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Saturday 17 August 2013 09:33:13 AM
नई दिल्ली। भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण-यूआईडीएआई ने फिर कहा है कि अगले वर्ष के अंत तक 60 करोड़ आधार नामांकन जारी करने का लक्ष्य हासिल कर लिया जायेगा। देश में अब तक 40 करोड़ 29 लाख आधार संख्या जारी की गईं हैं और सही गति से यह काम जारी है। जुलाई 2013 के महीने में लगभग 2 करोड़ आधार संख्या जारी की गईं।
प्राधिकरण ने विभिन्न राज्यों में स्थाई आधार नामांकन केंद्र स्थापित करने की घोषणा की है। यह केंद्र पहले किये गये नामांकन अभियान के दौरान वंचित रहे निवासियों का नामांकन करेंगे या आधार नामांकन से जुड़ी प्रविष्ठियों में नवीनतम जानकारी दर्ज कराने की सेवा प्रदान करेंगे। हाल ही में प्राधिकरण ने आधार से जुड़ी तीन नई सेवाओं की शुरूआत की है। ये सेवाएं हैं-आंखों की दर्ज छवि से पहचान, एक बार पिन संख्या के जरिए पहचान और ई-केवाईसी (अपने ग्राहक को पहचाने) सेवा। ये सेवाएं डिजिटल माध्यम से किसी भी स्थान से किसी भी जगह निवासियों की पहचान साबित करने के लिए विकसित की गई हैं।
प्रत्यक्ष लाभ अंतरण के शुरूआत के सात महीने बाद सरकार ने लगभग विभिन्न कल्याण कार्यक्रमों के अंतर्गत आधार के जरिये लगभग 250 करोड़ रूपये के 32 लाख भुगतान किये हैं। आधार के जरिये लाभ अंतरण के अंतर्गत छात्रवृति, पेंशन स्कीम, धनलक्ष्मी, जननी सुरक्षा योजना, वृद्धावस्था भुगतान जैसे सामाजिक सुरक्षा के फायदे, एलपीजी सब्सिडी का वितरण आदि विभिन्न सरकारी स्कीमों को जोड़ा गया है। प्रत्यक्ष लाभ अंतरण देश के 121 जिलों में 28 स्कीमों को अमल में लाने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है। इसकी प्रगति का जायजा लेने के लिए शीघ्र प्रगति बैठक आयोजित की जायेगी और इसके अंतर्गत देश के बाकी जिलों और अन्य स्कीमों को लाया जायेगा।