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Thursday 24 October 2013 09:12:49 AM
मुंबई। भारतीय शास्त्रीय संगीत और विभिन्न शैलियों एवं भाषाओं में सुमुधुर गीतों के जल्वाफ़रोश सुर सम्राट मन्ना डे ने भी आज इस संसार से विदा ले ली। उन्होंने अपने जीवन के शानदार 95 साल जिए। संगीत का आसमान छूने वाले इस चहेते के गीत सुन-सुन कर दुनिया वाले शोक में डूबे हैं। संगीत जगत के पास उनके गाए गीतों के रूप में संगीत की समृद्धशाली विरासत तो सदैव रहेगी, किंतु उनका गाया वह नया गीत सुनने को नहीं मिलेगा, जिसमें वह रच-बस जाया करते थे। उनके संगीत एलबम का लोग इंतजार करते थे। वे अपने संगीत जीवन में अंत तक सक्रिय रहे और वो कहा भी करते थे कि जब तक जिऊंगा संगीत में रहूंगा।
भारत और भारत के बाहर संगीत के चाहने वाले सभी आज शोक में हैं। संगीत के जनमानस को उनकी गैरमौजूदगी एक टीस बनी ही रहेगी। दमदार आवाज़ के मालिक मोहम्मद रफी, दर्दभरी आवाज़ के अकेले सुप्रसिद्ध गायक मुकेश, संगीत के कद्रदानों को अपनी हर रंग की आवाज़ के वशीभूत कर देने वाले किशोर कुमार, महेंद्र कपूर की आवाज़ के लिए संगीत का यह युग आज तरस रहा है। आज मन्ना डे भी चल दिए यानी संगीत के अंतिम बादशाह मन्ना डे भी गए। कोई ले पाएगा उनकी जगह? आजतक कोई इनकी परछाईं भी नहीं छू सका। मानों आज भारतीय सुर संगीत अकेला रह गया है। सुर कोकिला लता मंगेशकर भी आज बहुत रोईं। देश-विदेश से मन्ना डे को श्रद्धांजलि देने वालों की लाइन लगी है।
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, उपराष्ट्रपति एम हमीद अंसारी और प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने अलग-अलग शोक संदेशों में सुर सम्राट मन्ना डे के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है। राष्ट्रपति ने मन्ना डे के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है। मन्ना डे की पुत्री शुमिता देब को भेजे शोक संदेश में राष्ट्रपति ने कहा है कि मन्ना डे के निधन से राष्ट्र ने अपने अनुभवी पार्श्व गायक, असाधारण योग्यता वाले बहुमुखी प्रतिभा और अपनी जादुई आवाज़ से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर देने वाले बेहतरीन कलाकार को खो दिया है, इस गायक के गायन की अनूठी शैली सदैव याद रखी जाएगी, विभिन्न भाषाओं में गाए गए उनके सुरीले गीत संगीत प्रेमियों को हमेशा मोहित करते रहेंगे।
उपराष्ट्रपति मोहम्मद हामिद अंसारी ने मन्ना डे के निधन पर कहा है कि मन्ना डे अपने समय के निपुण गायकों में से एक रहे हैं, उनकी सम्मोहक आवाज़ और मधुर गीतों ने लगातार लोगों का मनोरंजन किया है। अपने शोक संदेश में उन्होंने कहा कि हमने अपना विख्यात गायक खो दिया है, जिनकी प्रतिभा तथा सृजनात्मक गायिकी को दीर्घकाल तक याद किया जाएगा, उनके जाने से एक गायकी युग की समाप्ति हो गई है और संगीत जगत अपने को असहाय महसूस कर रहा है।
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने विख्यात गायक मन्ना डे के निधन पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए कहा है कि सुर सम्राट मन्ना डे के निधन से उन्हें गहरा दुख पहुंचा है, वे बेजोड़ आवाज़ वाले बेहतरीन गायक थे, वे बहुमुखी प्रतिभा के धनी और रबींद्र संगीत तथा लोकप्रिय संगीत की कई अन्य शैलियों में पारांगत थे। उन्होंने देशभर में लाखों प्रशंसकों का मनोरंजन किया, उनके निधन से संगीत जगत ने अपने सर्वाधिक प्रतिभाशाली कलाकारो में से एक को खो दिया है। हालांकि मन्ना डे की विरासत उनके स्वरबद्ध अनेक गानों के माध्यम से हमेशा जीवित रहेगी।