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Wednesday 28 August 2013 08:38:16 AM
नई दिल्ली। केंद्रीय सतर्कता आयुक्त प्रदीप कुमार ने सतर्कता प्रशासन को मज़बूत करने के लिए इस क्षेत्र में कार्यरत संस्थानों और संगठनों से कहा है कि वे एक तरह की सोच वाले लोगों और संगठनों के साथ मिलकर काम करें। नई दिल्ली में विजिलेंस स्टडी सर्किल के दिल्ली-एनसीआर चैप्टर का शुभारंभ करते हुए उन्होंने कहा कि शिक्षा, नागरिक समाज के आंदोलन तथा मीडिया के प्रसार से समाज में भ्रष्टाचार के प्रति स्वीकार्यता तथा बर्दाश्त शक्ति कम हो रही है, ऐसे में सतर्कता अधिकारियों को मुख्य भूमिका निभाने की ज़रूरत है।
उन्होंने कहा कि सीएजी तथा सीवीसी जैसे जवाबदेही संस्थान प्रशासन से भ्रष्टाचार को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। सरकारी कार्यालयों में सतर्कता प्रशासन को मज़बूत करने तथा भ्रष्टाचार पर प्रभावी तरीके से काबू पाने के लिए विजिलेंस स्टडी सर्किल का विचार प्रस्तुत किया गया था। विजिलेंस स्टडी सर्किल भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, सरकार के भीतर नैतिकता की भावना को बढ़ाता है तथा उनके कामकाज में पारदर्शिता और दक्षता लाता है। पहला विजिलेंस स्टडी सर्किल का गठन वर्ष 2003 में हैदराबाद में किया गया था। विजिलेंस स्टडी सर्किल का उद्देश्य सतर्कता और सत्यनिष्ठा को बढ़ावा देना है।
कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग में सचिव डॉ श्यामलाल कुमार सरकार, सतर्कता आयुक्त आरश्री कुमार, सतर्कता आयुक्त जेएम गर्ग तथा सीबीआई के विशेष निदेशक अनिल सिन्हा ने भी इस अवसर पर अपने विचार प्रकट किए।