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Monday 19 August 2013 11:48:55 AM
नई दिल्ली। भारत के कपड़ा मंत्री डॉ केएस रॉव और बांग्लादेश के कपड़ा मंत्री अब्दुल लतीफ सिद्दीक के संयुक्त प्रेस सम्मेलन में भारत के कपड़ा मंत्री केएस राव ने कहा है कि बांग्लादेश के कपड़ा मंत्री अब्दुल लतीफ सिद्दीक के साथ उनकी बातचीत ठोस, सौहार्दपूर्ण और उपयोगी रही है। उन्होंने कहा कि कपड़ा क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने के लिए दोनों देशों के बीच एक समझौता-दस्तावेज पर हस्ताक्षर किए गये। वार्ता के दौरान दोनों देशों ने आपसी सहयोग, बांग्लादेश की कपड़ा मिलों के लिए कपास सुरक्षा और ढाका में अंतर्राष्ट्रीय जूट अध्ययन समूह की स्थापना जैसे विषयों पर भी चर्चा की गई। इस समूह की स्थापना अंकटाड में संयुक्त प्रयासों के जरिए की जाएगी।
डॉ राव ने कहा कि सितंबर 2011 की प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की ऐतिहासिक ढाका यात्रा के दौरान कपड़ा क्षेत्र से जुड़े मुद्दों पर बातचीत हुई थी। इसके बाद भारत ने एकतरफा निर्णय लेकर बांग्लादेश की रेडीमेड कपड़ों की 48 मिलों को शुल्क मुक्त कर दिया था। इसके अलावा बांग्लादेश से भारत आने वाले जूट उत्पादों से भी प्रतिकारी शुल्क हटा लिया गया था। जामदानी साड़ियों, जूट के बैगों, कपास और बांग्लादेश को कपास के निर्यात पर भी सुविधाएं दी गई थीं। प्रधानमंत्री की यात्रा के बाद भारत ने साफ्टा समझौते के तहत बांग्लादेश से आयात की जाने वाली सभी वस्तुओं पर लगाये जाने वाले शुल्कों में कमी कर दी थी।
कपड़ा मंत्री ने बताया कि कपड़ा क्षेत्र सहयोग संबंधी समझौते से व्यापार को बढ़ाने में मदद मिलेगी, क्योंकि संयुक्त कार्य समूह के जरिए सहयोग बढ़ाने के लिए एक सांस्थानिक प्रणाली विकसित की जाएगी। यह संयुक्त कार्य समूह दोनों देशों के कपड़ा संस्थानों के बीच सहयोग बढ़ाएगा। इसके अलावा तीन पक्षों के बीच कपास खरीद समझौते के अंतिम मसौदे का आदान-प्रदान किया गया। उन्होंने बांग्लादेश के कपड़ा मंत्री को आश्वस्त किया कि 2013-14 वर्ष के कपास मौसम के दौरान बांग्लादेश को भारत से कपास प्राप्त करने में कोई कठिनाई नहीं होगी।