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Saturday 28 December 2013 10:05:29 AM
नई दिल्ली। यमुना नदी के किनारे ‘राष्ट्रीय स्मृति’ का निर्माण कार्य अगले वर्ष अक्टूबर में पूरा होने की संभावना है। राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और केंद्र सरकार से अनुमोदित अन्य दिवंगत राष्ट्रीय नेताओं की अंत्येष्टि के लिए ‘राष्ट्रीय स्मृति’ एक स्थायी स्थल होगा। सरकार का पूर्व प्रधानमंत्री इंद्र कुमार गुजराल और पूर्व राष्ट्रपति आर वेंकटरमन की अंत्येष्टि स्थलों को भी समाधियों के रूप में विकसित करने और उन्हें राष्ट्रीय स्मृति से जोड़ने का प्रस्ताव है।
‘राष्ट्रीय स्मृति’ स्थल का भू-परिदृश्य निर्माण किया जाएगा और स्मारकों के बीच में बड़ी संख्या में लोगों के एकत्र होने के लिए हरित क्षेत्र के रूप में एक केंद्रीय प्रांगण बनाया जाएगा। दिवंगत नेताओं की स्मृति में पट्टिकाएं स्थापित की जाएंगी। सरकार ने अगस्त 2000 में फैसला किया था कि अब से आगे दिवंगत राष्ट्रीय नेताओं की कोई समाधि नहीं बनाई जाएगी। बाद में इस वर्ष जनवरी में यह फैसला किया गया था कि यमुना नदी के किनारे एक राष्ट्रीय स्मृति का निर्माण किया जाएगा। इसका निर्माण केंद्रीय लोक निर्माण विभाग से कराया जा रहा है।