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Tuesday 16 July 2013 06:10:31 AM
नई दिल्ली। उपराष्ट्रपति एम हामिद अंसारी ने अपने निवास पर लेखिका एवं वृतचित्र निर्मात्री गरिमा संजय की पुस्तक “स्मृतियाँ” का लोकार्पण किया, इस अवसर पर उन्होंने लेखिका को एक उत्कृष्ट पुस्तक लिखने के लिए बधाई दी और उनके बेहतर रचनात्मक भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं। उपराष्ट्रपति ने कहा कि जीवन की स्मृतियां ही मानव की सबसे बड़ी धरोहर होती हैं, अपनी खुशनुमा स्मृतियों में व्यक्ति विकट वर्तमान को भी भूल जाता है, स्मृतियों के ऐसे ही तानों-बानों से बुना है-मर्मस्पर्शी उपन्यास “स्मृतियाँ”।
उन्होंने कहा कि पुस्तक इस तथ्य पर प्रकाश डालती है कि ज़िंदगी में हम व्यावसायिक स्तर पर अक्सर काफ़ी तरक्की कर लेते हैं, व्यावसायिक चुनौतियों का सामना भी डटकर करते हैं, लेकिन रिश्तों के मामले में अक्सर कमज़ोर पड़ जाते हैं, इन कमज़ोरियों को हम कभी किस्मत का नाम दे देते हैं, तो कभी अपनी हार का कारण फ़िल्मी कहानियों के ‘ख़लनायकों’ को बना देते हैं, जबकि हमारी भावनात्मक हार का कारण केवल हमारी अपनी ही भावनाओं को न स्वीकार कर पाने की कमज़ोरी होती है।