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Tuesday 5 November 2013 07:37:21 AM
नई दिल्ली। प्रवासी भारतीय मामलों के मंत्री व्यालार रवि ने आज बताया कि 12वां प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन राजधानी दिल्ली में अगले वर्ष 7 से 9 जनवरी के बीच आयोजित किया जाएगा। इसकी थीम 'प्रवासी भारतीयों के साथ सतत पीढ़ीगत संबंध' होगा। इस सम्मेलन के दौरान 7 जनवरी को युवा प्रवासी भारतीय दिवस मनाया जाएगा। इससे विदेशों में रह रहे युवा भारतीयों के सपनों को पूरा करने वाले क्षितिज के नए द्वार खुलेंगे। रवि ने कहा कि देश की अधिकांश आबादी युवा है और इस युवा राष्ट्र को देखते हुए इस वर्ष प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन पर अधिकतम ध्यान युवा प्रवासी भारतीयों पर होगा।
उन्होंने कहा कि किसी भी राष्ट्र अथवा देश के युवा उसकी प्रगति के लिए इंजन का काम कर सकते हैं और अगर हमें भारत को प्रगति की नई ऊंचाइयों पर ले जाना है तो हमें युवाओं की इस ऊर्जा का सदुपयोग करना होगा। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह 7 जनवरी2014 को इस प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे और 8 जनवरी 2014 को प्रवासी भारतीय मामलों के मंत्री इसकी अध्यक्षता करेंगे। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी 9 जनवरी 2014 को समापन भाषण देंगे तथा प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन पुरस्कार वितरित करेंगे।
प्रवासी सम्मेलन में विदेशों में रह रहे लगभग 2000 प्रतिनिधियों के हिस्सा लेने की उम्मीद है। प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन के आयोजन का मकसद प्रवासी भारतीयों के बीच सार्थक बातचीत शुरू कराना है। यह सम्मेलन विदेशों में रहने वाले प्रवासी भारतीयों को आपस में जानने, केंद्र एवं विभिन्न राज्य सरकारों के साथ संपर्क एवं मेल-जोल बढ़ाने का माध्यम है। यह एक ऐसा मंच है, जहां भारत सरकार देश के विभिन्न हिस्सों में निवेश की अनुकूल संभावनाओं के बारे में प्रवासी भारतीयों को जानकारी देती है।
प्रवासी भारतीय दिवस भारत के विकास में प्रवासी भारतीयों की भूमिका को रेखांकित करने के लिए प्रति वर्ष 09 जनवरी को मनाया जाता है। इस दिन यानी 9 जनवरी 1915 को महात्मा गांधी दक्षिण अफ्रीका से अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद स्वदेश लौटे थे। इसके बाद उन्होंने देश की आजादी के लिए स्वतंत्रता संग्राम आंदोलन की अगुवाई की थी।