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Tuesday 13 August 2013 07:39:12 AM
नई दिल्ली। पृथ्वी प्रणाली विज्ञान संगठन (ईएसएसओ) अपनी तकनीकी शाखा राष्ट्रीय महासागर प्रौद्योगिकी संस्थान (एऩआईओटी) के जरिए विद्युत उत्पादन के लिए महासागर ताप ऊर्जा रूपांतरण (ओटीईसी) से प्रयोगशाला स्तर के प्रयोग कर रहा है। इसके लिए वह महासागर की सतह और महासागर की गहराई करीब 800-1000 मीटर के बीच तापमान में अंतर को काम में लाएगा। दुनिया के किसी भी हिस्से में ओटीईसी सिद्धांत पर आधारित संचालित संयंत्र मौजूद नहीं है। केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी तथा पृथ्वी विज्ञान मंत्री एस जयपाल रेड्डी ने लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में यह जानकारी दी।