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Friday 4 October 2013 08:46:00 AM
लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी ने कहा कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सरकारी मशीनरियां लगातार दहशत फैला रही हैं, जिससे आम जनमानस भयाक्रांत है। मेरठ के सरधना क्षेत्र का सघन दौरा करके आए प्रदेश प्रवक्ता डॉ चंद्र मोहन ने बताया कि पूरे पश्चिमी उत्तर प्रदेश में निर्दोष पुरूषों, महिलाओं एवं युवाओं को फंसाकर गंभीर धाराएं लगाई जा रही हैं और उन्हें जेलों में ठूंसा जा रहा है। ऐसे लोगों पर मुकदमें लगाए जा रहे हैं, जिनका दंगे से दूर-दूर तक कोई लेना देना नहीं है।
प्रदेश प्रवक्ता ने बताया कि महिलाओं पर भी बर्बर आत्याचार किए जा रहे हैं। पुलिसिया कार्रवाई से महिलाएं इतनी दहशतज़दा हैं कि वे अपने खेतों में कृषि कार्य करने के लिए नहीं जा रही हैं, जबकि पश्चिमी उत्तर प्रदेश के ग्रामीण इलाकों में महिलाएं कृषि कार्य में पुरूषों के साथ बराबर कार्य करती हैं। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी की ओर से निकाली जाने वाली सद्भावना यात्राओं में सरेआम गुंडागर्दी का प्रदर्शन किया जा रहा है। इसका उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि संभल में आयोजित सद्भावना सम्मेलन में तो खुले आम अवैध हथियारों का नग्न प्रदर्शन किया गया, जिससे पूरे इलाके में अफरा-तफरी का माहौल कायम हो गया। उन्होंने सवाल किया कि सद्भावना के नाम पर आयोजित कार्यक्रम में हथियारों का प्रदर्शन किन मंसूबों के साथ किया गया और इसकी जरूरत क्या थी? उन्होंने समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव से ऐसे कार्यक्रमों में सपा के कारनामों के पीछे का रहस्य उद्घाटित किए जाने का आग्रह किया।
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि बिजनौर में धारा 144 लागू होने के बाद भी यह यात्रा निकाली गई और धारा 144 को तोड़ा गया। जिस पार्टी के जिम्मे प्रदेश में कानून व्यवस्था को चलाने की जिम्मेदारी हो, उसी पार्टी के लोगों का कानून का मजाक उड़ाया जाना समझ से परे है। समाजवादी सरकार के सभी कदम राजनीतिक प्रतिशोध की भावना से ओत-प्रोत हैं, भारतीय जनता पार्टी की लगातार बढ़ रही साख के कारण समाजवादी पार्टी के लोग बोखला गए हैं और इसी बौखलाहट का परिणाम है कि वह निर्दोष पुरूषों, घरेलू महिलाओं व बच्चों पर भी अनाप-शनाप कार्रवाई कर रहे हैं।
उन्होंने सरकार से सवाल किया कि खेड़ा में पंचायत में निर्दोष व निहत्थे ग्रामीणों पर सादे कपड़ों में गोलियां बरसाने वाले लोगों की गिरफ्तारी क्यों नहीं की गई, जबकि उनके गोलियां चलाते हुए फोटो समाचार पत्रों ने भी छापा था। इसके साथ ही कवाल गांव में अपनी बहन की इज्जत बचाने में मारे गए सचिन और गौरव के हत्यारों का आज तक गिरफ्तार न होना सरकार की किस मंशा को उजागर करता है? उन्होंने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि समाजवादी सरकार पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मुस्लिम तुष्टीकरण के नाम पर कर रही तुगलकी कार्रवाई को बंद करे नहीं तो इसके गंभीर परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहे।