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उपभोक्ता मूल्य सूचकांक कहीं गिरा, कहीं उठा

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Sunday 21 July 2013 07:57:21 AM

नई दिल्‍ली। भारत सरकार के श्रम एवं रोज़गार मंत्रालय के प्रेस नोट के अनुसार जून 2013 के लिए कृषि श्रमिकों और ग्रामीण श्रमिकों के लिए अखिल भारतीय उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (आधार 1986-87-100) 10 अंक (प्रत्येक) बढ़कर कृषि श्रमिकों के लिए 729 अंक और ग्रामीण श्रमिकों के लिए 730 अंक रहा। अलग-अलग राज्य के लिए सूचकांक में वृद्धि/गिरावट भिन्न-भिन्न रही। कृषि श्रमिकों के मामले में 18 राज्यों में 1-18 अंक के बीच वृद्धि हुई तथा 2 राज्यों में 1 और 4 अंक की गिरावट हुई। कर्नाटक सूचकांक तालिका में 808 अंक के साथ चोटी पर रहा, जबकि 566 अंक के साथ हिमाचल प्रदेश सबसे नीचे रहा।
ग्रामीण श्रमिकों के मामले में 18 राज्यों में 1-18 अंक के बीच वृद्धि हुई तथा एक राज्य में 4 अंक की गिरावट हुई। एक राज्य में यह स्थिर बनी रही। कर्नाटक सूचकांक तालिका में 804 अंक के साथ चोटी पर रहा जबकि 597 अंक के साथ त्रिपुरा सबसे नीचे रहा। आंध्र प्रदेश में चावल, रागी, बकरी के मांस, मछली के मांस, दूध, हरी/सूखी मिर्च, अदरक, मिले-जुले मसाले, सब्जियों एवं फलों और गुड़ में तेजी के कारण कृषि श्रमिकों और ग्रामीण श्रमिकों के लिए सूचकांक में अधिकतम 18-18 अंक की वृद्धि हुई। दूसरी तरफ मेघालय में चावल और हरी मिर्च की कीमतों में गिरावट के कारण कृषि श्रमिकों और ग्रामीण श्रमिकों के लिए सूचकांक में 4-4 अंक की गिरावट आई।
कृषि श्रमिकों और ग्रामीण श्रमिकों के लिए अंक दर अंक आधार पर मुद्रास्फीति मई 2013 में क्रमशः12.70 प्रतिशत और 12.50 प्रतिशत से बढ़कर जून 2013 में क्रमशः12.85 प्रतिशत और 12.65 प्रतिशत हो गई। जून 2013 के दौरानकृषि श्रमिकों और ग्रामीण श्रमिकों के खाद्य पदार्थ सूचकांक पर आधारित मुद्रास्फीति क्रमशः13.97 प्रतिशत और 13.92 प्रतिशत रही।

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