स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Tuesday 13 August 2013 07:42:21 AM
नई दिल्ली। उत्तराखंड में हाल की महाप्रलय से राज्य की अर्थ व्यवस्था को लगभग 12000 करोड़ रूपये का नुकसान होने का अनुमान है। यह अनुमान भारत के पीएचडी वाणिज्य मंडल (पीएचडीसीसीआई) के एक सर्वेक्षण से पता चला है। अनुमान लगाया गया है कि सरकार की पर्यटन परिसंपत्तियों को करीब 102 करोड़ रूपये की हानि हुई है। प्रभावित क्षेत्रों तक पहुंच न होने के कारण निजी पर्यटन की संपत्तियों को हुए नुकसान के बारे में अब तक अंदाजा नहीं लगाया जा सका।
केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय ने क्षतिग्रस्त सरकारी परिसंपत्तियों के पुनर्निर्माण के लिए 100 करोड़ रूपये के विशेष वित्तीय पैकेज की घोषणा की है, साथ ही मंत्रालय ने राज्य में चालू वित्त वर्ष के दौरान पर्यटन संबंधी विभिन्न अवसंरचना परियोजनाओं के लिए पहले ही लगभग 95 करोड़ रूपये की केंद्रीय वित्तीय सहायता को मंजूरी दी है। इसके अलावा, राज्य सरकार ने मौजूदा वित्त वर्ष के दौरान राज्य में पर्यटन अवसंरचना के विकास के लिए 58 करोड़ रूपये लागत की परियोजनाओं को प्राथमिकता दी है।
राज्य सरकार के अनुसार, पुनर्वास और पर्यटन को बहाल करने के लिए एक पैकेज तैयार किया जा रहा है। इस पैकेज में करों में छूट, आजीविका समर्थन, नए ठिकानों का विकास और मीडिया अभियान, मझौला तथा दीर्घकालिक पुनर्निर्माण, पर्यटन अवसंरचना का नया आपदा-रोधी निर्माण तथा राहत एवं बचाव आदि शामिल हैं। ये उपाय राज्य की क्षमता के बारे में किए गए अध्ययन पर आधारित हैं।