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Saturday 27 July 2013 10:52:07 AM
नई दिल्ली। भारत में बिजली क्षेत्र के प्रमुख नियामक, केंद्रीय विद्युत नियामक आयोग (सीईआरसी) ने अपने अस्तित्व के 15 वर्ष पूरे कर लिए हैं। इस सिलसिले में आयोजित एक समारोह में सीईआरसी ने निश्चय किया है कि वह बिजली क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा, दक्षता और किफायत को बढ़ावा देने के अपने लक्ष्य को आगे बढ़ाने में साहस और ईमानदारी के साथ काम करना जारी रखेगा। इस अवसर पर आयोग के वरिष्ठतम सदस्य वीएस वर्मा ने कहा कि सीईआरसी ने सुधारों में तेजी लाने और विभिन्न गंभीर मुद्दों पर साहसिक निर्णयों के लिए बिजली क्षेत्र में अपना एक स्थान बना लिया है। उन्होंने कहा कि आयोग हितधारकों की अपेक्षाओं पर खरा उतरा है और यह भविष्य में भी इस दिशा में अपने प्रयास जारी रखेगा।
इस अवसर पर सीईआरसी के सदस्य दीनदयाल ने कहा कि इस विद्युत नियामक ने इन वर्षों के दौरान एक व्यावसायिक संस्था के रुप में अपनी साख और विश्वसनीयता बनाई है। उन्होंने कहा कि यह पूर्व अध्यक्षों, सदस्यों, वर्तमान सदस्यों की सक्रिय भागीदारी और सहयोग तथा विशेष रूप से अपने कर्मचारियों के प्रयासों के कारण संभव हो पाया है। उन्होंने आयोग के कर्मचारियों को सही निर्णय लेने के लिए प्रोत्साहित किया और आश्वासन दिया कि आयोग बिजली क्षेत्र में सुधार जारी रखने के अपने आदर्शों के प्रति सदा प्रतिबद्ध रहेगा। सीईआरसी एक वैधानिक संस्था है और विद्युत मंत्रालय के विद्युत नियामक आयोग अधिनियम 1998 के अंतर्गत 24 जुलाई 1998 को इसका गठन किया गया था।