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Friday 28 December 2012 06:19:47 AM
रायगढ़। कारपोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) एवं सामाजिक उद्यम विषय पर 21 एवं 22 दिसंबर को पीएचडी चैंबर व ग्रीन अर्थ अलायंस ने दून विश्वविद्यालय देहरादून में अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया। सीएसआर विषय पर केंद्रित इंडिया सीएसआर के फाउंडर एवं डायरेक्टर रूसेन कुमार को सीएसआर संचार क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य के लिए सम्मानित किया गया। सम्मेलन में देश तथा अनेक देशों से आए 100 से भी अधिक कंपनी प्रतिनिधियों, सीएसआर विशेषज्ञों एवं उद्यमियों ने हिस्सा लिया। सम्मेलन का उद्घाटन केंद्रीय मंत्री (जल संसाधन) हरीश रावत ने किया।
रूसेन कुमार ने सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि भारतीय कारपोरेट हर दृष्टिकोण से सशक्त है और लोकसभा में नई कंपनी बिल 2011 को स्वीकृति मिलने के बाद देश में कार्पोरेट क्षेत्र के विकास और नियमन के लिए एक आधुनिक कानून उपलब्ध होगा। कंपनी विधेयक 2011 में प्रस्तावित सुधार और समसामयिक प्रावधानों को ध्यान में रखते हुए मौजूदा कानून में से अवांछित प्रावधानों को हटाकर आवश्यक घटकों को शामिल किया गया है। उन्होंने कहा कि कारपोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व को पहली बार एक वैधानिक प्रावधान के रूप में लागू किया जा रहा है। नए प्रावधानों से कंपनियों में कारपोरेट गवर्नेंस प्रणाली और भी सशक्त होगी।
रूसेन कुमार ने कहा कि वृहद आकार वाली कंपनियों के लाभ का एक सुनिश्चित हिस्सा सीएसआर के अंतर्गत सामाजिक कार्यों पर खर्च किया जाना है। सीएसआर फंड, समाज का है। इसका प्रभावकारी ढंग से उपयोग सुनिश्चित करना एक महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है। उन्होंने जानकारी दी कि इंडिया सीएसआर के पाठकों में कंपनियों के सीईओ, सीएसआर लीडर, कारपोरेट कम्युनिकेशंस विशेषज्ञ, एनजीओ लीडर, शोधकर्ता और मैनेजमेंट के स्टूडेंट शामिल हैं। इसके माध्यम से कारपोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व के बारे में लोगों में समझ और रुचि बढ़ रही है। कंपनियां, लेखक, शोधकर्ता अब हमें अपनी रिपोर्ट लगातार भेज रहे है, जिससे पाठकों को वेराइटी आफ इंफार्मेशन उपलब्ध हो पा रही है। इंडिया सीएसआर लगातार सीएसआर तथा संबंधित विषयों पर सेमीनार, वर्कशाप आयोजित कर रही है, ताकि इन विषयों पर उपलब्ध बेस्ट प्रेक्टिसेस को लोगों तक पहुंचाया जा सके और विशेषज्ञों को अपने अनुभव और ज्ञान शेयर करने का मौका मिल सके।
सम्मेलन में दून विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर वीके जैन, ग्रीन अर्थ अलायंस के सीईओ अनिल जग्गी, पीएचडी चैंबर के उत्तराखंड राज्य कमिटी के चेयरमैन मुकेश जोशी, को-चेयरमैन राजीव घई एवं विरेंद्र कालरा, पीएचडी चैंबर के स्टेड डायेक्टर-जेएम सक्सेना, रेसीडेंट डायरेक्टर अनिल तनेजा, पतंजलि फूड एवं हर्बल पार्क के सीईओ एसके पात्रा, सामाजिक उद्यमी रितेश गर्ग, एएमवी फार्मा के सीईओ जोरन मित्रोविच (फ्रांस) सहित एसबीआई, नाबार्ड, नेशनल इंस्टीटूट आफ डिजाइन, सिडकुल उत्तराखंड, आईआईटी रूड़की, जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय नई दिल्ली, दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रतिनिधियों एवं विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया।