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Monday 26 August 2013 09:00:13 AM
नई दिल्ली। वाणिज्य एवं उद्योग राज्य मंत्री डॉ डी पुरंदेश्वरी ने लोकसभा में बताया कि उन्होंने 5-8 जून 2013 के दौरान पूर्वी एशिया संबंधी विश्व आर्थिक मंच की बैठक में हिस्सा लेने तथा द्विपक्षीय वार्ताओं हेतु म्यांमार का दौरा किया था। दोनों देशों के बीच व्यापार का संवर्धन करने के लिए म्यांमार के राष्ट्रपति, वाणिज्य मंत्री, ऊर्जा मंत्री तथा संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री के साथ द्विपक्षीय बैठकें की थीं। सहयोग हेतु अभिज्ञात मुद्दे अवसंरचना विकास, संस्था निर्माण, कृषि एवं कृषि प्रसंस्करण, शिक्षा, सूचना प्रौद्योगिकी, संचार, बैंकिंग क्षेत्र, ऊर्जा तथा खनन इत्यादि थे। द्विपक्षीय आर्थिक सहयोग की भी समीक्षा की गई थी।
वित्तीय वर्ष 2010-11, 2011-12, 2012-13, तथा 2013-14 ( जून 2013 तक) के दौरान म्यांमार के साथ क्रमशः 1338.29 मिलियन अम.डॉ. 1926.52 मिलियन अम. डॉ 1957.35 मिलियन अम. डॉ. तथा 515.49 मिलियन अम. डॉ. का कुल व्यापार किया गया। वर्ष 2012-13 के दौरान निर्यात की अग्रणी दस मदें औषध, भेषज तथा परिष्कृत रसायन, मशीनरी एवं उपकरण, तेल खाद्य, प्राथमिक तथा अर्ध-प्रसंस्कृत लौह एवं इस्पात, परिवहन उपकरण, इलेक्ट्रॉनिक वस्तुएं धातुओं के विनिर्माण, पदत्राण को छोड़कर रबड़ से बने उत्पाद, सूती यार्न, फैब्रिक्स एवं प्लास्टिक तथा लिनोलियम उत्पाद थे। वर्ष 2015 तक 3 बिलियन अम.डॉ. का द्विपक्षीय व्यापार करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
म्यांमार के आंकड़ों के अनुसार भारत म्यांमार में दसवां सबसे बड़ा निवेशक है। भारत ने म्यांमार में वस्त्र क्षेत्र में अन्य द्विपक्षीय सहयोग सहित 300 परिधान फैक्ट्रियों के पुररूद्धार हेतु सहायता की पेशकश की है। वस्त्र क्षेत्र में दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय सहयोग की रूपरेखा प्रारंभिक स्तर पर है। वित्तीय वर्ष 2010-11, 2011-12, 2012-13 तथा 2013-14 (जून 2013 तक)के दौरान ताईवान के साथ क्रमशः 6262.60 मिलियन अम.डॉ. 8,174.82 मिलियन अम डॉ. 7007.32 मिलियन अम. डॉ. तथा 1554.58 मिलियन अम. डॉ. का कुल व्यापार किया गया था।