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Thursday 18 July 2013 01:10:25 PM
नई दिल्ली। केंद्रीय पर्यटन मंत्री के चिरंजीवी ने राज्य सरकारों और संघ शासित प्रदेशों से एक रूप में या किसी अन्य रूप में पर्यटन पुलिस के गठन का आह्वान किया है। एक दिन के राज्य पर्यटन मंत्रियों के राष्ट्रीय सम्मेलन का नई दिल्ली में उद्घाटन करते हुए उन्होंने कहा कि पुलिस विभाग की कुछ कंपनियों की प्रतिनियुक्ति कर या पूर्व सैनिकों या होम गार्डों की नियुक्ति कर इसका गठन किया जा सकता है। पर्यटन पुलिस की तैनाती उन स्थानों पर की जा सकती है, जहां घटनाओं की संभावना हो सकती है।
पर्यटन मंत्री ने कहा कि हमारे बेहतर प्रयासों के बावजूद इस तरह की घटनाएं होती हैं और हमें इस ओर तत्काल कदम उठाने की आवश्यकता है, ताकि दोषियों को सज़ा दी जा सके। ऐसा करते हुए हमें पीड़ितों की भावनाओं के प्रति संवेदनशील होने के साथ-साथ उनका मान-सम्मान और निजता का आदर करना चाहिए। महिला पर्यटकों के साथ हाल में हुई घटना का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि सिर्फ इतना ही काफी नहीं है कि हम पर्यटकों को सुरक्षा प्रदान करें, बल्कि यह भी देखने की जरूरत है कि हम उनमें विश्वास की भावना जगाएं।
उन्होंने कहा कि दूसरा विषय जो सबसे अधिक चिंता का कारण है और जिसकी वजह से व्यापार में हानि हो रही है वह है साफ-सफाई और स्वच्छता। उन्होंने कहा कि पर्यटन स्थलों पर कूड़ा करकट का जमा होना, समुद्री तटों पर खुले में शौच, रेलवे ट्रेकों पर शौच आदि जैसे दृश्य पर्यटकों को हतोत्साहित करते हैं। समस्या गंभीर है और यदि हम इसका अभी समाधान नहीं ढूंढते हैं, तो तब बहुत देर हो जाएगी। उन्होंने सभी राज्यों एवं संघ शासित प्रशासनों से विभिन्न पर्यटक स्थलों को प्लास्टिक मुक्त बनाने की घोषणा करने के अलावा नियत अंतराल पर कूड़ा-करकट को हटाने, खुले में शौच को रोकने के लिए उचित शौचालय के निर्माण के साथ-साथ पर्यटक स्थलों को साफ-सुथरा रखने के लिए लोगों को संवेदनशील बनाए जाने का सुझाव दिया।
पर्यटन उत्पादों पर उच्च कर संरचना पर चिंता जताते हुए पर्यटन मंत्री ने कहा कि वैट (वीएटी) सेवा कर एवं विलासिता कर भारत में संयुक्त रूप से 20 से 30 प्रतिशत के दायरे में लगता है, जो कि पड़ोसी देशों में लगने वाले 5 से 10 प्रतिशत की तुलना में अधिक है। उन्होंने कहा कि मैंने केंद्रीय करों को तर्कसंगत बनाने के लिए वित्त मंत्रालय से बातचीत की है। उन्होंने राज्यों से राज्य करों को तर्कसंगत बनाने के लिए संबंधित वित्त विभागों से बातचीत करने का सुझाव दिया।
चिरंजीवी ने कहा कि यह सम्मेलन इसलिये भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि भारतीय पर्यटन को प्राकृतिक आपदाओं और कुछ घटनाओं के कारण नुकसान पहुंचा है और ऐसे समय में हम सभी को एक साथ काम करने की जरूरत है, ताकि भारतीय पर्यटन को और विकसित करने के साथ-साथ इसे बढ़ावा देने के लिए संभावित रणनीति तैयार की जा सकें। उन्होंने कहा कि यह महत्वपूर्ण दूर-दराज के क्षेत्रों और समाज के गरीब तबकों को मुख्य धारा में लाने में सहायक है। उन्होंने सभी हितधारकों से भारतीय पर्यटन के समक्ष मौजूदा चुनौतियों से निपटने के लिए मंत्रालय के साथ मिलकर काम करने का आह्वान किया।
सम्मेलन में पर्यटकों की सुरक्षा, प्रमुख पर्यटन स्थलों पर साफ-सफाई से संबंधित कैंपेन क्लीन इंडिया, भारतीय पर्यटन से संबंधित उत्पादों को प्रतियोगी बनाने के लिए कर संरचना को तर्कसंगत बनाये जाने के साथ-साथ पथकर संरचना को समरूप बनाये जाने जैसे मुद्दों पर चर्चा की गई। विभिन्न विषयों पर चर्चा के बाद सम्मेलन में कई प्रस्ताव अंगीकृत किये गये। सभी राज्यों एवं संघ शासित प्रदेशों के पर्यटन विभाग पर्यटकों विशेषकर महिलाओं की सलामती और सुरक्षा सुनिश्चित करने हेतु मिलकर काम करेंगे। सभी राज्यों एवं संघ शासित प्रदेशों के पर्यटन विभाग पर्यटन पुलिस जैसे विशेष बल के गठन पर विचार करेंगे, जो कि या तो पुलिस विभाग की कुछ कंपनियों की प्रतिनियुक्ति कर या पूर्व सैनिकों या होम गार्ड की नियुक्ति कर ऐसा किया जा सकता है।
किसी पर्यटक के साथ कोई भी अप्रिय घटना होने की स्थिति में सभी राज्यों एवं संघ शासित प्रदेशों के पर्यटन विभाग यह सुनिश्चित करेंगे कि अपराध की जल्द से जल्द जांच की जाए और दोषियों को सज़ा देने के लिए त्वरित ट्रायल शुरू किया जाए। किसी पर्यटक पर हमला होने जैसी अप्रिय घटना की स्थिति में सभी राज्यों एवं संघ शासित प्रदेशों के पर्यटन विभाग पीड़ित को शीघ्र चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध कराएंगे साथ ही उसकी निजता का सम्मान करेंगे। ‘सर्विस रीकवरी’ उच्च श्रेणी की होगी। सभी राज्यों एवं संघ शासित प्रदेशों के पर्यटन विभाग विभिन्न इलेक्ट्रोनिक एवं प्रिंट अभियानों के जरिए पर्यटकों की आवश्यकताओं के प्रति संवेदनशील होने के साथ-साथ उनके प्रति मददगार होने के लिए सभी हितधारकों को इस संबंध में संवेदनशील बनाने के बारे में कार्य करेंगे।
सभी राज्यों एवं संघ शासित प्रदेशों के पर्यटन विभाग पर्यटकों के साथ-साथ सार्वजनिक क्षेत्रों पर उचित साफ-सफाई रखे जाने संबंधी महत्वपूर्ण विषयों के बारे में बच्चों को जागरूक बनाने के लिए उनके वर्ग में प्रति वर्ष कम से कम एक व्याख्यान का आयोजन किया जाएगा। सभी राज्यों एवं संघ शासित प्रदेशों के पर्यटन विभाग लोगों में जागरूकता लाने के लिए एक अभियान चलाएंगे, जिसका नाम होगा-मैं महिलाओं का सम्मान करता हूं। सभी राज्यों एवं संघ शासित प्रदेशों के पर्यटन विभाग नीयत अंतराल पर कूड़ा करकट हटा कर विभिन्न पर्यटन स्थलों पर साफ-सफाई सुनिश्चित करेंगे। सभी राज्यों एवं संघ शासित प्रदेशों के पर्यटन विभाग पर्यटन स्थलों की ओर जाने वाली सड़कों के आस-पास मौजूदा सुविधाओं जैसे-पेट्रोल पंप, ढाबा, पंचायत एवं सार्वजनिक इमारतों का उपयोग कर उचित शौचालय की व्यवस्था करेंगे।
राज्यों एवं संघ शासित प्रदेशों के पर्यटन विभाग नीयत अंतराल पर विभिन्न पर्यटक स्थलों पर साफ-सफाई की निगरानी के लिए संबंधित नगर-निगम के साथ एक समन्वय तंत्र की स्थापना करेंगे। सभी राज्यों एवं संघ शासित प्रदेशों के पर्यटन विभाग पर्यटन स्थलों और यातायात क्रॉसिंग को भिखारियों से मुक्त कर वहां सहायता क्षेत्र स्थापित करेंगे। सभी राज्यों एवं संघ शासित प्रदेशों के पर्यटन विभाग विभिन्न कॉरपोरेट निकायों, सार्वजनिक क्षेत्र उद्यमों, गैर-सरकारी संगठनों के साथ सहयोग कर विभिन्न पर्यटन स्थलों का रख-रखाव सुनिश्चित करेंगे। सभी राज्यों एवं संघ शासित प्रदेशों के पर्यटन विभाग विदेशी पर्यटकें से बातचीत करने वाले संबंधित कर्मचारियों को विदेशी भाषा के ज्ञान के बारे में प्रशिक्षण देने के लिए मिलकर काम करेंगे।
राज्यों एवं संघ शासित प्रदेशों के पर्यटन विभाग कर संरचना को तर्कसंगत बनाने की दिशा में कार्य करेंगे। सभी राज्यों एवं संघ शासित प्रदेशों के पर्यटन विभाग पर्यटन से संबंधित विभिन्न सेवाओं के लिए समयबद्ध आवश्यक अनुज्ञाप्ति/अनापत्ति प्रमाण पत्र प्रदान करने के लिए मिलकर काम करेंगे। राज्यों एवं संघ शासित प्रदेशों के पर्यटन विभाग विशेष रूप से सक्षम पर्यटकों के अनुकूल पर्यटन स्थलों की व्यवस्था करेंगे। सभी राज्यों एवं संघ शासित प्रदेशों के पर्यटन विभाग पर्यवरणीय स्थिरता के सिद्धांतों के आधार पर विभिन्न पर्यटन स्थलों, विशेषकर धार्मिक स्थलों पर पर्यटकों की वाहन क्षमता का आकलन करने के साथ-साथ किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए तत्काल सुधारत्मक उपाय सुनिश्चित करेंगे।