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'एक रतन' का देहावसान जो सबको रुला गया..

उद्योग जगत के लीडर राष्ट्र निर्माता महान समाजसेवी रतन टाटा नहीं रहे

राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, संघ प्रमुख, उद्योग जगत और देश में शोक की लहर

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Thursday 10 October 2024 06:32:45 PM

ratan tata (file photo)

मुंबई। विश्वभर के उद्योग जगत में अपनी उल्लेखनीय कार्यशैली और देश की समृद्धि की अनुकरणीय सेवाओं गाथाओं केलिए सुप्रसिद्ध भारत के शीर्ष उद्योगपति दूरदर्शी रतन टाटा हमारे बीच नहीं रहे। रतन टाटा के निधन से देशभर में शोक की लहर है। वे 86 वर्ष के थे। रतन टाटा कुछ समय से अस्वस्थ थे और मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में 9 अक्टूबर 2024 को उन्होंने अंतिम सांस ली। उन्होंने देश और दुनिया में सफलतम उद्योग खड़े किए, जो भारत के विकास के रूपमें देश के सामने हैं। कौन ऐसा क्षेत्र है, जिसमें रतन टाटा ने विकास की छाप नहीं छोड़ी हो। उनके निधन पर आज देश और दुनिया के दिग्गजों का श्रद्धांजलियां पुष्पांजलियां अर्पित करने आने वालों का आना जाना और तांता लगा हुआ है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, संघ प्रमुख मोहन भागवत, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह सहित देश-विदेश के उद्योगपतियों, राजनेताओं, नौकरशाहों, फिल्मी दुनिया और मीडिया के दिग्गजों, दार्शनिकों और सामाजिक सेवा क्षेत्र के लोगों में कोई उन्हें कह रहा हैकि वह दुनिया के ध्रुवतारा थे, जिसकी आभा और शक्ति विलक्षण थी, कोई कह रहा है कि वे भारत रत्न थे, कोई कह रहा हैकि वे राष्ट्र निर्माता थे, उद्योग जगत के लीडर थे, विचारशील, महान समाजसेवी थे और कोई कह रहा हैकि देश ने एक अमूल्य रतन खो दिया है।
रतन टाटा के निधन से देश बहुत भावुक है, अश्रुपूरित है। निश्चित रूपसे रतन टाटा का जाना देश केलिए बहुत बड़ा नुकसान है, लेकिन यह सत्य हैकि हर किसी को एकदिन संसार से जाना ही जाना है, इसलिए राष्ट्र के निर्माण में तल्लीन इस बड़े नुकसान केलिए देश को अपने दिल पर पत्थर रखना ही होगा। रतन टाटा का राजकीय सम्मान के साथ वर्ली शमशान भूमि मुंबई के विद्युत शवदाह गृह में आज शाम अंतिम संस्कार कर दिया गया। रतन टाटा के निधन पर मीडिया जगत से भी शोक संवेदनाएं आ रही हैं। मुंबई में तिरंगे में लिपटा उनका पार्थिव शरीर एनसीपीए ग्राउंड में उनके अंतिम दर्शनों के लिए रखा गया था, वहां आने वालों का सैलाब उमड़ा रहा। रतन टाटा के अंतिम दर्शन केलिए एक स्ट्रीट डॉग भी इस ग्राउंड पहुंचा, जो सबके कौतुहल का कारण बना रहा। बताया जा रहा हैकि रतन टाटा ने स्वयं इस स्ट्रीट डॉग का नाम गोवा रखा था और ये स्ट्रीट डॉग बॉम्बे हाउस में रहता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रतन टाटा के निधन पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने कहाकि रतन टाटा दूरदर्शी उद्योगपति, दयालु एवं असाधारण इंसान थे, जिन्होंने अपनी विनम्रता, दयालुता और समाज को बेहतर बनाने केलिए अटूट प्रतिबद्धता के कारण कई लोगों केबीच अपनी खास जगह बनाई। एक्स पर एक पोस्ट में उन्होंने लिखाकि रतन टाटा ने भारत के सबसे पुराने और सबसे प्रतिष्ठित व्यापारिक घरानों में से एकको स्थिर नेतृत्व प्रदान किया है, उनका योगदान बोर्डरूम से कहीं आगे तक गया। उन्होंने कहाकि रतन टाटा के सबसे अनोखे पहलुओं में से एक बड़ा सपना देखने और दूसरों को कुछ देने को लेकर उनका जुनून था, वे शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा, स्वच्छता, पशु कल्याण जैसे मुद्दों को आगे बढ़ाने में सबसे आगे थे। नरेंद्र मोदी ने लिखाकि मेरा मन रतन टाटा केसाथ अनगिनत मुलाकातों से भरा हुआ है, जब मैं गुजरात का मुख्यमंत्री था, तब मैं उनसे अक्सर मिलता था। उन्होंने कहाकि हम विभिन्न मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान करते थे, मुझे हमेशा उनके विचार बहुत समृद्ध करने वाले लगे और मेरे दिल्ली आने केबाद भी बातचीत का सिलसिला जारी रहा। मैं उनके निधन से अत्यंत दुखी हूं, दु:ख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाए उनके परिवार, मित्रों और प्रशंसकों केसाथ हैं।
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, आरबीआई गर्वनर शक्तिकांत दास, पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस एवं अजीत पवार, एनसीपी नेता शरद पवार, प्रफुल्ल पटेल, उद्धव ठाकरे, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, राजस्थान के पूर्व राज्यपाल कलराज मिश्र, उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, उत्तर प्रदेश के पूर्व राज्यपाल राम नाईक, गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव, असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिसवा सरमा, राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, उद्योगपति कुमार मंगलम बिरला, उद्योगपति नवीन जिंदल, मुकेश अंबानी, अनिल अंबानी, अभिनेता अमिताभ बच्चन, अभिनेता अनुपम खेर, अभिनेत्री सिमी ग्रेवाल, क्रिकेट खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर, देश-विदेश के राजनयिकों और उच्चायुक्तों आदि ने रतन टाटा के निधन पर शोक व्यक्त कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।

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