायों को बढ़ाने में आधुनिक तकनीक को अपनाने केलिए रेल सुरक्षा बल की सराहना की।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहाकि आरपीएफ कर्मियों की रेल यात्रियों की सुरक्षा और जान बचाने में उनके साहसी प्रयास प्रशंसनीय हैं, ये पदक और पुरस्कार रेलवे नेटवर्क की सुरक्षा में आरपीएफ की अनुकरणीय सेवा को दर्शाते हैं और रेल सुरक्षा बल को नए जोश केसाथ अपने समर्पित प्रयासों को जारी रखने केलिए प्रेरित करते हैं। अश्विनी वैष्णव ने अनुशासन और प्रतिबद्धता के एक महत्वपूर्ण प्रदर्शन के रूपमें आरपीएफ परेड के दौरान औपचारिक सलामी ली। इस कार्यक्रम के भाग के रूपमें उन्होंने 'संज्ञान' मोबाइल एप्लिकेशन का हिंदी संस्करण लॉन्च किया, जिससे रेल सुरक्षा बल के भीतर संचार को बढ़ावा मिलता है। उन्होंने तीन नए अधिनियमित आपराधिक कानूनों पर संदर्भ पुस्तकों के हिंदी संस्करण भी जारी किए, जिनका उद्देश्य आरपीएफ कर्मियों के कानूनी ज्ञान को मजबूत करना है। अश्विनी वैष्णव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त किया, जो भारतीय रेलवे के व्यापक परिवर्तन में मार्गदर्शक और प्रेरक शक्ति हैं।
अश्विनी वैष्णव ने कहाकि पिछले वर्ष 5300 किलोमीटर नई रेल लाइनें बिछाई गई हैं, जबकि पिछले 10 वर्ष में 31000 किलोमीटर नई रेल लाइनें बिछाई जा चुकी हैं। उन्होंने कहाकि पिछले 10 वर्ष के दौरान 40000 किलोमीटर लाइनों का विद्युतीकरण किया गया है, जो पिछले 60 वर्ष का दोगुना है। उन्होंने बतायाकि यात्रियों की सुविधा केलिए लगभग 12500 सामान्य श्रेणी के डिब्बे बनाए जा रहे हैं। उन्होंने कहाकि भारतीय रेलवे का लक्ष्य वंदे भारत और अमृत भारत जैसी नए युग की ट्रेनों के माध्यम से अच्छी, आरामदायक, तेज और सस्ती यात्रा प्रदान करना है, साथही रेल यात्रियों केलिए सुरक्षित यात्रा अनुभव के कवच जैसी आधुनिक सुविधाएं प्रदान करना है। गौरतलब हैकि आरपीएफ स्थापना दिवस परेड आरपीएफ के सदस्यों और उनके परिवारों द्वारा मनाई जाती है। यह दिन जनता की भलाई केप्रति उनकी प्रतिबद्धता की पुष्टि करने और उनकी खुशियां साझा करने का दिन होता है।
आरपीएफ पर न केवल रेलवे संपत्ति, बल्कि यात्रियों और यात्री क्षेत्रों की सुरक्षा की भी जिम्मेदारी है। आरपीएफ ने एक करुणापूर्ण बल की छवि बनाई है, क्योंकि यह रेलवे के संपर्क में आने वाली महिलाओं, बच्चों, बीमारों, बुजुर्गों, दिव्यांग यात्रियों की देखभाल और सुरक्षा की जरूरत वालों की मदद करता रहा है। रेल सुरक्षा बल रेल यात्रियों को सुरक्षित, संरक्षित और आरामदायक यात्रा का अनुभव प्रदान करने केलिए चौबीस घंटे काम करता है। आरपीएफ परिवहन सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाकर, आतंकवादी कृत्यों के खिलाफ निवारक कार्रवाई करके, मानव तस्करी और तस्करी से जुड़े अपराधों से लड़कर, अपराध का पता लगाने में पुलिस और अन्य कानून प्रवर्तन एजेंसियों की मदद करके, कानून और व्यवस्था बनाए रखने में सहायता करके, राष्ट्रीय और राज्य चुनावों का भी बंदोबस्त करके राष्ट्रीय सुरक्षा ग्रिड में एक महत्वपूर्ण हितधारक बन चुका है।
रेलवे सुरक्षा बल ने सेवा ही संकल्प के उद्देश्य को साकार करने केलिए अत्यंत समर्पण, ईमानदारी और कड़ी मेहनत केसाथ राष्ट्र और उसके नागरिकों की सेवा केलिए समर्पित किया है और अपने आदर्श वाक्य-‘यशो लाभस्व’केलिए कार्य करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। आरपीएफ की स्थापना दिवस परेड पर आरपीएफ के महानिदेशक मनोज यादव, मध्य रेल के महाप्रबंधक धर्मवीर मीना, भुसावल मंडल के मंडल रेल प्रबंधक, मध्य रेल के मुख्यालय एवं मंडल के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।